सीरिया में अशांति और इजरायल, अमेरिका और तुर्किए की बमबारी के बीच 75 भारतीयों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है. सीरिया में तख्तापलट के बाद ही भारत ने अपने नागरिकों को लेकर एडवायजरी जारी की थी, पर अब हालात बिगड़ने पर भारतीयों को बाहर निकाला गया है. इन भारतीयों की लेबनान के रास्ते सुरक्षित वापसी की जा रही है.
विदेश मंत्रालय ने दी भारतीयों की सुरक्षित वापसी की जानकारी
देर रात जारी एक बयान में विदेश मंत्रालय ने सीरिया से भारतीयों की वापसी की जानकारी साझा की है. विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, “भारत सरकार ने सीरिया में हुए हालिया घटनाक्रम के बाद 75 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकाला है. निकाले गए लोगों में जम्मू कश्मीर के 44 जायरीन शामिल हैं, जो सईदा जैनब में फंसे थे. सभी भारतीय सुरक्षित लेबनान पहुंच गए हैं. लेबनान से नागरिकों को कमर्शियल फ्लाइट्स के जरिए भारत लाया जाएगा.”
सीरिया के हालात पर हमारी पूरी नजर: विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय ने कहा, भारत सरकार विदेश में रह रहे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है. सीरिया में रह रहे भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे दमिश्क में भारतीय दूतावास के संपर्क में रहें. विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में ये भी कहा- सरकार स्थिति पर निकटता से नजर बनाये रखेगी.
इससे पहले विदेश मंत्रालय ने सीरिया में बचे हुए नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करके दमिश्क में भारतीय दूतावास के संपर्क में रहने को कहा था.
सीरिया में संघर्ष बढ़ा, लगातार हो रही एयर स्ट्राइक
सीरिया की राजधानी दमिश्क में विद्रोहियों का कब्जा है. पर सीरिया के बाकी शहरों में मंगलवार देर रात तक एयर स्ट्राइक की आवाजें सुनी गई हैं. इजरायल और अमेरिका के अलावा तुर्किए ने भी बमबारी की गई. राष्ट्रपति असद के तख्तापलट के बाद से अबतक 250 से ज्यादा एयरस्ट्राइक की जा चुकी है. इजरायली सेना ने सीरिया में संदिग्ध रासायनिक हथियारों वाली जगहों पर हमला किया है. इजरायली सेना ने कहा है कि आतंकियों के हाथ रासायनिक हथियार लगने से खतरा हो सकता है.
इजरायली सेना ने गोलान हाइट्स के बफर जोन पर कब्जा कर लिया है. पर अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि इजरायली सेना ने अब राजधानी दमिश्क की ओर बढ़ना शुरु कर दिया है. पर इजरायल ने इसे महज अफवाह बताया है. आईडीएफ ने कहा है कि उनके सैनिक सिर्फ गोलान हाइट्स के बफर जोन में तैनात हैं.
इस बीच इजरायल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज़ ने कहा कि सेना “सीरिया में आतंकवाद को जड़ें जमाने से रोकने के लिए दक्षिणी सीरिया में हथियारों और आतंकवादी खतरों से मुक्त रक्षा क्षेत्र बनाएगी, जिसमें इजरायल की कोई स्थायी मौजूदगी नहीं होगी.” वहीं संयुक्त राष्ट्र ने सीरिया के हालात पर चिंता जताई है.