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सिविल एयरक्राफ्ट भी बनेंगे TATA फैसिलिटी में: मोदी

वड़ोदरा स्थित टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्पलेक्स में सी-295 मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के साथ ही सिविल विमानों का भी निर्माण किया जाएगा. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फैक्ट्री के उद्धाटन के दौरान इस बात की घोषणा की. 

सोमवार को पीएम मोदी ने स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ की उपस्थिति में देश की पहली प्राइवेट मिलिट्री एयरक्राफ्ट बनाने वाली फैसिलिटी का उद्घाटन किया. 

स्पेन की एयरबस कंपनी की मदद से टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) ने वड़ोदरा में इस प्लांट को स्थापित किया है. इस प्लांट में भारतीय वायुसेना के लिए सी-295 टेक्टिकल मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट का निर्माण होने जा रहा है. इस प्लांट की नींव खुद पीएम मोदी ने अक्टूबर 2022 में रखी थी. 

इस अवसर पर पीएम मोदी ने टाटा ग्रुप के चैयरमैन रतन टाटा जी को श्रद्धांजलि दी जिनका हाल ही में निधन हो गया था. 

प्रधानमंत्री ने देश में एयरोस्पेस इकोसिस्टम बनाने पर जोर देते हुए कहा कि आज के कार्यक्रम को परिवहन विमान के निर्माण से आगे भी देखा जा सकता है. 

मोदी ने पिछले दशक में भारत के विमानन क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि और परिवर्तन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत देश के सैकड़ों छोटे शहरों को हवाई संपर्क प्रदान कर रहा है. इतना ही नहीं, यह भारत को विमानन और एमआरओ डोमेन का केंद्र बनाने के लिए काम कर रहा है. (C-295 एयरक्राफ्ट की फैक्ट्री तैयार, प्राईवेट सेक्टर की बड़ी धमक)

पीएम ने कहा कि यह इकोसिस्टम भविष्य में मेड इन इंडिया असैनिक (सिविल) विमानों का मार्ग भी प्रशस्त करेगा. यह जानकारी देते हुए कि विभिन्न भारतीय एयरलाइनों ने 1200 नए विमानों का ऑर्डर दिया है, पीएम ने कहा कि इसका मतलब यह है कि नवनिर्मित कारखाना भविष्य में भारत और दुनिया की जरूरतों को पूरा करने के लिए असैनिक विमानों के डिजाइन से लेकर निर्माण तक में प्रमुख भूमिका निभाएगा. 

फैसिलिटी के उद्धाटन के दौरान डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ) ने पीएम मोदी को सी-295 विमान को नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल की जरूरतों के मुताबिक, मल्टी मिशन मिशन मेरीटाइम एयरक्राफ्ट और मीडियम रेंज मेरीटाइम रेकोनेसेंस (एमआरएमआर) एयरक्राफ्ट बनाने की जानकारी भी दी.

सितंबर 2021 में, रक्षा मंत्रालय ने एयरबस डिफेंस एंड स्पेस (स्पेन) के साथ 56 विमानों की आपूर्ति के लिए 21,935 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे – 16 को स्पेन से उड़ान भरने की स्थिति में लाया जाएगा और 40 को टीएएसएल द्वारा भारत में बनाया जाएगा. 

16 विमानों में से छह को भारतीय वायुसेना की वडोदरा स्थित 11 स्क्वाड्रन में पहले ही शामिल किया जा चुका है. अंतिम विमान अगस्त 2025 तक मिल जाएगा.  

पहले मेड-इन-इंडिया सी-295 को वडोदरा में फाइनल असेंबली लाइन सुविधा से सितंबर 2026 तक और शेष को अगस्त 2031 तक पूरा करने की उम्मीद है. विमान के साथ, भारतीय वायुसेना के आगरा स्टेशन पर एक फुल मिशन सिम्युलेटर भी स्थापित किया गया है. 

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