आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने के लिए भारत और इटली ने प्रतिबद्धता जताई है. रोम में पांचवीं जेडब्ल्यूजी की बैठक में भारत और इटली ने वैश्विक आतंकवाद निरोधक मंच (जीसीटीएफ) और वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) जैसे बहुपक्षीय मंचों में आपसी सहयोग की आवश्यकता पर भी जोर दिया है.
भारत-इटली के बीच हुई रोम में बैठक
रोम में आयोजित ‘आतंकवाद और संगठित-अपराध से निपटने पर संयुक्त कार्य समूह’ की 5वीं बैठक में इन मुद्दों पर गहनता से चर्चा की गई. चर्चा में घरेलू, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय क्षेत्रों में उभरते खतरों पर फोकस किया गया, जिसमें आतंकवादी समूहों द्वारा टेक्नोलॉजी के दुरुपयोग को संबोधित करने पर जोर दिया गया. भारत और इटली ने आतंकियों की चुनौतियों का मुकाबला करने में अनुभव को साझा किया और आतंकियों पर केस करने पर जोर दिया.
जेडब्ल्यूजी की अगली बैठक दिल्ली में होगी
इस बैठक की सह-अध्यक्षता भारत के विदेश मंत्रालय में आतंकवाद से निपटने के लिए संयुक्त सचिव के.डी. देवल और इटली के विदेश मंत्रालय में राजनीतिक मामलों के वरिष्ठ उप निदेशक और सुरक्षा निदेशक एलेसेंड्रो अजोनी ने की. बैठक में द्विपक्षीय समझौतों की प्रगति की भी समीक्षा की गई, जिसमें दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और प्रगाढ़ करने पर जोर दिया. भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने इटली के कैसर्टा में इंटर-एजेंसी लॉ इन्फोर्समेंट एकेडमी का दौरा किया, ताकि भारतीय समकक्षों के साथ क्षमता निर्माण और सहयोग के के अवसरों को जाना जा सके. अगली वार्ता अब दिल्ली में आयोजित की जाएगी. (https://x.com/IndiainItaly/status/1881014221984424168)
ब्राजील में पिछले साल हुई थी मोदी-मेलोनी की द्विपक्षीय वार्ता
पिछले साल नवंबर में ब्राजील में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की पीएम मेलोनी के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई थी.इस वार्ता में भारत और इटली के बीच अगले पांच वर्ष की कार्य योजना बनाई गईय इस योजना में मुख्य रूप से रक्षा, व्यापार, स्वच्छ ऊर्जा और कनेक्टिविटी समेत कई विशिष्ट पहलों की रूपरेखा तैयार की गई.
भारत-इटली कार्य योजना 2025-29 में आर्थिक सहयोग, निवेश, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष योजनाएं, रक्षा, सुरक्षा, प्रवास, कनेक्टिविटी और गतिशीलता शामिल है.
गौरतलब है कि पीएम मोदी और इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी की जबरदस्त बॉन्डिंग हैं और जब भी मिलते हैं तो सोशल मीडिया पर साथ सेल्फी जरूर साझा करते हैं.