ईरान-इजरायल के बीच तनाव चरम पर है. ना तो इजरायल रुक रहा है और न ही ईरान. दोनों ओर से घातक मिसाइलें और ड्रोन हमले जा रहे हैं. तेहरान और तेल अवीव दोनों जगहों पर एयर सायरन बज रहे हैं, इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बड़ा दावा किया है.
नेतन्याहू ने कहा है कि ईरान की सरकार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मारना चाहती थी, क्योंकि ईरान की सरकार डोनाल्ड ट्रंप को अपने परमाणु कार्यक्रम के लिए खतरा मानती है और सक्रिय रूप से ट्रंप को खत्म करना चाहती थी.
नेतन्याहू ने ट्रंप की हत्या की ईरानी साजिश का खुलासा ऐसे वक्त में किया है, जब इजरायल पर ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई की हत्या को अंजाम देने की प्लानिंग का आरोप लगा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल की उस योजना पर वीटो लगा दिया है, जिसमें ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की हत्या की साजिश रची गई थी.
ट्रंप हैं ईरान का दुश्मन नंबर 1, ईरानी सरकार ने रची हत्या की साजिश:नेतन्याहू
इजरायल और ईरान के बीच चल रहे युद्ध के चौथे दिन इजरायली पीएम नेतन्याहू ने ये दावा करके सनसनी फैला दी है कि ईरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मारने की योजना बना रहा है. नेतन्याहू ने कहा कि “ईरान सरकार, ट्रंप को मारना चाहती है. क्योंकि ईरान, ट्रंप को दुश्मन नंबर एक मानती है. ट्रंप एक निर्णायक नेता हैं, जिन्होंने दूसरों की तरह ईरान के साथ मोलभाव का रास्ता नहीं चुना. यह असल में कमजोरी की बात है, जिसने ईरान को यूरेनियम संवर्धन के रास्ते पर डाला, इसका मतलब है कि यह परमाणु बम बनाने और ईरान को अरबों डॉलर देने का रास्ता है.”
“ट्रंप ने ईरान के साथ फर्जी समझौते को खत्म कर दिया. ट्रंप ने कासिम सुलेमानी को मारा. ट्रंप इस बात को लेकर साफ हैं कि आप (ईरान) परमाणु हथियार नहीं रख सकते और यूरेनियम संवर्धन नहीं कर सकते. यही वजह है कि ईरान, ट्रंप को अपना सबसे बड़ा दुश्मन मानता है.”
खामेनेई को मारना चाहता था इजरायल, न्यूक्लियर डील के चलते ट्रंप ने किया विरोध, नेतन्याहू ने झाड़ा पल्ला
ईरान और इजरायल के बीच युद्ध के बीच नए खुलासे हो रहे हैं. बताया जा रहा है कि “इजरायल ने सिर्फ ईरान के परमाणु हथियार के ठिकानों को तबाह करने की ही योजना नहीं बनाई थी, बल्कि ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई को भी मारने का प्लान था.लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने खामेनेई की हत्या के इजरायली प्लान को हरी झंडी नहीं दी थी.”
एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि “ईरानियों ने अभी तक किसी भी अमेरिकी को नहीं मारा है. जब तक ऐसा नहीं होता है, हम ईरान के राजनीतिक नेतृत्व को निशाना बनाने की बात भी नहीं करेंगे.”
वहीं जब नेतन्याहू से इस बारे में पूछा गया कि क्या वाकई खामेनेई को मारने की साजिश थी तो नेतन्याहू ने कुछ भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. लेकिन एक इंटरव्यू में ये जरूर कहा कि “ईरान में जल्द सत्ता परिवर्तन होगा.”
ईरान ने मुझे मारने की कोशिश की, बेडरूम तक पहुंची मिसाइल: नेतन्याहू
इजरायल के पीएम ने ईरान को लेकर सनसनीखेज खुलासा किया है. नेतन्याहू ने कहा है कि “ईरान की आतंकी सरकार सिर्फ ट्रंप को ही नहीं उन्हें भी मारना चाहती है. नेतन्याहू ने कहा तेहरान की एक मिसाइल उनके बेडरूम की खिड़की पर आकर गिरी. उन्होंने मुझे मारने की कोशिश की. मेरे बेडरूम की खिड़की पर मिसाइल दागी. मगर वे चूक गए.”
मिडिल ईस्ट में क्या है स्थिति, किसे कितना नुकसान, अमेरिकी दूतावास पर ईरान का टारगेट
दोनों देशों के बीच चौथे दिन भी युद्ध जारी है. ईरान ने इजरायल के हाइफा शहर में मिसाइल हमले किए. जबकि इजरायल के हमले में ईरान के 224 लोगों से ज्यादा की मौत हो चुकी है. इजरायली सेना ने दावा किया है पश्चिमी ईरान से लेकर तेहरान के आसमान तक उनका कब्जा है वहीं ईरानी सेना ने कहा है कि तेल अवीव को समाप्त करके दम लेंगे.
ईरान के एक मिसाइल ने तेल अवीव में अमेरिकी दूतावास को निशाना बनाया, जिससे इमारत के एक हिस्से को नुकसान हुआ. अमेरिकी राजदूत ने हमले की पुष्टि की है. बताया है कि दूतावास को क्षति हुई है, लेकिन सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं. तेल अवीव में अमेरिकी दूतावास को टारगेट करने का मतलब है कि अमेरिका सीधे-सीधे इजरायल के साथ युद्ध में कूद पड़ेगा. अमेरिकी दूतावास पर अटैक ने मिडिल ईस्ट के जंग को और नाजुक मोड़ पर पहुंचा दिया है.