भारत आ रहे एक तेल टैंकर पर यमन के हूती विद्रोहियों ने हमला किया है. ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने रूस से तेल लेकर आ रहे एक जहाज पर लाल सागर मेें मिसाइल दागी है. जहाज का नाम एंड्रोमेडा स्टार है. ब्रिटिश समुद्री सुरक्षा फर्म एंब्रे ने हमले की पुष्टि करते हुए बताया है कि जहाज के मालिक ने जहाज के क्षतिग्रस्त होने की सूचना दी है. जहाज ने रूस के प्रिमोर्स्क से यात्रा शुरू की थी और गुजरात के वाडीनार पहुंचना था. अमेरिकी सेना के सेंट्रल कमांड ने एक्स पोस्ट में घटना की जानकारी दी है.
सेंट्रल कमांड के मुताबिक, “घटना शुक्रवार शाम 5 बजकर 49 मिनट पर हुई. जहाज ब्रिटेन का है और जहाज पर एंटीगुआ और बारबाडोस का झंडा लगा था. मिसाइल अटैक के बावजूद एंड्रोमेडा स्टार समंदर में आगे बढ़ रहा है.” जहाज के मालिकाना हक पर संशय है. क्योंकि एलएसईजी डेटा और एंब्रे का दावा है कि की हाल ही में जहाज को बेचा गया था और इसका वर्तमान मालिक सेशेल्स में है.
हूती ने ली जिम्मेदारी, अमेरिकी एमक्यू 9 ड्रोन भी गिराया
लाल सागर में ताजा मिसाइल अटैक की जिम्मेदारी हूती विद्रोहियों ने ली है. हूती विद्रोही इजरायल-हमास के बीच चल रहे युद्ध में हमास का समर्थन कर रहे हैं. इसलिए वो आए दिन लाल सागर में कमर्शियल शिप पर हमला कर रहे हैं ताकि व्यापार पर बुरा असर पड़े. हूती के प्रवक्ता याह्या सारेया ने कहा कि “पनामा झंडा लगे हुए ब्रिटिश का जहाज को मिसाइल से निशाना बनाया है. फिलिस्तीनियों के समर्थन में हमारा हमला जारी रहेगा.” इससे पहले शुक्रवार 26 अप्रैल को हूतियों ने दावा किया था कि उन्होंने यमन के सादा प्रांत के हवाई क्षेत्र में एक अमेरिकी एमक्यू-9 ड्रोन को मार गिराया है.
किन देशों को निशाना बना रहे हूती ?
गाजा में युद्ध के बाद ईरान समर्थिक हूतियों के हमले बढ़े हैं. फिलिस्तीन को समर्थन देते हुए हूती उन देशों के जहाज को टारगेट कर रहे हैं जो इजरायल से संबंधित हैं. इजरायल के अलावा अमेरिकी, ब्रिटेन से जुड़े जहाजों पर हूती आए दिन अटैक कर रहे हैं. वहीं अमेरिका और बिट्रेन ने भी पलटवार करते हुए हूतियों के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर चुके हैं. पर लाल सागर में जहाज पर ताजा हमला कई दिनों की शांति के बाद अचानक हुआ है. हालांकि, रुस और चीन ने एक गुपचुप करार किया है जिसके तहत हूती विद्रोही उनके जहाज पर हमला नहीं करेंगे.
ईरान के चंगुल में फंसे हैं भारतीय, सुरक्षा की चिंता
इससे पहले इजरायल के साथ तनाव के बीच ईरान ने भारत आ रहे एक जहाज को होर्मुज पास से कब्जे में ले लिया था. उस वक्त ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने होर्मुज स्ट्रेट से गुजर रहे इजरायल के जहाज एमएससी एरीज़ को कब्जे में लिया था. ईरान ने दावा किया था कि बिना मंजूरी के जहाज ईरान की समुद्री सीमा में घुसा था. जहाज के क्रू मेंबर्स में 17 भारतीय और 2 पाकिस्तानी थे. ईरान ने पाकिस्तान के 2 नागरिकों को छोड़ दिया है. भारतीयों को छुड़ाने के लिए खुद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ईरान के विदेश मंत्री एच.अमीरबदोल्लाहियन ने बात की थी. जिसके बाद भारत की एक महिला क्रू मेंबर को छोड़ दिया गया है जबकि बाकी 16 भारतीय अभी भी ईरान की कैद में हैं.
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