इजरायल में हूती विद्रोहियों की मिसाइल आयरन डोम को चकमा देने में कामयाब रही है. ऐसे में सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या वाकई यमन के हूती विद्रोहियों ने इजरायल पर ‘हाइपरसोनिक’ बैलिस्टिक मिसाइल से अटैक किया है. हालांकि ये मिसाइल एक खाली जगह गिरी है, जिससे इजरायल को कोई खास नुकसान नहीं पहुंचा है.
हूती विद्रोहियों से अटैक ने इजरायल की चिंता जरूर बढ़ा दी है, क्योंकि इस मिसाइल को सुरक्षा कवच आयरन डोम पकड़ने में नाकाम रही है. चिंता इस बात की भी है कि ये मिसाइल 2600 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करके इजरायल की राजधावी तेल अवीव के जफा क्षेत्र में गिरी है. मिसाइल से इजरायल की सेना को निशाना बनाने की तैयारी थी.
यमन से इजरायल पर हाइपरसोनिक मिसाइल से हमला
हूती विद्रोहियों ने यमन से इजरायल पर हाइपरसोनिक मिसाइल से अटैक करने का दावा किया है. ये हमला रविवार की सुबह साढ़े 6 बजे के करीब किया गया.
इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के मुताबिक मिसाइल को हवा में ही नष्ट कर दिया गया और टुकड़े एक खाली जगह गिरे हैं. इजरायल को इस अटैक से कोई नुकसान नहीं हुआ है. मिसाइल हमले के बाद हालांकि, पूरे तेल अवीव में सायरन बजने लगे, जिसके बाद लोग बंकर या फिर सुरक्षित जगहों पर शरण लेने चले गए.
हूती विद्रोहियों का दावा रेल पर अटैक किया
हूती विद्रोहियों के मुताबिक, मिसाइल से इजरायल की ट्रेन को टारगेट किया गया और ट्रेन को उड़ा दिया गया है. हूती के प्रवक्ता ने कहा है कि यमन के लोग पैगंबर साहब का जन्मदिन मनाएंगे, पर इजरायली लोग बंकर में छिपकर अपनी जान बचाएंगे.
7 अक्टूबर से पहले तैयार रहे इजरायल, ऐसे अटैक होंगे: हूती
अगले महीने इजरायल पर हुए हमले की पहली बरसी है. पिछले साल 7 अक्टूबर को ही हमास आतंकियों ने जल, नभ और थल के जरिए इजरायल को सबसे बड़ी चोट पहुंचाई थी. जिसके बाद इजरायल हमास का खात्मा करने में जुटा हुआ है.
अब भी करीब 100 बंधक, इजरायल के कब्जे में हैं. हूती विद्रोहियों के प्रवक्ता याह्या सारी ने हाइपरसोनिक मिसाइल हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि इजरायल हमले की पहली बरसी पर ऐसे कई हमले किए जाएंगे.
हूतियों को बख्शेंगे नहीं: बेंजामिन नेतन्याहू
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमले के बारे में पलटवार करते हुए कहा कि “अब तक हूती को पता चल जाना चाहिए कि हम पर हमला करने के एवज में हमें नहीं, उन्हें ज्यादा नुकसान होता है. हूती विद्रोही होदैदा पोर्ट हमले को याद रखें.”
गौरतलब है कि जुलाई के महीने में हूती विद्रोहियों के ड्रोन अटैक के बदले इजरायली सेना ने होदैदा पोर्ट पर जवाबी कार्रवाई की थी., जिसमें हूती विद्रोहियों को भारी
नुकसान उठाना पड़ा था.
हूती विद्रोहियों को किसने दी हाइपरसोनिक मिसाइल
माना जाता है कि हूती विद्रोहियों को हथियार, मिसाइल आदि ईरान मुहैया कराता है. ऐसे में कयास उठ रहे हैं कि कि ईरान ने हूतियों को गदीर मिसाइल दी है, जिसे वो दागते हैं. जब इस मिसाइल को लॉन्च किया जाता है तो इसके इंजन से अत्यधिक गर्मी पैदा होती है, जिसे अमेरिकी सैटेलाइट ट्रैक कर लेता है और सूचना को आईडीएफ के पास भेज दिया जाता है.
सवाल ये है कि रविवार को जब हूतियों ने मिसाइल दागी तो क्या अमेरिका भी ट्रैक नहीं कर पाया या जानकारी इजरायल के साथ साझा की गई और समय रहते मिसाइल अटैक से इजरायल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
घिरे इजरायल में पीएम-डिफेंस मिनिस्टर में तनातनी
खबर ये भी है कि इजरायली सेना के ऑपरेशन को लेकर बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री यौव गेलेंट में मतभेद हैं.
लेबनान में ऑपरेशन को लेकर रक्षामंत्री ने नेतन्याहू को कहा है कि ऐसे ऑपरेशन की जरूरत नहीं हैं. एक इंटरव्यू में पीएम नेतन्याहू ने हालांकि, कहा है कि अगर गैलेंट ऑपरेशन को रोकते हैं तो उन्हें बर्खास्त कर दिया जाएगा. इससे पहले भी गैलेंट अपने इस्तीफे की पेशकश की थी.