भारतीय मुसलमानों की सुरक्षा पर रोना रोने वाले ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई पर जब अमेरिका का टैरिफ वाला वार पड़ा तो भारत की याद आ गई. ईरान के सर्वोच्च नेता ने भारत के साथ आर्थिक रिश्ते मजबूत करने की पैरवी की है.
खामेनेई ने कहा है कि ईरान को एशिया के आर्थिक केंद्र वाले देशों के साथ व्यापारिक संबंध बढ़ाने चाहिए और पड़ोसी देशों को प्राथमिकता देनी चाहिए. अयातुल्ला खामेनेई के इस बयान में खास बात ये है कि उन्होंने भारत का नाम लिया, चीन का नाम लिया. रूस का नाम लिया लेकिन मुस्लिम देश पाकिस्तान का नाम नहीं लेकर उसकी बेइज्जती कर दी है. हाल ही में ईरान में 8 पाकिस्तानियों की हत्या की गई है. हत्या का शक बलोच लड़ाकों पर है.
अमेरिका से परेशान ईरान ने लगाई भारत से आस
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ से परेशान अयातुल्ला अली खामेनेई ने अब भारत, चीन और रूस जैसी आर्थिक शक्तियों के साथ व्यापार संबंधों को को विस्तार देने की बात कही है. खामेनेई ने कहा है कि “ईरान को एशिया के आर्थिक केंद्र वाले देशों के साथ व्यापारिक संबंध बढ़ाने चाहिए. गौरतलब है कि भारत, ईरान का चाबहार पोर्ट तैयार कर रहा है और दोनों देशों के बीच बेहतर कारोबारी संबंध हैं.” लेकिन कुछ महीने पहले अयातुल्ला खामेनेई के भारतीय मुसलमानों की सुरक्षा पर बेबुनियाद आरोप लगाने के बाद भारत ने कड़ा रुख अख्तियार किया था.
खामेनेई ने भारत को बताया इकोनॉमिक हब
खामेनेई का ये बयान ऐसे वक्त में आया है, जब ट्रंप ने ईरान पर लगाए गए टैरिफ को 90 दिनों के लिए स्थगित कर दिया है. इन 90 दिनों में देशों को अमेरिका के साथ व्यापार पर बातचीत करने की छूट दी गई है. खामनेई ने अपने बयान में भारत को आर्थिक केंद्र बताते हुए कहा, “पड़ोसी देशों को प्राथमिकता देते हुए व्यापार संबंधों का विस्तार किया जाना चाहिए. एशिया में आर्थिक केंद्र माने जाने वाले देशों, जैसे चीन, रूस और भारत के साथ आर्थिक संबंधों को आसान बनाया जाना चाहिए.” (https://x.com/khamenei_ir/status/1912132550958744013)
भारत दौरे पर आने वाले हैं ईरान के विदेश मंत्री
ईरान की ओर से दावा किया जा रहा है कि उनके विदेश मंत्री अब्बास अराघची जल्द भारत का दौरा करने वाले हैं. अब्बास अराघची का दौरा भारत के साथ कारोबारी रिश्तों को और मजबूत करने के लिहाज से अहम माना जा रहा है. भारत और ईरान के बीच अच्छे कूटनीतिक रिश्तों के साथ-साथ अच्छे व्यापारिक रिश्ते भी हैं.
भारतीय मुसलमानों को लेकर खामेनेई ने दिया था विवादित बयान
पिछले साल अयातुल्ला खामेनेई ने भारत पर विवादित बयान देते हुए हमला करते हुए कहा था कि भारत में मुसलमान सुरक्षित नहीं हैं. खामेनेई ने कहा था, “अगर हम म्यांमार, गाजा, भारत या किसी अन्य जगह पर मुसलमानों द्वारा झेली जा रही पीड़ा से अनजान हैं, तो हम खुद को मुसलमान नहीं मान सकते. मुसलमानों के लिए एकजुट होना होगा.” भारतीय विदेश मंत्रालय ने खामेनेई के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि सुप्रीम लीडर का बयान अस्वीकार्य है.