July 1, 2024
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चीन ने क्यों किए परमाणु हथियार अलर्ट पर, रिपोर्ट में हुए खुलासे से दुनिया सन्न

पूर्वी लद्दाख से सटी एलएएसी और ताइवान से चल रही तनातनी के बीच चीन ने अपने परमाणु हथियारों को अलर्ट पर रख दिया है. ये सनसनीखेज खुलासा सिपरी के सालाना रिपोर्ट में हुआ है जिसमें कहा गया है कि चीन ने बैलिस्टिक मिसाइलों के वारहेड पर एटमी बारूद लगाकर ऑपरेशन्ली हाई अलर्ट पर रखा है. अभी तक अमेरिका और रुस ने ही अपने परमाणु हथियारों को इस तरह तैनात किया है. रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि इस साल भारत के एटमी हथियारों की संख्या पाकिस्तान से थोड़ी ज्यादा हो गई है.

सोमवार को स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) ने दुनियाभर के परमाणु जखीरे पर अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की. रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में इस वक्त नौ (09) परमाणु संपन्न देश हैं जिनमें रुस, अमेरिका, चीन, भारत और पाकिस्तान के अलावा इंग्लैंड (यूके), फ्रांस, इजरायल और उत्तर कोरिया शामिल हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, इस वक्त दुनियाभर में 12 हजार से ज्यादा (12,121) परमाणु हथियार हैं. इन हथियारों में 9585 मिलिट्री स्टॉकपाइल में है. इनमें से 3904 वारहेड मिसाइल या फिर एयरक्राफ्ट में तैनात हैं बाकी स्टोर में रखे हुए हैं. 

दुनियाभर के परमाणु हथियारों पर पैनी नजर रखने वाली ग्लोबल थिंक-टैंक, सिपरी के मुताबिक, दो हजार से ज्यादा (2100) परमाणु हथियार हाई ऑपरेशन्ल अलर्ट पर हैं जो बैलिस्टिक मिसाइल पर लगे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, अभी तक ये सभी मिसाइल रुस या फिर अमेरिका की होती थी. लेकिन पहली बार ऐसा प्रतीत होता है कि चीन ने भी बैलिस्टिक मिसाइल पर न्यूक्लियर वारहेड लगाए हैं.

सिपरी के मुताबिक, भले ही कोल्ड वार के मुकाबले अब ऑपरेशन्ल परमाणु हथियारों की संख्या कम जरूर है लेकिन पिछले कुछ सालों से ये संख्या लगातार बढ़ती दिखाई पड़ रही है. इसी क्रम में भारत, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया जैसे देश मल्टीपल वारहेड वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को तैयार कर रहे हैं. इसी साल मार्च के महीने में भारत के रक्षा उपक्रम डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ) ने मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (एमआईआरवी) तकनीक को अग्नि-5 मिसाइल के साथ सफल परीक्षण किया था. डीआरडीओ ने इस परीक्षण को ‘मिशन दिव्यास्त्र’ नाम दिया था. इस तकनीक के जरिए एक साथ 4-5 टारगेट पर निशाना लगाया जा सकता है. 

रिपोर्ट के मुताबिक, परमाणु हथियारों की संख्या में तीसरे नंबर पर चीन (500) का स्थान है. चौथे पर फ्रांस (290) और पांचवें पर इंग्लैंड (225) है. खास बात ये है कि अब भारत और पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की संख्या लगभग बराबर हो गई है. भारत के एटमी हथियारों की संख्या 172 है तो पाकिस्तान के 170. कुछ साल पहले तक पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की संख्या भारत से कहीं ज्यादा थी. (https://x.com/SIPRIorg/status/1802521545124073928).

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