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Indian Navy ने बचाया पाकिस्तानी नाविकों को

भारतीय नौसेना सोमालियाई समुद्री-लुटेरों पर कहर बनकर टूट रही है तो समंदर में दुश्मन देश के नाविकों को भी बचा रही है. सोमालियाई तट के करीब भारतीय नौसेना के आईएनएस सुमित्रा युद्धपोत ने एक फिशिंग वैसल और उस पर सवार 19 पाकिस्तानी नागरिकों को सोमालियाई दस्यु के चंगुल से सकुशल बचाया है. इस ऑपरेशन में 11 सोमालियाई लुटेरे भी नौसेना के हत्थे चढ़े हैं. 

भारतीय नौसेना के मुताबिक, बीते 36 घंटों के अंदर आईएनएस सुमित्रा ने सोमालियाई समुद्री-दस्यु के खिलाफ दूसरा बड़ा ऑपरेशन किया है. नौसेना के प्रवक्ता, कमांडर विवेक मधवाल के मुताबिक, सोमवार को अरब सागर में एक ईरानी फिशिंग बोट का पता लगाने और इंटरसेप्ट करने की सूचना मिली थी. इस सूचना के मिलते ही आईएनएस सुमित्रा जहाज ने अल-नईमी नाम की इस बोट का पता लगाया जिसे सोमालियाई लुटेरों ने हाईजैक कर लिया था. 

आईएनएस सुमित्रा युद्धपोत पर तैनात हेलीकॉप्टर और मरीन कमांडो (मार्कोस) सवार बोट्स के जरिए सोमालियाई लुटेरों के खिलाफ ऑपरेशन शुरु किया गया और उन्हें ईरानी बोट को रिहा करने के लिए मजबूर किया गया. इसके बाद भारतीय मार्कोस ईरानी बोट पर सवार हुए और पूरी बोट की सघन तलाशी ली. इस बोट पर 19 पाकिस्तानी नागरिक सवार थे जिन्हें सकुशल बचा लिया गया है. 

इस दौरान 11 सोमालियाई समुद्री-लुटेरे नौसेना केे हत्थे चढ़े. भारतीय नौसेना ने मार्कोस की हिरासत में इन समुद्री-दस्यु की तस्वीरें भी जारी की है. ये ऑपरेशन कोच्चि से 850 मील दूर सोमालियाई तट के करीब हुआ है. रविवार (28 जनवरी) को ही आईएनएस सुमित्रा ने एक अन्य ईरानी बोट को सोमालियाई लुटेरों के कब्जे से बचाया था ( नौसेना ने Pirates से बचाया Iranian बोट को)

गौरतलब है कि जब से ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने रेड सी (लाल सागर) में अमेरिका, इजरायल और उनके मित्र-देशों के जहाज को निशाना बनना शुरु किया है, सोमालियाई समुद्री-लुटेरे भी हॉर्न ऑफ अफ्रीका के आसपास बेहद सक्रिय हो गए हैं और आए दिन व्यापारिक जहाज, फिशिंग वैसल और ऑयल टैंकर को निशाना बना रहे हैं. 

इसी महीने की 4 तारीख को भारतीय नौसेना ने एक बेहद ही सफल मेरीटाइम ऑपरेशन में लीला नॉरफोक नाम के एक समुद्री जहाज को सोमालियाई लुटेरों के चंगुल से छुड़ाया था. इस मिशन में भारतीय नौसेना के आईएनएस चेन्नई युद्धपोत और उस पर तैनात मार्कोस कमांडो ने पी8आई टोही विमान सहित एमक्यू-9 रीपर ड्रोन की मदद ली थी. इससे पहले दिसंबर (2023) के महीने में एक सोमालियाई लुटेरे एक जहाज को अगवा कर सोमालिया ले गए थे. उस दौरान भी भारतीय नौसेना के युद्धपोत ने अगवा हुए जहाज का पीछा किया था. लेकिन सोमालियाई समुद्री सीमा में दाखिल होने के बाद भारतीय युद्धपोत और टोही विमान पी8आई ने उसके खिलाफ ऑपरेशन नहीं किया था. 

इसी हफ्ते सोमालियाई लुटेरों ने श्रीलंका के एक समुद्री ट्रॉलर को हाईजैक कर लिया है. उसे रिहा करने के लिए श्रीलंकाई सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से मदद मांगी है. (https://x.com/FinalAssault23/status/1752307806777086018?s=20)

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