- सीमा पार से रची गई थी जालंधर में बीजेपी नेता के घर आतंकी हमले की साजिश
पंजाब में बीजेपी के बड़े नेता मनोरंजन कालिया के घर धमाके की साजिश पाकिस्तान में रची गई. ग्रेनेड फेंकने वाला गिरफ्तार हुआ. पुलिस का खुलासा इस हमले के पीछे गहरी साजिश थी जिसे आतंकी और गैंगस्टर ने मिलकर अंजाम दिया था. पुलिस के मुताबिक, यह हमला एक क्रॉस बॉर्डर प्लैंड अटैक था, जिसका मकसद पंजाब में धार्मिक सद्भाव को बिगाड़ना था. बताया जा रहा है कि पुलिस पाकिस्तान बेस खालिस्तानी आतंकवादी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा और गैंगस्टर हैप्पी पासिया के इस हमले से संबंधों की भी जांच कर रही है. शुरुआती जांच में सामने आया है कि हमले को अंजाम देने के लिए भारत-पाकिस्तान सीमा पार से निर्देश और सहयोग मिला था.
- हमले के पीछे आईएसआई, 12 घंटे में पकड़े गए दो आरोपी
सोमवार देर रात 1 बजे बीजेपी नेता के घर पर ग्रेनेड फेंका गया था. धमाका इतना जोरदार था कि दूर-दूर तक धमाके की आवाज सुनी गई. 12 घंटे के अंदर ही ग्रेनेड फेंकने वाला मुख्य अभियुक्त पुलिस की गिरफ्त में है अटैक में इस्तेमाल ई रिक्शा रिकवर किया गया है. पंजाब के विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने कहा, यह पाकिस्तान की आईएसआई की एक बड़ी साजिश थी. गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और पाकिस्तानी गैंगस्टर शहजाद भट्टी के सहयोगी जीशान अख्तर ने साजिश रची थी. बब्बर खालसा इंटरनेशनल के संभावित संबंधों की भी जांच चल रही है. पंजाब पुलिस केंद्रीय एजेंसियों के संपर्क में है.
- 17 साल बाद जयपुर धमाके के आरोपियों को मिली सजा
साल 2008 में जयपुर में हुए सीरियल बम धमाकों में चार आतंकियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. सरवर आजमी, सैफुर रहमान, मोहम्मद सैफ और शहबाज अहमद को सजा दी गई है. इस धमाकों में 71 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 150 से ज्यादा लोग जख्मी हुए थे. 13 मई 2008 को एक दो नहीं बल्कि तकरीबन 8 सीरियल ब्लास्ट हुए थे, जबकि 9वां बम चांदपोल बाजार के गेस्ट हाउस के पास मिला था. बम फटने के 15 मिनट पहले ही बम को डिफ्यूज कर दिया गया था.
- भारतीय देश नहीं, दिलों को जीतना जानते हैं, पुर्तगाल में राष्ट्रपति का बयान
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन में भारतीय रिसर्चर्स से एक संवाद सत्र को संबोधित किया. इस दौरान द्रौपदी मुर्मू ने कहा, भारतीय देश नहीं, बल्कि दिलों को जीतना चाहते हैं. राष्ट्रपति ने ‘सम्पालिमो सेंटर फॉर अननोन’ में भारतीय रिसर्चर्स से कहा कि वे भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधि बनें, क्योंकि अपने देश के नाम से उनकी पहचान हैं. मुर्मू ने एक रिसर्चर के सवाल के जवाब में कहा, “आप शिक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त करेंगे. आप एक अच्छे विद्वान बनेंगे, आप अर्थव्यवस्था और समाज में योगदान देंगे, आगे बढ़ें और भारत को गौरवान्वित करे.”
