अमेरिका की इंडो पैसिफिक नीति का केन्द्रीय स्तंभ भारत है, जो क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करने के लिए अहम है.” ये मानना है, डोनाल्ड ट्रॉप के कार्यकाल मे निर्वाचित एनएसए माइक वाल्ट्ज का.
माइक वाल्ट्ज ने भारत को अमेरिका का अहम पार्टनर बताया है. माइक वाल्ट्ज अमेरिका के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. इस दौरान भारत की जमकर तारीफ की है. ‘पासिंग द बैटन 2025: सिक्योरिंग अमेरिकाज फ्यूचर इन एन एरा ऑफ स्ट्रैटेजिक कॉम्पिटिशन’ कार्यक्रम में मौजूदा एनएसए जैक सुलीवन और पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश के एनएसए स्टीफन जे हेडली भी मौजूद थे.
यूएस के इंडो पैसिफिक नीति का केंद्र है भारत: माइक वाल्ट्ज
5 दिनों बाद अमेरिका के एनएसए बनने वाले माइक वाल्ट्ज ने ट्रंप प्रशासन के दौरान भारत को प्राथमिकता देने की बात कही है. माइक वाल्ट्ज ने कहा है कि “भारत अमेरिका का महत्वपूर्ण पार्टनर है.भारत वैश्विक सुरक्षा और समृद्धि के लिए एक मजबूत सहयोगी है.
अमेरिका की ‘इंडो-पैसिफिक’ नीति का केंद्रीय स्तंभ भारत है, जो क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करने के लिए अहम है.” माइक वाल्टज ने कहा कि “भविष्य में यह रिश्ता और मजबूत होगा. भारत और अमेरिका के बीच विश्वास और सहयोग बढ़ेगा.”
चीन के कट्टर आलोचक, भारत के समर्थक हैं माइक वाल्टज
हाल ही मे जब विदेश मंत्री एस जयशंकर अमेरिका के दौरे पर गए थे. तो नए एनएसएस माइक वाल्ट्ज से मुलाकात की थी. मीटिंग में जयशंकर और वाल्ट्ज ने एक दूसरे के प्रति प्रतिबद्धता दोहराई थी. माइक वाल्ट्ज सेना के पूर्व अफसर रह चुके हैं और चीन के कट्टर विरोधी, भारत के कट्टर समर्थक माने जाते हैं.
वाल्ट्ज भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने और चीन का मुकाबला करने के मामले में मजबूत रणनीति बनाने के समर्थक रहे हैं. माइक वाल्ट्ज अमेरिकी संसद में इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष हैं. माना जा रहा है कि ट्रंप प्रशासन के दौरान अमेरिका की हिंद प्रशांत महासागर को लेकर बनने वाली रणनीति में भारत की भूमिका अहम हो सकती है.
भारत के साथ मजबूत हुए हमारे रिश्ते: व्हाइट हाउस
व्हाइट हाउस ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के 4 साल के कार्यकाल की प्रमुख उपलब्धियों का विवरण जारी किया है, जिसमें भारत के साथ रिश्तों को मजबूत करने, आईसीईटी संवाद की शुरुआत और क्वाड साझेदारी के बारे में बताया गया. व्हाइट हाउस ने बताया कि- बाइडेन ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका के आर्थिक और सुरक्षा साझेदारों के साथ संबंधों को नए स्तर तक पहुंचाया और क्वाड जैसे बहुपक्षीय मंच के जरिए क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा दिया. व्हाइट हाउस ने बाइडेन की कूटनीति को भारतीय रिश्तों के संदर्भ में सकारात्मक बताया है.