इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन पर लगाम कसने के लिए वाशिंगटन डीसी में अमेरिका ने क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक की तो इधर मलक्का स्ट्रेट में फ्रांसीसी नौसेना ने ‘ला पेरोस’ नाम की मल्टीनेशन एक्सरसाइज को आयोजित किया (16-24 जनवरी).
इंडोनेशिया के करीब हुई इस मेरीटाइम एक्सरसाइज में भारतीय नौसेना के पीआई8 टोही विमान और आईएनएस मुंबई युद्धपोत ने भी हिस्सा लिया.
मलक्का स्ट्रेट, प्रशांत महासागर और हिंद महासागर को जोड़ता है और दक्षिण-पूर्व एशिया से यूरोप और खाड़ी देशों के लिए एक अहम समुद्री-मार्ग है. चीन के कार्गो जहाज और ऑयल टैंकर भी इसी मार्ग से आवाजाही करते हैं.
फ्रांसीसी नौसेना द्वारा आयोजित ला-पेरोस युद्धाभ्यास के पांचवें संस्करण में भारतीय नौसेना के अलावा, ऑस्ट्रेलिया की रॉयल नौसेना, रॉयल नेवी (इंग्लैंड), यूएस नेवी, इंडोनेशियाई नौसेना, मलेशिया की रॉयल नौसेना, सिंगापुर की नौसेना और कनाडा की रॉयल नौसेना हिस्सा ले रही हैं.
नौसेना के प्रवक्ता, कमांडर विवेक मधवाल के मुताबिक, ला पेरोस एक्सरसाइज में सतह युद्ध, एयर डिफेंस ड्रिल, क्रॉस डेक लैंडिंग और सामरिक युद्धाभ्यास सहित जटिल एवं उन्नत बहुआयामी अभ्यासों के साथ-साथ वीबीएसएस (विजिट, बोर्ड, सर्च एंड सीजर) संचालन जैसे कांस्टेबुलरी मिशन को आयोजित किया गया. (https://x.com/indiannavy/status/1881928572287254777)
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता, कमांडर विवेक मधवाल के मुताबिक, ‘ला पेरोस’ अभ्यास का उद्देश्य समुद्री निगरानी, समुद्री अवरोधन संचालन और हवाई संचालन के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाते हुए प्रगतिशील प्रशिक्षण और सूचना साझाकरण के संचालन के माध्यम से साझा समुद्री परिस्थिति जागरूकता को विकसित करना है.
कमांडर मधवाल के मुताबिक, यह अभ्यास समान विचारधारा वाली नौसेनाओं को बेहतर सामरिक अंतर-संचालन के लिए योजना, समन्वय और सूचना साझाकरण में घनिष्ठ संबंध विकसित करने का अवसर प्रदान करता है.