पिछले चार साल से शांत बैठे पाकिस्तान ने एक बार फिर एलओसी पर अपना पुराना रंग दिखाना शुरू कर दिया है. खबर है कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) के कृष्णा घाटी सेक्टर में 4 फरवरी की रात को पाकिस्तानी बैट (बॉर्डर एक्शन टीम) ने भारतीय सेना की चौकी पर हमला करने की साजिश रची थी.
पहले लैंड माइन ब्लास्ट और फिर भारतीय सेना की कार्रवाई में बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी बैट टीम के सात सदस्यों की जान चली गई. इसके चलते बैट टीम का हमला विफल कर दिया गया.
पाकिस्तानी बैट टीम में पाकिस्तानी सेना के एसएसजी (स्पेशल सर्विस ग्रुप) कमांडो और आतंकवादी शामिल होते हैं. वर्ष 2021 के युद्धविराम समझौते से पहले, बैट टीम चोरी छिपे एलओसी पार कर भारतीय सैनिकों पर हमला करती थी और फिर उनके शवों को क्षत-विक्षत कर देती थी.
4 फरवरी की घटना पर में बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना का एक कैप्टन रैंक का अधिकारी मारा गया है. बाकी के बारे में बताया जा रहा है कि आतंकी थे. हालांकि, भारतीय सेना ने इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.
ये घटना ऐसे समय में सामने आई है जब 5 फरवरी को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तैयबा जैसे आतंकी संगठनों ने हमास के साथ मिलकर एक बड़ा जलसा आयोजित किया था. इस जलसे में कश्मीर की आजादी से लेकर भारत और भारतीय राजनेताओं के खिलाफ अनाप-शनाप बयानबाजी की गई थी. (पीओके में ओसामा की छत्र-छाया, हमास और जिहादियों ने लगाया मजमा)
यही वजह है कि गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय सेना सहित जम्मू कश्मीर पुलिस और खुफिया विभाग के सीनियर अधिकारियों के साथ कश्मीर घाटी की सुरक्षा की समीक्षा की थी. (कश्मीर में आतंकवाद का करो समूल नाश: अमित शाह)