पहलगाम में पाकिस्तान परस्त आतंकियों के हमलों में मारे गए मृतकों में नेवी के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी शामिल हैं, जो 19 अप्रैल को अपने विवाह के बाद पत्नी के साथ पहलगाम घूमने गए थे. शादी के महज 3 दिनों में ही पति-पत्नी का साथ हमेशा-हमेशा के लिए छूट गया. वहीं मृतकों में एक आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) के अफसर भी शामिल हैं. हैदराबाद में कार्यरत आईबी के सेक्शन ऑफिसर मनीष रंजन की आतंकी हमले में मौत हो गई है.
आतंकी हमले के शिकार हुए नेवी अफसर
हरियाणा के रहने वाले विनय नरवाल की पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मौत हो गई है. विनय नरवाल की तीन दिन पहले 19 अप्रैल को शादी हुई थी. नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की तैनाती इन दिनों कोच्चि में है. विवाह के बाद छुट्टी पर अपनी पत्नी के साथ विनय नरवाल पहलगाम घूमने गए थे. इस दौरान आतंकियों ने विनय नरवाल की गोली मारकर हत्या कर दी.
आतंकियों ने आईबी अधिकारी को भी मारा
हैदराबाद में कार्यरत आईबी के सेक्शन ऑफिसर मनीष रंजन की भी आतंकी हमले में मौत हो गई है. मनीष रंजन एक पर्यटक के तौर पर कश्मीर गए थे. मनीष रंजन मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं और अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ जम्मू-कश्मीर घूमने गए थे. सीएम नीतीश कुमार ने मनीष रंजन समेत बाकी के मृतकों के परिवार वालों के साथ संवेदना जताई है.
बॉलीवुड ने पीएम मोदी से की सख्त कार्रवाई की मांग
बॉलीवुड अभिनेता और अभिनेत्रियों में पहलगाम हमले को लेकर रोष है. संजय दत्त ने एक्स पर लिखा, “उन्होंने हमारे लोगों को बेरहमी से मार डाला, इसे माफ नहीं किया जा सकता. इन आतंकवादियों को पता होना चाहिए कि हम चुप नहीं बैठेंगे,हमें जवाबी कार्रवाई करने की जरूरत है, मैं हमारे प्रधानमंत्री जी, गृह मंत्री जी और रक्षा मंत्री जी से अनुरोध करता हूं कि उन्हें वह दिया जाए जिसके वे हकदार हैं’ वहीं अनुपम खेर ने एक भावनात्म वीडियो शेयर करके कहा, “गलत…गलत…गलत!!! पहलगाम हत्याकांड!! आज शब्द नपुंसक हैं!!”
कश्मीर में शांति नहीं, रणनीतिक चुप्पी थी:विवेक अग्निहोत्री
एक्ट्रेस भाग्य श्री ने लिखा, “बेगुनाह लोगों की जान चली गई! कश्मीर में आतंकवादियों ने जो किया है, उसे देखकर मैं टूट गई हूं. हम भारतीय प्रधानमंत्री से आग्रह करते हैं कि वे इस जघन्य कृत्य को अंजाम देने वालों को न्याय के कटघरे में खड़ा करें” तो कश्मीर फाइल्स बनाने वाले विवेक अग्निहोत्री ने कहा, “हे भगवान। हे भगवान। हे भगवान. इस अमानवीय त्रासदी के बारे में जानने के लिए अभी-अभी शिकागो पहुंचा हूं. मुझे लंबे समय से इसका डर था. मैं हमेशा से कहता रहा हूं – कश्मीर में शांति नहीं थी, यह एक रणनीतिक चुप्पी थी. मैं अमित शाह जी से आग्रह करता हूं कि वे कश्मीर और बंगाल दोनों को तुरंत सुरक्षित करें, इससे पहले कि कोई और त्रासदी सामने आए. मैं उनकी चाल जानता हूं.”