Breaking News Reports Viral News

गाजियाबाद में फर्जी दूतावास का भंडाफोड़, Arms डीलर का साथी निकला फ्रॉड राजदूत

By Nalini Tewari

डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट वाली गाड़ियां, डिप्लोमैटिक पासपोर्ट और विदेश मंत्रालय की सैकड़ों मुहर, और आलीशान बंगला. दिल्ली से सटे गाजियाबाद में जो भी देखता था, भौचक्का रह जाता. लेकिन जब मंगलवार को यूपी एसटीएफ ने रेड की तो हड़कंप मच गया. क्योंकि कई वर्षों से इस ठिकाने पर चलाया जा रहा था फर्जी दूतावास. दूतावास भी वेस्ट आर्टिक के नाम पर.

उत्तर प्रदेश पुलिस ने हर्षवर्धन जैन नाम के शख्स को मौके से गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक हर्षवर्धन जैन खुद को वेस्ट आर्कटिका, सबोर्जा, पोल्विया और लोडोनिया जैसे काल्पनिक या माइक्रो नेशन्स का राजदूत बनाकर रुतबा और हेकड़ी गांठता था.

नकली दूतावास में फर्जी सीडी नंबर का गाड़ियां और नंबर प्लेट जब्त

यूपी एसटीएफ ने एक बहुत बड़े जालसाज को गिरफ्तार किया है. हर्षवर्धन जैन नाम के इस ठग ने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और दूसरे वीआईपी हस्तियों के साथ मॉर्फ की हुई फोटो बनवा कर खुद को एक विशिष्ट राजदूत दिखाने की कोशिश की थी.

इतना ही नहीं किराए की कोठी में बाकायदा कई काल्पनिक देशों की एंबेसी खोल रखी थी. लोगों को विश्वास दिलाने के लिए कोठी के बाहर चार डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगी लग्जरी गाड़ियां भी खड़ी कर रखी थीं. खुद को राजदूत बताकर लोगों को विदेशों में नौकरी दिलवाने का झांसा देता था.

अपनी जालसाजी छिपाने के लिए सोशल मीडिया और वेबसाइट्स पर फर्जी फोटो के जरिए लोगों को बातों में फंसाता था और उन्हें झांसे में लेकर अपने पैसे बनाता था. 

विदेश मंत्रालय की नकली मुहर, पासपोर्ट, कैश कई और हैरान करने वाली रिकवरी

यूपी एसटीएफ ने फर्जी राजदूत हर्षवर्धन जैन से 12 फर्जी डिप्लोमैटिक पासपोर्ट और विदेश मंत्रालय की नकली मुहरें बरामद की हैं. इसके अलावा 34 अलग-अलग विदेशी कंपनियों और देशों की मोहरें, फर्जी प्रेस कार्ड, पैन कार्ड और करीब 44.7 लाख रुपये कैश मिले हैं. कई फॉरेन करेंसी और कुल 18 डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट भी बरामद की गईं. 

चंद्रास्वामी और इंटरनेशनल आर्म्स डीलर का साथी है हर्षवर्धन जैन

पुलिस के मुताबिक, आरोपी हर्षवर्धन, शेल कंपनियों के माध्यम से हवाला रैकेट भी चला रहा था. हर्ष वर्धन पहले चंद्रास्वामी और अदनान खगोशी (अंतर्राष्ट्रीय हथियार डीलर) के संपर्क में भी था. बताया जाता है कि साल 2011 में हर्षवर्धन के पास से अवैध सेटेलाइट फोन भी मिला था, जो बेहद चौंकाने वाला है. सेटेलाइट फोन को लेकर हर्षवर्धन के खिलाफ पहले भी कविनगर में केस दर्ज हो चुका है. 

भारत में सेटेलाइट फोन रखना मना है, यहां तक की विदेशों से आने वाले नागरिकों का भी सेटेलाइट फोन एयरपोर्ट पर ही रोक लिया जाता है. ब्रिटेन समेत कई देशों ने तो अपने नागरिकों को निर्देश भी दिए हैं कि भारत में सेटेलाइट फोन लेकर न जाया जाए.

editor
India's premier platform for defence, security, conflict, strategic affairs and geopolitics.