रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऐलान किया है कि आने वाले वित्तीय वर्ष (2025-26) में देश का डिफेंस एक्सपोर्ट 30 हजार करोड़ तक पहुंच जाएगा. राजनाथ सिंह ने इस अवधि में रक्षा उत्पादन भी 1.60 लाख करोड़ पहुंचने का अनुमान जताया.
एयरो-इंडिया की कर्टन रेजर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रक्षा मंत्री बेंगलुरु में मीडिया को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान, राजनाथ सिंह ने कहा कि आज देश में एलसीए तेजस फाइटर जेट के साथ ही एलसीए-प्रचंड हेलीकॉप्टर और सी-295 एयरक्राफ्ट का निर्माण हो रहा है.
डिफेंस सेक्टर की कई सफल कहानियों के चलते बने सुरक्षित और आत्मनिर्भर: राजनाथ
रक्षा मंत्री ने कहा कि हम फिफ्थ जेनरेशन फाइटर जेट (एमका) को देश में ही बनाने की ठान चुके हैं. राजनाथ सिंह ने कहा कि अग्नि मिसाइल से लेकर अस्त्रा और हाइपरसोनिक मिसाइल से लेकर आकाश एयर डिफेंस सिस्टम जैसे भारत की अनेकों सफलता की कहानियां है. ऐसे में भारत का डिफेंस सेक्टर बेहद मजबूत हुआ है.
राजनाथ सिंह ने कहा इस डिफेंस सेक्टर के चलते आज देश ना केवल सुरक्षित हुआ है बल्कि आत्मनिर्भर भी बना है.
ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों के निगमीकरण का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि आज हमारा रक्षा उत्पादन 1.27 लाख करोड़ पहुंच चुका है और इस साल के अंत तक 1.60 लाख करोड़ पार कर जाएगा.
राजनाथ सिंह ने बताया कि आज हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट 21 हजार करोड़ है और इस साल (2025-26) तक ये 30 हजार करोड़ पार कर जाएगा. (https://x.com/rajnathsingh/status/1888521076642320848)
सोमवार से बेंगलुरु में शुरु हो रहा एयरो-इंडिया
सोमवार से बेंगलुरु के येलहंका बेस पर शुरू हो रही एशिया की सबसे बड़ी एयरोस्पेस प्रदर्शनी, ‘एयरो इंडिया 2025’ में देश-विदेश की कुल 900 कंपनियां हिस्सा ले रही हैं. इनमें से 150 विदेशी कंपनियां हैं. साथ ही 30 देशों के रक्षा मंत्रियों सहित कुल 78 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं.
एयरो इंडिया-2025, भारत के एयरोस्पेस प्रदर्शनी का 15वां संस्करण है, जिसे दो साल में एक बार बेंगलुरु में आयोजित किया जाता है. इसे ऐतिहासिक संस्करण के रूप में डिजाइन किया गया है जिसे विमान निर्माण तकनीक, अंतरिक्ष (एयरोस्पेस) और रक्षा प्रौद्योगिकी में नए क्षेत्रों को दर्शाते हुए अपने पूर्ववर्तियों की सफलता का लाभ मिलता है.
एयरो इंडिया 2025 का आयोजन 10 से 14 फरवरी तक कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के येलहंका एयर फ़ोर्स स्टेशन में किया जा रहा है. शो के पहले तीन दिन व्यावसायिक आगंतुकों के लिए समर्पित हैं, जबकि अंतिम दो दिन आम जनता के लिए खुले हैं. ये प्रदर्शनी करीब 42 हजार स्क्वायर मीटर के एरिया में आयोजित की जा रही है. (https://x.com/AeroIndiashow/status/1888589573678326016)
देश-विदेश के एयरक्राफ्ट पहुंचे एशिया की सबसे बड़ी एयरोस्पेस प्रदर्शनी में
पांच दिवसीय एयर शो में एक उद्घाटन समारोह, रक्षा मंत्रियों का सम्मेलन, सीईओ गोलमेज सम्मेलन, आईडेक्स स्टार्ट-अप कार्यक्रम, शानदार एयर शो और भारतीय मंडप सहित एक विशाल प्रदर्शनी क्षेत्र तथा विमान निर्माण कंपनियों का एक व्यापार मेला शामिल है.
एयरो शो का मुख्य आकर्षण रोजाना येलहंका बेस पर आयोजित हवाई प्रदर्शनी है जिसमें देश-विदेश के लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर हिस्सा लेंगे. भारत के स्वदेशी एलसीए तेजस का एडवांस वर्जन एलसीए-मार्क 1ए पहली बार एयर शो में हिस्सा लेगा. भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर हिस्सा लेंगे.