मिडिल ईस्ट में रहने वाले नागरिकों की सांसें अटकी हुई हैं. किसी भी वक्त अमेरिका-ईरान और इजरायल में बढ़ सकती है टेंशन. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ईरान में बमबारी की धमकी के जवाब में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कोर (आईआरजीसी) ने पलटवार किया है.
आईआरजीसी प्रमुख जरनल जनरल हुसैन सलामी ने अमेरिका को धमकाते हुए कहा है, कि ईरान, दुश्मनों को हराने की क्षमता रखता है, हम हर तरह के टकराव के लिए तैयार हैं. आईआरजीसी के कमांडर इन चीफ की धमकी ऐसे वक्त में आई है, जब इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू, दूसरी बार डोनाल्ड ट्रंप से मिलने वाले हैं.
आईआरजीसी के कमांडर इन चीफ के बयान के बाद भड़केगा युद्ध
ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कोर के चीफ हुसैन सलामी ने अमेरिका और इजरायल के खिलाफ हुंकार भरी है. जनरल हुसैन सलामी अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “ईरान जानता है कि अपने दुश्मनों को कैसे हराना है और वह एक कदम भी पीछे नहीं हटेगा. हम दुश्मन की धमकियों या युद्ध की संभावना से नहीं डरते, हम सैन्य आक्रमण और मनोवैज्ञानिक युद्ध दोनों के लिए तैयार हैं. हम युद्ध शुरू नहीं करेंगे, लेकिन हम इसके लिए तैयार हैं.”
हम दुश्मनों की कमजोरियां जानते हैं, अमेरिका समर्थित दुश्मनों को हराने के लिए तैयार: आईआरजीसी
जनरल हुसैन सलामी ने ईरान का गुणगान करते हुए बताया कि “हम दुश्मन के कमजोर बिंदुओं को जानते हैं, सभी हमारे निशाने के भीतर हैं. हमारे पास उन पर हमला करने और उन्हें हराने के लिए सभी क्षमताएं हैं, भले ही उन्हें अमेरिका से पूर्ण समर्थन प्राप्त हो. दुश्मन ईरान को जंग के लिए उकसा रहा है और जंग की कोशिश कर रहा है. लेकिन हम जिहाद के लोग हैं, जो बड़ी लड़ाइयों और दुश्मन को हराने के लिए तैयार हैं. ईरान के पास विशाल और संचित क्षमताएं हैं. बुरी ताकतें सच्चाई के लोगों के खिलाफ एकजुट हो गई हैं. लेकिन हम जीतेंगे”
अमेरिका ने ईरान के करीब तैनात किया बॉम्बर
अमेरिका ने कुछ दिनों पहले ही हिंद महासागर में एक द्वीप डिएगो गार्सिया में छह बी-2 स्टील्थ बॉम्बर विमान भेजे थे, जिसे ईरान और हूतियों के खिलाफ बड़ा कदम माना जा रहा है. दुनिया के सबसे एडवांस विमानों में से एक माना जाता है बी-2 स्टील्थ बॉम्बर. ईरान के समुद्र तट से सिर्फ 2,400 मील की दूरी पर इन्हें तैनात किया है. शनिवार को डोनाल्ड ट्रंप ने एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसे ईरान और हूतियों के खिलाफ बड़ी वॉर्निंग के तौर पर देखा जा रहा है. ट्रंप ने यमन में दर्जनों हूती विद्रोहियों को मार गिराने वाली मिलिट्री एयर स्ट्राइक की वीडियो शेयर की है. माना जा रहा है कि लाल सागर पार करने वाले अमेरिकी जहाजों पर हमला करने और ईरान के बढ़ते परमाणु कार्यक्रम को लेकर उस पर दबाव बनाने के लिए ही अमेरिका ने खतरनाक बमवर्षकों को अलर्ट पर रखा है.