पाकिस्तान के ड्रोन अटैक को आसमान में ही नाकाम करने वाले एयर डिफेंस सिस्टम एस 400 के बाद देश को एक और शक्तिशाली एयर डिफेंस सिस्टम मिलने वाला है. भारतीय सेना को जल्द ही 30 हजार करोड़ की लागत से विकसित क्विक रिएक्शन सरफेस-टू-एयर मिसाइल (क्यूआरएसएएम) प्रणाली मिलने वाली है. पूरी तरह से स्वदेशी इस प्रणाली को जल्द ही सेना की एयर डिफेंस यूनिट में शामिल किया जाएगा. भारत के ताकत में इजाफा होने से पाकिस्तान की नींद उड़ी हुई है क्योंकि अभी-अभी पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल अमेरिका में एयर डिफेंस सिस्टम की भीख मांगकर आया है.
भारत को जल्द मिलेगी क्यूआरएसएएम प्रणाली
देश के एयर डिफेंस सिस्टम में बड़ा इजाफा होने जा रहा है. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक देश के पश्चिमी और उत्तरी बॉर्डर पर तैनाती के लिए क्यूआरएसएएम की तीन रेजिमेंट खरीदने के प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है.
यह प्रणाली रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित की गई है जिसे पश्चिमी और उत्तरी सीमाओं पर तैनात की जाएगी. इस महीने के चौथे हफ्ते में रक्षा मंत्रालय सेना के लिए सतह से हवा में मार करने वाली इस प्रणाली पर चर्चा करेगा.
क्या है ये प्रणाली, जिससे देश की सुरक्षा होगी और मजबूत
क्विक रिएक्शन सरफेस-टू-एयर मिसाइल यानी क्यूआरएसएएम प्रणाली अत्यधिक मोबाइल है और चलते-फिरते लक्ष्यों को खोजने और ट्रैक करने में सक्षम है. इसकी मारक क्षमता लगभग 30 किलोमीटर है और यह मौजूदा मिसाइल रक्षा प्रणालियों जैसे आकाश और एमआरएएएम की क्षमताओं को और मजबूत करेगी.
यह अत्यधिक गतिशील हैं, क्योंकि इसमें गतिशील लक्ष्यों को खोजने, ट्रैक करने और बहुत कम समय में उन्हें भेदने की क्षमता है. ये बहुत तेजी से मूव कर सकती हैं. ये चलते-फिरते ही दुश्मन के टारगेट को खोज और ट्रैक करने में सक्षम है और फायर भी कर सकती है.
ऑपरेशन सिंदूर में हिंदुस्तान की ताकत के आगे फेल हुआ पाकिस्तान
पहलगाम नरसंहार के बाद भारत ने पाकिस्तान में जैश और लश्कर के आतंकी कैंप पर प्रहार किया था. आतंकियों के मददगार पाकिस्तान ने अगले दिन भारत पर तुर्किए के ड्रोन्स की बौछार कर दी थी. भारत के तमाम एयर स्टेशन और मिलिट्री कैंप पर पाकिस्तान ने हमले की कोशिश की. लेकिन भारत के मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के सभी ड्रोन्स और मिसाइल को आसमान में ही मार गिराया था.
आकाशतीर मिसाइल सिस्टम, रूस से लिए एस-400 सिस्टम ने पाकिस्तान के हमले को पूरी तरह से नाकाम कर दिया था. भविष्य के दूसरे खतरों से निपटने के लिए भारत ने डीआरडीओ को क्यूआरएसएएम प्रणाली बनाने की जिम्मेदारी दी है.
अमेरिका से पाकिस्तान ने मांगी एयर डिफेंस सिस्टम की भीख, माना ऑपरेशन सिंदूर में हुआ बहुत नुकसान
पाकिस्तान के 13 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिका से सार्वजनिक रूप से एडवांस अमेरिकी हथियारों की मांग की है. इस मांग के दौरान सबसे सामने ही पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने ये कबूल कर लिया है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तान पर 80 फाइटर जेट्स से 400 मिसाइलें दागीं थीं, एक-एक मिसाइल में कई वॉर हेड थे. भारत ने खतरनाक क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों से पाकिस्तान को तबाह कर दिया.
पाकिस्तान के मंत्री मुसादिक मलिक ने कहा, “आपने देखा होगा कि हमारे साथ क्या हुआ. भारत जो तकनीक इस्तेमाल कर रहा था, वह बहुत एडवांस है.” पाकिस्तानी प्रतिनिधियों ने अमेरिका से अपील की है कि “वह तुरंत एयर डिफेंस सिस्टम जैसे पैट्रियट मिसाइल, सतह से हवा में मार करने वाले हथियार और 4.5 जेनरेशन के फाइटर जेट्स पाकिस्तान को दें.”