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ट्रंप-जेलेंस्की भिड़ंत, यूरोप में दो फाड़

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ओवल दफ्तर में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ हुई भिड़ंत, सिर्फ यूक्रेन तक सीमित नहीं है. पिछले सप्ताह यूरोप के जिस भी राष्ट्राध्यक्ष से डोनाल्ड ट्रंप मिले हैं, दुनिया को नोंकझोंक देखने को मिली है. चाहे वो फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों हों या ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर.

ट्रंप और यूरोपीय नेताओं के बीच तीखी बहस के बाद, यूरोप ने आपातकालीन बैठक बुलाई है. यूरोप ने यूक्रेन को अपना समर्थन जारी रखने पर प्रतिबद्धता जताई है. ये उच्चस्तरीय बैठक लंदन में होगी जिसमें यूरोपीय नेता यूक्रेन के समर्थन की रणनीति पर अंतिम मुहर लगाएंगे. लेकिन हंगरी जैसे यूरोपीय देश, जेलेंस्की के खिलाफ खड़े हो गए हैं.

रविवार को ब्रिटेन में यूरोप के नेताओं का सम्मेलन, जेलेंस्की ने कहा ‘थैंक्यू

रविवार को लंदन में एक और बड़ा शिखर सम्मेलन होने वाला है, जिसकी मेजबानी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर करेंगे. इस सम्मेलन में जेलेंस्की सहित एक दर्जन से ज्यादा यूरोपीय और यूरोपीय संघ के नेता यूक्रेन और सुरक्षा पर आगे की कार्रवाई को आगे बढ़ाने के लिए एक बैठक में शामिल होंगे. यूरोप के नेताओं ने सोशल मीडिया पर ट्रंप और वेंस का नाम लिए बिना, यूक्रेन का समर्थन करने की बात कही है. जिसके जवाब में जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर समर्थन जताने के लिए थैंक्यू लिखा.

ओवल ऑफिस की बहस पर यूरोप के नेताओं ने क्या कहा

यूरोपीय संघ आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने जेलेंस्की को संबोधित करते हुए कहा, “आपकी गरिमा यूक्रेनी लोगों की बहादुरी का सम्मान करती है. मजबूत बनो, बहादुर बनो, निडर बनो. आप कभी अकेले नहीं, माननीय राष्ट्रपति”.

जर्मनी के संभावित अगले चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने लिखा, “प्रिय जेलेंस्की, हम अच्छे और कठिन समय में यूक्रेन के साथ खड़े हैं. हमें इस भयानक युद्ध में कभी भी हमलावर और पीड़ित को भ्रमित नहीं करना चाहिए.”

रूस की सीमा से लगे एस्टोनिया में विदेश मंत्री मार्गस त्सखना ने कहा, “शांति के लिए एकमात्र बाधा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का युद्ध जारी रखने का निर्णय है. अब समय आ गया है कि यूरोप आगे आए. हमें किसी और चीज के होने का इंतजार करने की जरूरत नहीं है. यूरोप के पास पर्याप्त संसाधन हैं, जिनमें रूस की जब्त संपत्तियां भी शामिल हैं, जिससे यूक्रेन लड़ाई जारी रख सकता है.”

स्वीडिश प्रधानमंत्री उल्फ क्रिस्टरसन ने जेलेंस्की को समर्थन देते हुए कहा, “रूस की आक्रामकता फैलती है तो नॉर्डिक और बाल्टिक देशों को नुकसान होगा. आप न केवल अपनी स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे हैं, बल्कि पूरे यूरोप के लिए लड़ रहे हैं.” 

ऑस्ट्रिया, चेक गणराज्य, डेनमार्क, फिनलैंड, फ्रांस, लातविया, लिथुआनिया, नॉर्वे, पोलैंड और स्पेन के यूरोपीय अधिकारियों ने भी यूक्रेन को अपना समर्थन देने की पेशकश की.

कमजोर लोग युद्ध करते हैं: हंगरी

क्रेमलिन के कट्टर समर्थक हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन ने ओवल ऑफिस में ट्रंप के आचरण की प्रशंसा की और जेलेंस्की को अपने ही देश में शांति के खिलाफ काम करने वाला बताया. ऑर्बन ने एक्स पर लिखा, “मजबूत लोग शांति स्थापित करते हैं, कमजोर लोग युद्ध करते हैं. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शांति के लिए बहादुरी से खड़े हुए. भले ही कई लोगों के लिए इसे पचाना मुश्किल हो, धन्यवाद, माननीय राष्ट्रपति!” 

पश्चिम का हर विभाजन हमें कमजोर बनाता है, एकजुट रहो: जॉर्जिया मेलोनी

इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने अमेरिका और यूरोपीय सहयोगियों के बीच “तत्काल शिखर सम्मेलन” का प्रस्ताव रखा, ताकि “खुलकर इस बारे में बात कर सकें कि हम आज की बड़ी चुनौतियों का सामना कैसे करना चाहते हैं, जिसकी शुरुआत यूक्रेन से होगी.” मेलोनी ने पश्चिमी देशों से एकजुट रहने का आग्रह करते हुए कहा, “पश्चिम का हर विभाजन हमें कमजोर बनाता है और उन लोगों का पक्षधर है जो हमारी सभ्यता का पतन देखना चाहते हैं.विभाजन से किसी को कोई फायदा नहीं होगा.” 

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