कंबोडिया और थाईलैंड के बीच जंग तेज हो गई है. मई में शुरु हुए ताजा सीमा विवाद ने भयानक संघर्ष का रूप ले लिया है. दोनों ओर से भयंकर एयर स्ट्राइक, गोलीबारी हुई है. थाईलैंड और कंबोडिया दोनों ने एक दूसरे पर रॉकेट से हमला किया है, जिसमें भीषण तबाही मच गई है. थाईलैंड ने कंबोडिया के खिलाफ लड़ाकू विमान एफ 16 तैनात किया तो कंबोडिया ने एफ 16 को मार गिराने का दावा किया है. ताजा हमलों में एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत की खबर है.
बॉर्डर पर बारूदी सुरंग में धमाके के बाद एशियाई देश थाईलैंड-कंबोडिया में एयर स्ट्राइक
रूस-यूक्रेन, इजरायल-हमास, इजरायल-ईरान के बाद भारत के करीबी देश थाईलैंड और कंबोडिया में भयंकर हमले शुरु हुए हैं. दोनों देशों ने एक दूसरे के ऊपर गोलाबारी और रॉकेट से हमले करना शुरू कर दिया है. कंबोडिया के हमले में थाईलैंड का एक गैस स्टेशन तबाह हो गया है, वहीं थाईलैंड ने कंबोडिया पर एयरस्ट्राइक करके तबाही मचाई है.
बताया जा रहा है कि थाईलैंड के गैस स्टेशन पर कंबोडिया ने बीएम-21 रॉकेट से हमला किया. मौके से आई तस्वीरों और वीडियो में थाईलैंड के सैनिक जमीन पर लेटे दिखाई दिए और लेटे-लेटे ही सैनिकों ने अपनी पोजीशन ली.
थाईलैंड ने कंबोडियाई राजधानी पर किया एफ 16 से हमला
कंबोडिया के रॉकेट हमले के जवाब में थाईलैंड ने राजधानी नोम पेन्ह पर एफ-16 फाइटर जेट से हमला किया. बताया जा रहा है कि थाईलैंड ने कंबोडियाई राजधानी की ओर 6 लड़ाकू विमानों को दौड़ाया. वहीं कंबोडिया ने एक एफ 16 को मार गिराने का दावा किया है.
लेकिन थाईलैंड की सेना ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि “कंबोडियाई बटालियनों पर बम गिराने के बाद सभी थाई एफ-16 सुरक्षित और सही-सलामत घर लौट आए हैं.”
बताया जा रहा है कि थाईलैंड ने कंबोडिया के ता मुएन थॉम मंदिर, ता क्राबेई मंदिर, मोम बेई इलाका और प्रेह विहेयर मंदिर के आसपास हमले किए गए हैं. गुरुवार सुबह से दोनों देशों में सैन्य हमले तेज किए गए.
थाई सेना ने शुरु की जंग, कंबोडियाई शांति का पक्षधर: पीएम
कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेट ने बताया कि थाई बलों ने ओदार मीन्चे प्रांत में स्थित कंबोडियाई सेना की चौकियों पर हमला किया और फिर मोम बेई क्षेत्र तक हमले का दायरा बढ़ा दिया. पीएम ने कहा, कंबोडिया हमेशा शांति से मसलों को सुलझाने का पक्षधर रहा है, लेकिन इस बार हमारे पास बलपूर्वक जवाब देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा.”
थाईलैंड और कंबोडिया के ताजा संघर्ष की टाइमलाइन समझिए
- थाई आर्मी के मुताबिक थाईलैंड के सुरिन प्रांत और कंबोडिया के ओडर मेंची प्रांत की सीमा पर स्थित है एक प्राचीन मंदिर ता मुएन थोम मंदिर. यह इलाका लंबे समय से दोनों देशों के बीच विवादित रहा है.
- गुरुवार सुबह करीब साढ़े 7 बजे मंदिर के पास कंबोडिया की ओर से निगरानी के लिए एक ड्रोन भेजा गया. ये ड्रोन कुछ देर तक मंदिर के ऊपर मंडराता रहा और फिर गायब हो गया.
- ड्रोन के फौरन बाद थाईलैंड सीमा पर लगी बाड़ के पास आधा दर्जन करीब कंबोडियाई सैनिक देखे गए. जिनपर थाईलैंड की सीमा में घुसने का आरोप है. थाईलैंड का कहना है कि उन्होंने कंबोडियाई सैनिकों को चेतावनी दी, लेकिन वो अपनी सीमा में नहीं गए और थाईलैंड की सीमा में जबरन घुसपैठ की.
- आधे घंटे में मामला इतना बिगड़ गया कि कंबोडियाई सेना ने थाई मिलिट्री पोस्ट पर गोलीबारी की. छोटे हथियारों के अलावा ग्रेनेड लॉन्चर और मोर्टार दागे गए. ये पोस्ट उसी मंदिर के पास है, जिसे लेकर दोनों देशों में लंबा विवाद रहा है. थाईलैंड के सैनिकों ने भी कंबोडियाई सैनिकों पर फायरिंग की.
- सीमा पर हुई फायरिंग मामले ने तूल पकड़ा और सुबह साढ़े 9 बजे के बाद से कंबोडिया ने बीएम 21 रॉकेट लॉन्चर से हमले किए. ये रॉकेट थाइलैंड के सिसाकोत प्रांत में एक मंदिर और कई रिहायशी इलाकों में गिरे. गैस स्टेशन भी तबाह हुए. कई जगहों पर आग की लपटें दिखाई दीं.
- सुबह 10 बजे के आसपास कंबोडिया की ओर से और रॉकेट दागे गए. जो थाईलैंड के सुरिन प्रांत के रिहायशी इलाके में गिरे. जिसमें कई थाई लोगों के घायल होने की खबर है.
- दोपहर में कंबोडियाई हमलों का जवाब देने के लिए थाईलैंड की वायुसेना उतर गई. थाईलैंड ने 6 एफ-16 फाइटर जेट्स के जरिए कंबोडियाई सैन्य ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर दी. थाईलैंड ने कंबोडियाई सेना की लॉजिस्टिक्स और रडार यूनिट्स को भारी नुकसान पहुंचाने का दावा किया गया है. जबकि कंबोडियाई सेना ने कहा है कि उन्होंने एफ 16 फाइटर जेट को गिरा दिया है.
कंबोडियाई नेतृत्व का कहना है कि थाई सेना के किसी भी हमले का जवाब देने में सक्षम हैं. वहीं थाईलैंड की सेना भी पूरी तरह से कमर कस चुकी है. दो एशियाई देश युद्ध के मुहाने पर हैं. मई में शुरु हुए तनाव को लेकर अपनी सेना की बुराई करने पर थाईलैंड की पीएम पेंटोगटार्न शिनावात्रा अपनी कुर्सी को चुकी हैं. उन्होंने तनाव कम करने के लिए कंबोडिया स्पीकर और पूर्व पीएम से बात की थी और उन्हें अंकल कहकर बुलाया था.
बातचीत को कंबोडियाई स्पीकर ने लीक कर दिया, जिसके बाद पीएम शिनावात्रा पर कंबोडिया के आगे थाईलैंड का सिर झुकाने का आरोप लग गया था. फिलहाल थाईलैंड में कार्यवाहक पीएम फुमथम वेचायचाई हैं.