- तहव्वुर राणा की आखिरी अपील खारिज, जल्द लाया जाएगा भारत
मुंबई में 26/11 आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण की एक बाधा और साफ हुई. प्रत्यर्पण के खिलाफ तहव्वुर राणा की एक और अपील को अमेरिकी सुप्रिम कोर्ट ने खारिज किया. इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट ने राणा की याचिका खारिज की थी लेकिन वह बार-बार नई अपील दायर कर के भारत आने से बचना चाह रहा है. आतंकी तहव्वुर राणा इस वक्त लॉस एंजिलिस के मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर में बंद है। उसे भारत प्रत्यर्पित किए जाने की प्रक्रिया पर काम जारी है
- नाटो कमांड में शामिल होना चाहता है जापान
नाटो कमांड में शामिल होना चाहता है जापान. नाटो महासचिव से मुलाकात के बाद जापान ने रक्षा सहयोग को गहरा करने की बात कही है. चीन, उत्तर कोरिया और रूस के बढ़ते सैन्य सहयोग के मद्देनजर यह कदम महत्वपूर्ण है. जापानी रक्षा मंत्री जनरल नाकातानी ने टोक्यो में नाटो महासचिव मार्क रूटे के साथ बैठक के दौरान अपने देश की इच्छा के बारे में बताया.नाकातानी ने कहा, कि “जापान नाटो के साथ सुरक्षा सहयोग को और गहरा करना चाहता है और एनएसएटीयू मिशन में भागीदारी से टोक्यो को यूक्रेन पर रूस के हमले से सबक सीखने में मदद मिलेगी.”नाकातानी ने कहा, “जापान और नाटो दोनों ही कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं और हमारा सुरक्षा वातावरण लगातार अधिक गंभीर होता जा रहा है.”
- चीन पर 104 प्रतिशत टैरिफ, चीन बोला, आखिर तक लड़ेंगे
अमेरिका ने मंगलवार को चीन पर अब कुल 104 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान किया. चीन पर नया अमेरिकी टैरिफ 9 अप्रैल यानी बुधवार से लागू हुआ. व्हाइट हाउस ने पुष्टि की. इससे पहले अतिरिक्त 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की अमेरिकी धमकी पर चीन ने पलटवार करते हुए मंगलवार को कहा था कि अगर अमेरिका टैरिफ युद्ध या व्यापार युद्ध छेड़ रहा है तो चीन आखिर तक लड़ने के लिए तैयार है.
- जल्द खत्म हो सकता है गाजा में युद्ध: ट्रंप
व्हाइट हाउस में इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बाद दूसरी बार मुलाकात हुई. नेतन्याहू से वार्ता के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में युद्ध खत्म करने की इच्छा जताई है. ट्रंप ने कहा कि “मैं युद्ध खत्म होते देखना चाहता हूं. मुझे लगता है कि कुछ मुद्दों पर डील के बाद युद्ध रुक जाएगा. ये युद्ध जल्द ही रुकेगा. हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को मुक्त करने के लिए कोशिश जारी है, लेकिन सभी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करना एक लंबी प्रक्रिया है.”
- बंधकों की रिहाई के लिए प्रतिबद्ध हैं: नेतन्याहू
ट्रंप के ओवल ऑफिस में इजरायली पीएम नेतन्याहू ने पुष्टि की कि इजरायल ज्यादा से ज्यादा बंधकों को रिहा कराने के लिए एक और समझौते पर काम किया जा रहा है. नेतन्याहू ने कहा, “हम सभी बंधकों को बाहर निकालने के लिए प्रतिबद्ध हैं, साथ ही गाजा में हमास के अत्याचार को खत्म करने और गाजा के लोगों को स्वतंत्र रूप से जहां भी वे जाना चाहें, जाने में सक्षम बनाने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं.”
- ट्रंप ने गाजा पर फ्रांस, मिस्र, जॉर्डन के राष्ट्राध्यक्षों से बात की
डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा पर फ्रांस, मिस्र, जॉर्डन के साथ बातचीत की. बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात से पहले ट्रंप ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी और जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय के साथ फोन पर बात की और गाजा में तत्काल सीजफायर सुनिश्चित करने के तरीकों पर चर्चा की. मैक्रों की दफ्तर ने इस बातचीत का विवरण देते हुए कहा, “मैक्रों और ट्रंप ने मानवीय सहायता की पहुंच को फिर से शुरू करने की आवश्यकता पर जोर दिया और आगे भी निकट संपर्क में रहने पर सहमति जताई.”
