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रॉ में फर्जी भर्ती के बहाने धोखाधड़ी, ऑपरेशन सिंदूर का फायदा उठाने में जुटे जालसाज

देश की खुफिया एजेंसी रॉ यानी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग को लेकर एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. रॉ में लोगों को फर्जी एड के जरिए भर्ती करने का लोक लुभावना वादा किया जा रहा है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद फर्जी भर्ती के लिए ऑनलाइन विज्ञापन दिए जा रहे हैं, जिसे लेकर भारत सरकार के कैबिनेट सचिवालय ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है.

रॉ में भर्ती का फर्जी विज्ञापन, सतर्क रहने की सलाह

रॉ (आर एंड डबल्यू) में फील्ड असिस्टेंट के लिए ऑनलाइन फर्जी विज्ञापन के जरिए भर्ती का खुलासा हुआ है. हैरानी की बात ये है कि ठगों ने  फर्जी भर्ती से जुड़ी लिखित परीक्षा के लिए घोटालेबाजों ने फर्जी एडमिट कार्ड तक वितरित कर दिए हैं. मामले का खुलासा होने के बाद सरकार के कैबिनेट सचिवालय ने कहा है कि रॉ में भर्ती का ऐसा कोई विज्ञापन नहीं दिया गया है. लोगों को सलाह दी जाती है कि ऐसे भ्रामक एड से दूर रहें. 

कैबिनेट सचिवालय ने नहीं निकाली है कोई भर्ती

कैबिनेट सचिवालय में फील्ड असिस्टेंट (जीडी) के 1736 पदों के लिए फर्जी भर्ती का मामला सामने आने से हड़कंप मच गया है. कैबिनेट सचिवालय ने आधिकारिक बयान जारी करके, सफाई दी गई है कि ऐसे किसी भी तरह की भर्ती प्रक्रिया नहीं की जा रही है. कैबिनेट सचिवालय ने कहा कि ऐसे किसी भी फील्ड असिस्टेंट (जीडी)की भर्ती के लिए कोई आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं की गई है. लोग ऐसे किसी जाल में न फंसे, सावधानी बरतें तथा भर्ती से संबंधित किसी भी जानकारी की पुष्टि केवल कैबिनेट सचिवालय या भारत सरकार के आधिकारिक चैनलों के माध्यम से ही करें.

रॉ में कैसे होता है रिक्रूटमेंट

भारत सरकार के कैबिनेट सचिवालय के अधीन कार्यरत होने के चलते, रॉ से जुड़ी कोई भर्ती कैबिनेट सचिवालय के जरिए ही होती है. रॉ प्रमुख (चीफ) को भी सेक्रेटेरी (आर) का ही पद दिया जाता है. रॉ में भर्ती के लिए कैबिनेट सचिवालय भर्ती विज्ञापन निकालता है. आपको बता दें कि पहलगाम हमले के तुरंत बाद भारत सरकार ने जो राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी एडवाइजरी बोर्ड का पुर्नगठन किया है, उसके प्रमुख के पद पर रॉ के ही पूर्व चीफ आलोक जोशी को बनाया गया है.

ऑपरेशन सिंदूर में रॉ की रही अहम भूमिका

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान में आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद के मुरीदके और बहावलपुर स्थित हेडक्वार्टर सहित पीओके में टेरर लॉन्च पैड्स के कॉर्डिनेट मुहैया कराने में रॉ की अहम भूमिका रही है. ऐसे में ठगों ने समय का फायदा उठाते हुए लोगों से फर्जीवाड़ा करने की कोशिश की है, ऑनलाइन तरीके से रिक्रूटमेंट करके लिखित परीक्षा का आवेदन लिया है. पूरे मामले की जांच शुरु की गई है. देश की एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं.

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