- बांदीपोरा में हमले की बड़ी साजिश नाकाम
जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में नाकाम की गई है बड़ी आतंकी साजिश.सुरक्षाबलों ने बांदीपोरा जिले में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े चार आतंकी मददगारों (ओवरग्राउंड वर्कर) को गिरफ्तार किया गया है. मददगारों के पास से हैंड ग्रेनेड, 30 कारतूस और मैगजीन बरामद हुआ है. पूछताछ में खुलासा हुआ है ये आतंकी मददगार सुरक्षाबलों और गैर स्थानीय नागरिकों पर हमला करने की फिराक में थे. आतंकी मददगारों की पहचान मोहम्मद रफीक खांडे और मुख्तार अहमद डार के तौर पर हुई है.
- रफाल, सुखोई 30 की वॉर ड्रिल से घबराया पाकिस्तान
राफेल और सुखोई-30 की वॉर ड्रिल से टेंशन में आया पाकिस्तान. पहलगाम नरसंहार के बाद हाईअलर्ट है वायुसेना. भारतीय एयर डिफेंस यूनिट फ्रंटलाइन पर तैनात.युद्ध की तैयारी के लिए एयरफोर्स ने सेंट्रल सेक्टर में युद्धाभ्यास किया. वायुसेना ने इस युद्धाभ्यास का नाम ‘आक्रमण’ दिया है. कई एयरबेस से एकसाथ विमान उड़े. आसमान से जमीन पर हमले की ड्रील की गई. राफेल की हाशिमारा और अंबाला स्क्वाड्रन से विमानों ने उड़ान भरा.
- श्रीनगर, पहलगाम के दौरे पर आर्मी चीफ जनरल उपेन्द्र द्विवेदी
पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग के बीच सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी आज जम्मू-कश्मीर में रहेंगे. जनरल द्विवेदी 15 कोर में सुरक्षा बैठक की समीक्षा करेंगे. उस जगह भी जाएंगे जहां आतंकवादियों ने हमला किया था. थल सेना ने पहलगाम पर अपना प्लान ऑफ एक्शन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सौंप दिया है. आर्मी चीफ का श्रीनगर और पहलगाम दौरा रणनीति के नजरिए से बेहद अहम माना जा रहा है.
- 26 हिंदुओं की हत्या के पीछे आर्मी चीफ असीम मुनीर:आदिल रजा
पाकिस्तानी आर्मी में मेजर रह चुके आदिल रजा ने ये कहकर सनसनी फैला दी है, कि हिंदुओं की हत्या के पीछे पाकिस्तानी आर्मी चीफ असीम मुनीर का हाथ है. आदिल रजा ने दावा किया कि “असीम मुनीर को पता है कि दोनों देशों के बीच परमाणु शक्तियों का संतुलन होने के कारण युद्ध नहीं होगा. हालांकि, एक सीमित जवाबी कार्रवाई की उम्मीद है. ये हमला एक सोची-समझी चाल लगती है, ताकि पाकिस्तानी जनता को भारत विरोधी, कश्मीर समर्थक एजेंडे के इर्द-गिर्द लामबंद करके उनका समर्थन हासिल किया जा सके. यह असीम मुनीर की समाज विरोधी इच्छा से प्रेरित है, जो विभाजित राष्ट्र से मान्यता प्राप्त करना चाहता है. असीम मुनीर ने खुद को शक्तिशाली दिखाने के लिए ये हमला करवाया है.”
- पाकिस्तान का किया बचाव, विधायक को किया गया गिरफ्तार
पहलगाम नरसंहार के बाद पाकिस्तान का बचाव करने विधायक को महंगा पड़ा. असम में एआईयूडीएफ पार्टी के विधायक अमीनुल इस्लाम को गिरफ्तार किया गया है. अमीनुल इस्लाम ने पहलगाम आतंकवादी हमले में पाकिस्तान और उसकी संलिप्तता का बचाव किया था. असम पुलिस के मुताबिक विधायक अमीनुल इस्लाम की ओर से सार्वजनिक तौर पर दिया गया भ्रामक और भड़काऊ बयान वायरल हो गया था, जिसके कारण कानून व्यवस्था को चुनौती दी जा सकती थी.
- पाकिस्तान के पक्ष में बोलने वालों पर होगा एक्शन:सीएम हिमंता
असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने दी चेतावनी, कहा, मैं असम में सभी लोगों को चेतावनी देता हूं कि प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान का बचाव करने के किसी भी प्रयास का डटकर मुकाबला किया जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी. गिरफ्तार विधायक पर भी सीएम ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, विधायक अमीनुल इस्लाम ने कुछ ऐसा कहा है जिससे असम के लोगों में गुस्सा है. मैंने देखा है कि आतंकवादी हमले में पाकिस्तान का बचाव करने के लिए वीडियो पोस्ट किया गया है.
- पाकिस्तानी रेंजर्स के कब्जे में बीएसएफ का एक जवान
पाकिस्तानी रेंजर्स के शिकंजे में एक बीएसएफ जवान. पंजाब के फिरोजपुर में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जीरो लाइन पार कर सीमा सुरक्षा बल का एक जवान गलती से सीमा पार कर गया. जवान को पाकिस्तानी रेंजर्स ने हिरासत में लिया. जवान कंटीली तार के दूसरी तरफ नो मैन्स लैंड में फसल काट रहे किसानों की निगरानी कर रहा था. जवान की पहचान 182वीं बीएसएफ बटालियन के कांस्टेबल पीके सिंह के रूप में हुई, आंखों पर पट्टी बंधे जवान की फोटो सामने आई है.
- भारतीय जवान को वापस लाने की कोशिशें, पाकिस्तान संग फ्लैग मीटिंग
भारतीय जवान को वापस लाने के लिए कोशिशें तेज. पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ फ्लैग मीटिंग. बीएसएफ ने कहा कि जवान की सुरक्षित और जल्द वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रयास जारी हैं. सैनिकों या नागरिकों द्वारा इस तरह की अनजाने में सीमा पार करने के बाद प्रोटोकॉल के माध्यम से इसका समाधान किया जाता है.हिरासत में लिए गए लोगों को आमतौर पर प्रक्रियात्मक फ्लैग मीटिंग के बाद वापस भेज दिया जाता है. लेकिन पहलगाम के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव है.
- राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में हाईअलर्ट
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में सुरक्षा व्यवस्था चौकस की गई. राजस्थान में सीमावर्ती क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाई गई है. अंतरराष्ट्रीय सीमा अलर्ट जारी किया गया है. बीएसएफ ने गश्त बढ़ा दी है. जयपुर में सभी थाना अधिकारियों को क्षेत्र में रहने और संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं. साल 2008 में जयपुर भी सीरियल धमाकों का दंश झेल चुका है.