- ईरान संग शनिवार को बड़ी बैठक, नहीं माना तो बहुत बुरा होगा: ट्रंप
ईरान के साथ बढ़ते टेंशन पर ट्रंप का दावा, अमेरिका, ईरान से सीधी बातचीत कर रहा है. ओवल दफ्तर में नेतन्याहू के साथ बैठक के दौरन ट्रंप ने कहा, “ये बातचीत शुरू हो गई है. यह शनिवार को होगी. हमारी एक बहुत बड़ी बैठक है और हम देखेंगे कि क्या हो सकता है. ईरान के साथ शनिवार को होने वाली वार्ता बहुत उच्च स्तर पर होगी. मुझे उम्मीद है, हर कोई इस बात पर सहमत होगा कि समझौता करना बेहतर होगा. अगर वार्ता फेल हुई तो ईरान के लिए बहुत बुरा होगा.” वहीं ईरान ने कहा था कि “वो अमेरिका से सीधी बातचीत की जगह किसी तीसरे देश के माध्यम से बातचीत करेंगे.”
- गाजा में माइक्रोसॉफ्ट की इजरायल को मदद, नाराज भारतीय मूल की महिला इंजीनियर का इस्तीफा
भारतीय अमेरिकी सॉफ्टवेयर इंजीनियर वान्या अग्रवाल ने माइक्रोसॉफ्ट से इस्तीफा दिया. गाजा में इजरायल की मदद से भड़कीं. माइक्रोसॉफ्ट के इजरायल के रक्षा मंत्रालय के साथ 133 मिलियन डॉलर के क्लाउड और एआई कॉन्ट्रैक्ट को लेकर वान्या अग्रवाल ने विरोध किया. वान्या ने हाल ही में बिल गेट्स के सामने गाजा अटैक का मुद्दा उठाया था. वान्या अग्रवाल ने बिल गेट्स, स्टीव बाल्मर और सत्या नडेला के पैनल की बातचीत के दौरान कहा था, कि “गाजा में 50,000 फिलिस्तीनियों की माइक्रोसॉफ्ट तकनीक से हत्या कर दी गई है. उनके खून पर जश्न मनाने के लिए आप सभी को शर्म आनी चाहिए.” 11 अप्रैल से कंपनी छोड़ने की घोषणा करते हुए एक ईमेल में वान्या अग्रवाल ने लिखा, “मैं ऐसी कंपनी का हिस्सा नहीं बन सकती जो इस हिंसक अन्याय में शामिल होती है.”
- फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन, बांग्लादेश में बड़े आउटलेट्स में तोड़फोड़
बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस से नहीं संभल रहे हालात. फिलिस्तीन समर्थन 7 अप्रैल को पूरी दुनिया में फिलिस्तीन के समर्थन के लिए रैली और प्रदर्शनों का आयोजन किया गया था, लेकिन बांग्लादेश में इन प्रदर्शनों के दौरान हिंसा हुई. भीड़ ने इजरायल से जुड़े स्टोर्स में लूटपाट की और जमकर तोड़फोड़ की गई. भीड़ ने बोगरा, सिलहट और कॉक्स बाजार जैसे जिलों में बाटा, केएफसी और पिज्जा हट सहित इजरायल से जुड़े माने जाने वाली कंपनियों के स्टोर्स को निशाना बनाया.
- नाटो की वरिष्ठ नौसेना महिला अधिकारी को ट्रंप प्रशासन ने हटाया
ट्रंप प्रशासन ने नाटो में तैनात अमेरिकी एडमिरल शोशाना चैटफील्ड को पद से हटाया. चैटफील्ड नेवल वॉर कॉलेज की पहली महिला प्रमुख थीं और नाटो की शीर्ष सैन्य समिति में काम करने वाली एकमात्र महिला थीं. माना जा रहा है ट्रंप प्रशासन ने ये फैसला चैटफील्ड की सैन्य विविधता के समर्थन में की गई टिप्पणियों के कारण लिया गया है.चैटफील्ड अमेरिकी नौसेना में एक हेलीकॉप्टर पायलट थीं. उन्होंने अफगानिस्तान में एक संयुक्त पुनर्निर्माण दल की भी कमान संभाली थी. वह नाटो की सैन्य समिति में 32 प्रतिनिधियों में से एक के रूप में काम कर रही थीं.