रूस में घुसकर हमला करने के बाद यूक्रेनी सेना का एक यूनिफॉर्म पैच सोशल मीडिया पर जबरदस्त तरीके से वायरल हो रहा है. ये पैच हिंदू धर्म के ‘स्वास्तिक’ चिन्ह से जुड़ा है जिस पर ‘ऊँ’ (ओम) के साथ ‘डिफेंड धर्म (धर्मा)’ लिखा है. हिंदुओं के सबसे पवित्र ग्रंथ ‘गीता’ में भगवान कृष्ण ने अर्जुन को धर्म की रक्षा का आह्वान किया था.
यूक्रेनी सेना की ‘डिफेंड धर्मा’ की दो-तीन तस्वीरें सामने आई है. एक तस्वीर जमीन पर रखे हैंड ग्रेनेड और राइफल के साथ आई है. इस तस्वीर में एक दो नहीं पूरे चार यूनिफ़ॉर्म पैच दिखाई पड़ रहे हैं. ये सभी पैच यूक्रेनी सेना की हल्के हरे-मटमैले रंग के हैं. दूसरी तस्वीर भी जमीन पर मैगजीन लगी एक राइफल और मिलिट्री ग्लव्स के साथ है. राइफल की मैगजीन पर ही स्वास्तिक और ओम लिखा पैच रखा है. इस तस्वीर में एक ही पैच है और पास में एक सिगार भी रखा है.
दरअसल, यूनिफॉर्म पैच लगाने का चलते अमूमन वायुसेना में होता है. वायुसेना की अलग-अलग स्क्वाड्रन अपनी-अपनी उपलब्धियों के अनुसार इस तरह के पैच डिजाइन करते हैं. थलसेना (ग्राउंड फोर्सेज) में इस तरह के पैच कम देखने को मिलते हैं. हालांकि, थलसेना की रेजीमेंट और अलग-अलग बटालियन भी अपने मिलिट्री कोड के साथ साथ यूनिक नामों से भी जानी जाती हैं. लेकिन इंफेंट्री सैनिक अपनी यूनिफॉर्म पर पैच कम लगाते हैं. जबकि वायुसेना के पायलट और ग्राउंड स्टाफ जी-सूट और कॉम्बेट-यूनिफॉर्म पर इस तरह के पैच लगाए देखे जा सकते हैं.
अभी तक यूक्रेनी सैनिकों को हिटलर के नाजी चिन्ह (उल्टा स्वास्तिक) भी अपनी यूनिफॉर्म पर लगाने को लेकर रूस की आलोचना का शिकार होना पड़ा है. लेकनयुद्ध के दौरान कई ऐसे यूक्रेनी सैनिक में चर्चा में आए थे जो पहले भारत की यात्रा पर आ चुके थे. वे भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति से प्रभावित थे और राधे-कृष्ण का जाप करते हुए दिखाई पड़े थे. वार-फ्रंट पर कुछ यूक्रेनी सैनिक भी इस तरह के ओम (स्वास्तिक) पैच को अपनी यूनिफॉर्म पर लगाए दिखे पड़े थे.
यूक्रेन सेना की किस यूनिट में इस तरह का स्वास्तिक पैच लगाया जाता है, ये अभी तक साफ नहीं है. लेकिन पिछले दो सालों में ये दूसरी बार है जब इस तरह का पैच सोशल मीडिया पर सामने आया है. वर्ष 2022 में भी ये पैच सामने आया था. इस बार ये पैच ऐसे समय में वायरल हुआ है जब इसी महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूक्रेन के दौरे पर जाने वाले हैं. (अगले महीने यूक्रेन जाएंगे पीएम मोदी, युद्ध रोकने पर जेलेंस्की से करेंगे चर्चा)
माना जा रहा है कि 24 अगस्त को पीएम मोदी यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से मिलने कीव जाएंगे. रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद ये पहली बार है कि पीएम मोदी कीव जा रहे हैं. इस दौरान पीएम मोदी और जेलेंस्की के बीच युद्ध रोकने और रूस से शांति वार्ता को लेकर अहम बातचीत हो सकती है.
पिछले महीने (8-9 जुलाई) को पीएम मोदी रूस की राजधानी मॉस्को की यात्रा पर गए थे. युद्ध समाप्त कराने के पीएम मोदी के प्रयासों की खुद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सार्वजनिक तौर से तारीफ की थी. हालांकि, मोदी के मॉस्को प्रवास के दौरान कीव के एक चाइल्ड हॉस्पिटल पर हुए हमले को लेकर भारत और रूस के बीच मनमुटाव की खबरें भी सामने आई थी. हालांकि, भारत के विदेश मंत्रालय ने ऐसी खबरों का पुरजोर तरीके से खंडन किया था.
हाल ही में जेलेंस्की ने भी कहा था कि नवंबर के महीने में रूस से युद्ध-विराम को लेकर बातचीत हो सकती है. लेकिन इस बीच यूक्रेनी सेना ने रूस के कुर्स्क प्रांत में 10 किलोमीटर भीतर घुसकर बड़ा हमला किया है. पिछले ढाई साल में पहली बार यूक्रेनी सेना ने रूस के किसी इलाके में घुसकर ग्राउंड अटैक किया है. हालांकि, मई-जून 2023 में भी यूक्रेनी सेना ने डोनबास में भी ऑफेंसिव स्ट्राइक की थी लेकिन रूसी सेना ने विफल कर दिया था. डोनबास वो इलाका है जो रूस ने यूक्रेन से छीन कर अपने फेडरेशन में शामिल कर लिया है. (यूक्रेन का बड़ा उलटफेर, रूस में घुसकर स्ट्राइक)