हाल ही में लंदन के दौरे पर गए पाकिस्तान आर्मी चीफ की मुश्किलें बढ़ गई हैं. जनरल असीम मुनीर के खिलाफ लंदन में केस दर्ज किया गया है. पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष के खिलाफ ये एफआईआर प्रवासी पाकिस्तानी लोगों ने करवाई है.
लंदन की मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने केस दर्ज किया है. असीम मुनीर पर आरोप है कि उनके आदेश पर पिछले साल नवंबर में इस्लामाबाद नरसंहार के दौरान प्रदर्शनकारियों पर लाइव राउंड का प्रयोग किया गया था.
मानवता के खिलाफ धाराओं में केस दर्ज
पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के खिलाफ दर्ज किए गए केस में निजी तौर पर यातना देने का आरोप हैं. मानवता के खिलाफ अपराध की धाराओं में केस दर्ज किया गया है. मामला मेट्रोपोलिटन पुलिस के आतंकवाद निरोधी कमांड (एसओ 15) को भेजा गया है, जो युद्ध अपराधों, नरसंहार और यातना की जांच करता है.
लंदन के मेट्रोपॉलिटन बैरिस्टर माइक पोलाक ने कहा, “इस्लामाबाद नरसंहार के दौरान अपराधों के संबंध में बहुत सारे सबूत हैं, जहां प्रदर्शनकारियों के खिलाफ जिंदा कारतूसों का इस्तेमाल किया गया था. ये सारे सबूत जनरल असीम मुनीर की यातना और मानवता के खिलाफ अपराधों के लिए जिम्मेदार मानता है, जो ब्रिटिश कानून के तहत अपराध है.”
बैरिस्टर माइक पोलाक ने ये भी कहा, “हमने अटॉर्नी जनरल से निजी तौर पर केस चलाने की सहमति देने का तत्काल अनुरोध किया है. जनरल मुनीर यूके में हैं, साथ ही मामले को विशेषज्ञ टीम के पास भेजा गया है.”
पिछले साल नवंबर में पाकिस्तान में हुआ क्या था
पिछले साल 25-26 नवंबर को पाकिस्तान में शहबाज शरीफ के खिलाफ इमरान खान के समर्थकों ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया था. अलग अलग शहरों से लोग इस्लामाबाद पहुंचे थे. जब प्रदर्शनकारी शहबाज सरकार के खिलाफ मार्च कर रहे थे तो उनके ऊपर गोलियां चलाई गईं, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी, और घायल हो गए थे. प्रदर्शनकारियों के अलावा मीडिया कर्मियों को भी हिरासत में लिया गया था, जिन्होंने नरसंहार को कवर किया था. आरोप है कि असीम मुनीर ने धमकाया था कि अगर अस्पताल और घायल नागरिकों की कवरेज हुई तो हाथ-पैर काट दिए जाएंगे.
बैरिस्टर पोलाक ने ये भी टिप्पणी की कि “उस वक्त पाकिस्तानी गृहमंत्री मोहसिन नकवी ने सार्वजनिक बयान में कहा था कि रेंजर्स को 5 मिनट तक गोलीबारी करनी होगी और उसके बात वहां कोई दिखाई नहीं देगा, जिसके बाद सेना ने नागरिकों पर लाइव फायरिंग शुरु कर दी थी.”