अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को लेकर एक और शिगूफा छोड़ दिया है. ट्रंप ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि अब रूसी तेल नहीं खरीदा जाएगा. अमेरिकी राष्ट्रपति ने व्हाइट हाउस में एक कार्यक्रम के दौरान ये बात कही. ट्रंप ने कहा, मैं, राष्ट्रपति पुतिन से बस यही चाहता हूं कि वह यूक्रेनियों और रूसियों को मारना बंद करे.
प्रधानमंत्री मोदी मेरे बहुत अच्छे मित्र: ट्रंप
अलग-अलग मंचों से पीएम मोदी को अपना मित्र बताने और भारत को महान देश कहने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक बार फिर से पीएम मोदी की तारीफ की है. ट्रंप ने कहा, मोदी एक अच्छे व्यक्ति हैं और वह मुझे पसंद भी करते हैं. पहले भारत में कुछ महीनों में एक नया नेता आ जाता था, लेकिन मेरे दोस्त मोदी काफी लंबे समय से भारत की सत्ता संभाल रहे हैं और उन्होंने मुझे भरोसा दिलाया है कि वह कुछ ही समय में भारत से तेल खरीदना बंद कर देंगे.
भारत के रूस से तेल खरीदने से अमेरिका खुश नहीं: ट्रंप
ट्रंप ने कहा, “हम रूस से तेल खरीदने को लेकर खुश नहीं थे, क्योंकि इससे रूस इस बेतुके युद्ध को जारी रख सकता है, जिसमें उसने डेढ़ लाख लोगों को खो दिया है, जिनमें ज्यादातर सैनिक हैं. यह एक ऐसा युद्ध है जो कभी शुरू नहीं होना चाहिए था, लेकिन यह एक ऐसा युद्ध है जिसे रूस को पहले ही हफ्ते में जीत लेना चाहिए था, और वो चौथे साल में प्रवेश कर रहे हैं. मैं इसे रुकते हुए देखना चाहता हूं, इसलिए मैं इस बात से खुश नहीं था कि भारत तेल खरीद रहा है.”
ट्रंप ने कहा, हमें लगता है कि हम युद्ध रोक सकते हैं. अगर भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा तो यह काम और आसान हो जाएगा और युद्ध खत्म होने के बाद व्यापार फिर से शुरू हो जाएगा.
ट्रंप का ये बयान ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका यह दबाव बढ़ा रहा है कि पश्चिमी प्रतिबंध प्रभावी हों और रूस की सेना को फंडिंग ना मिल सके.
हम राष्ट्रीय हित में लेते हैं फैसले: जयशंकर
ट्रंप के ताजा बयान पर भारत जल्द प्रतिक्रिया दे सकता है. लेकिन इससे पहले भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर पहले कई बार कह चुके हैं कि “भारत की ऊर्जा खरीद राष्ट्रीय हित से संचालित होती है. हम किसी भी देश से राजनीतिक विचारों के आधार पर आयात नहीं करते. हमारे निर्णय बाजार की वास्तविकताओं से प्रेरित होते हैं.”
भारत स्वाभिमानी देश, अपने फैसले खुद लेता है: पुतिन
लेकिन पिछले सप्ताह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी दबाव को लेकर बड़ा बयान दिया था. पुतिन ने कहा था कि भारत एक संप्रभु देश है, स्वाभिमानी है और अपने फैसले खुद लेता है.
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोची में वल्दाई डिस्कशन क्लब के पूर्ण सत्र में बोलते हुए पीएम मोदी की जमकर प्रशंसा की थी और भारत की नीति की सराहना की थी.
पुतिन ने कहा, “अगर भारत हमारी ऊर्जा सप्लाई से इनकार करता है, तो उसे निश्चित रूप से नुकसान होगा, भारत जैसे देश के लोग मेरा विश्वास कीजिए, राजनीतिक नेतृत्व द्वारा लिए गए निर्णयों पर कड़ी नजर रखेंगे और किसी के सामने किसी भी तरह का अपमान नहीं होने देंगे.”
पुतिन ने पीएम मोदी पर भरोसा जताते हुए कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसा कोई कदम कभी नहीं उठाएंगे. मैं प्रधानमंत्री मोदी को जानता हूं.”