राजस्थान के पोखरण में आसमान से वज्रपात हुआ तो उसकी गूंज पाकिस्तान से सटी सीमा तक पहुंच गई. ये वज्रपात किया था भारतीय वायुसेना ने अपने शक्ति-प्रदर्शन में जो शनिवार को राजस्थान के रेगिस्तान में किया गया. दो घंटे तक चली वायुशक्ति एक्सरसाइज में वायुसेना के फाइटर जेट, अटैक हेलीकॉप्टर और मिसाइलों ने 50 टन बारूद की बरसात की.
शुक्रवार को राजस्थान के पोखरण में भारतीय वायुसेना के 120 एयरक्राफ्ट ने अपनी आक्रामक क्षमताओं का प्रदर्शन किया. इनमें रफाल लड़ाकू विमान ने पहली बार सार्वजनिक तौर से एयर टू एयर मिसाइल, मिका का प्रदर्शन कर पोखरण रेंज में मौजूद मिलिट्री कमांडर्स और आम लोगों की तालियां और वाहवाही लूटी. ये पहली बार था कि रफाल फाइटर जेट ने भारत में किसी शक्ति-प्रदर्शन में हिस्सा लिया था. रफाल के अलावा स्वदेशी लड़ाकू विमान एलसीए-तेजस ने भी आसमान से आसमान और आसमान से जमीन पर मिसाइल और बम गिराकर अपनी क्षमताओं से पूरे देश को अवगत कराया.
तीन साल में एक बार होने वाली वायुशक्ति एक्सरसाइज को देखने के लिए सीडीएस जनरल अनिल चौहान, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी के चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार सहित बड़ी संख्या में सैन्य अधिकारी मौजूद थे. इस साल की एक्सरसाइज का थीम था नाभस वज्र प्रहार. पूरी एक्सरसाइज को वायुसेना के यूएवी ने अपने कैमरे में लाइव कैद किया.
एक्सरसाइज के दौरान मिराज-2000 फाइटर जेट ने आतंकी ठिकानों को तबाह करने की लाइव ड्रिल की तो सुखोई फाइटर जेट ने दुश्मनों के फ्यूल डिपो और अहम सैन्य ठिकानों को अपने बम के जरिए नष्ट करने का प्रदर्शन किया. जगुआर फाइटर जेट ने दुश्मन की सीमा में डीप-स्ट्राइक का जौहर दिखाया. मिग-29 और हॉक एयरक्राफ्ट ने भी दुश्मनों के टारगेट को सिम्युलेट किया. वायुसेना के मुताबिक, इस शक्ति प्रदर्शन के दौरान फाइटर जेट्स ने प्रेसशियन गाइडेड म्यूनिशन और पारंपरिक बम और रॉकेट को दागकर अपनी ताकत से रूबरू कराया.
युद्धाभ्यास के दौरान समर और आकाश एयर डिफेंस मिसाइल ने भी मल्टीपल टारगेट को गिराने का प्रदर्शन किया.
अमेरिका से लिए अपाचे और स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर प्रचंड ने भी पहली बार वायुसेना की एक्सरसाइज में हिस्सा लेते हुए आसमान से जमीन तक मार करने वाली मिसाइलों को दागकर अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया. खास बात ये है कि एक्सरसाइज को दिन और रात दोनों में ही अंजाम दिया गया. इसके अलावा मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट सी-17 ग्लोबमास्टर से हैवी लोड पैरा-ड्रॉप किया गया तो सी-130 जे सुपर-हरक्युलिस के जरिए गरुण कमांडो ने अपने स्पेशल ऑपरेशन का डेमो दिखाया. गरुण कमांडो ने मी-17 हेलीकॉप्टर के जरिए अर्बन-इंटरवेंशन का प्रदर्शन किया जो एंटी-टेररिस्ट ऑपरेशन के लिए किया जाता है. अमेरिका से लिए चिनूक हेलीकॉप्टर से एम-777 होवित्जर तोपों को एयरलिफ्ट कर रणभूमि में पहुंचाने की ड्रिल को अंजाम दिया गया.
वायुशक्ति इंडियन एयरफोर्स की सबसे बड़ी फायर पावर डेमो एक्सरसाइज है जो 1954 से चलती आ रही है. आखिरी बार ये एक्सरसाइज वर्ष 2019 में हुई थी. इस एक्सरसाइज के महज 10 दिन के भीतर यानी 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर बालाकोट एयर-स्ट्राइक की थी.
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