By Akansha Singhal
कड़े इमीग्रेशन कानून और एंटी-इस्लामिक छवि वाली डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडेरिकसेन पर राजधानी कोपेनहेगन के एक चौराहे पर हमला किया गया. हालांकि, हमले में फ्रेडेरिकसेन को मामूली चोट आई और पुलिस ने आरोपी को धर-दबोचा है. ये घटना ऐसे समय में आई है जब हाल ही में स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको पर सार्वजनिक जगह पर एक हमलावर ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर हत्या करने की कोशिश की थी.
जानकारी के मुताबिक, कोपेनहेगन के कुल्टोरवेट चौराहे पर एक व्यक्ति ने प्रधानमंत्री को जोरदार धक्का दिया. धक्का लगने के बाद फ्रेडेरिकसेन एक तरफ झुक गई और उनकी गर्दन में झटका आ गया. चश्मदीदों के मुताबिक,उन्होंने फ्रेडेरिकसेन को चौराहे पर आते देखा था. उसी दौरान एक व्यक्ति विपरीत दिशा से आया और उसने प्रधानमंत्री के कंधे पर जोरदार धक्का दिया, जिससे वह एक तरफ झुक गई. हालांकि धक्का जोरदार था, फ्रेडेरिकसेन जमीन पर नहीं गिरीं. हमले के बाद फ्रेडेरिकसेन पास के एक जाकर कैफे में बैठ गईं. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वह व्यक्ति लंबा और दुबला-पतला था और उसने भागने की कोशिश की, लेकिन सूट पहने लोगों (सीक्रेट सर्विस एजेंट) ने उसे पकड़कर जमीन पर गिरा दिया.
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया, “डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडेरिकसेन पर हमले की खबर से बहुत चिंतित हैं. हम हमले की निंदा करते हैं. मेरे मित्र के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं.” वर्ष 2022 में पीएम मोदी ने यूरोप दौरे के दौरान कोपेनहेगन में फ्रेडेरिकसेन से मुलाकात की थी.
यूरोपीय संघ के प्रमुख चार्ल्स मिशेल और यूरोपीय संसद के अध्यक्ष रॉबर्टा मेट्सोला ने इस हमले की निंदा की. मेट्सोला ने प्रधानमंत्री से “मजबूत बने रहने” का आग्रह किया और एक्स पर लिखा कि “राजनीति में हिंसा का कोई स्थान नहीं है.” मिशेल ने भी एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “मैं आक्रामकता के इस कायरतापूर्ण कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं.” यूरोपीय संघ आयोग की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने भी इस घटना की निंदा की और इसे “घृणित कृत्य” बताया जो यूरोप के विश्वास और संघर्ष के खिलाफ है.
पुलिस का बयान
कोपेनहेगन पुलिस ने पुष्टि की कि प्रधानमंत्री से जुड़ी एक घटना हुई थी, लेकिन अधिक जानकारी नहीं दी. पुलिस ने एक्स पर एक बयान में कहा, “हमने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसकी हम अभी जांच कर रहे हैं. इस समय, हमारे पास इस मामले पर कोई और टिप्पणी नहीं है.”
डेनमार्क के नेताओं की प्रतिक्रिया
डेनमार्क के पर्यावरण मंत्री मैग्नस ह्यूनिक ने सोशल मीडिया पर कहा, “यह घटना हम सभी को झकझोर देती है जो प्रधानमंत्री के करीब हैं. हमारे सुंदर, सुरक्षित और स्वतंत्र देश में ऐसा कुछ नहीं होना चाहिए.”
क्या कड़ी इमिग्रेशन पॉलिसी के चलते की गई बदसलूकी
दरअसल, फ्रेडेरिकसेन ने डेनमार्क की सत्ता संभालने के बाद से ही इमिग्रेशन पॉलिसी को बेहद कड़ा कर दिया है. माना जा रहा है कि फ्रेडेरिकसेन ने अपने देश के बॉर्डर को दूसरे देश के नागरिकों के लिए पूरी तरह सील कर दिया है. इसको लेकर डेनमार्क में हाल ही में धरने-प्रदर्शन भी आयोजित की गए थे. फ्रेडेरिकसेन की छवि इस्लाम विरोधी भी रही है.
स्लोवाकिया के पीएम मौत के मुंह से बचकर आए
पिछले महीने की 15 तारीख को स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको पर एक हमलावर ने सड़क पर लोगों से मिलते हुए गोलियां दाग दी थी. करीब तीन हफ्ते तक अस्पताल में जिंदगी और मौत के मुंह में झूलने के बाद फिको हाल ही में स्वस्थ होकर दुनिया के सामने आए हैं. माना जा रहा है कि यूक्रेन युद्ध में रुस का समर्थन करने के चलते उनपर हमला किया गया था. हालांकि फिको ने हमलावर को माफ करने का ऐलान किया है (स्लोवाकिया के पीएम पर जानलेवा हमला, क्रेमलिन के हैं करीबी).