न्यू ईयर के पहले ही दिन अमेरिका में हुए आतंकी हमले में हमलावर को लेकर जो खुलासे हुए हैं वो बेहद चौंकाने वाले हैं. आईएसआईएस का झंडा लगे पिकअप वैन को लेकर लोगों को रौंदने वाला शख्स साल 2020 तक अमेरिका की सेना में काम कर चुका है.
साल 2007 से 2015 तक अफगानिस्तान में तैनाती के दौरान आतंकियों से लोहा ले चुका है. नाम है शम्सुद्दीन बहार जब्बार. जब्बार ही वो शख्स था जिसने बुधवार को न्यू ऑर्लियंस में नए साल का जश्न मना रही भीड़ पर लोन वुल्फ अटैक किया था. इस हमले में 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं.
अमेरिकी सार्जेट स्टाफ ने किया आतंकी हमला
शम्सुद्दीन बहार जब्बार ने न्यू ओर्लियंस में नए साल के जश्न के लिए इकट्ठा हुए लोगों को पिकअप ट्रक से रौंद डाला था और पुलिस पर फायरिंग की थी, जिसमें 2 पुलिसकर्मी भी घायल हुए. मौके से विचलित करने वाले वीडियो सामने आए हैं. शुरुआत में लगा कि बेकाबू ट्रक की गलती से ये कोई हादसा है. पर थोड़ी ही देर में साफ हो गया कि हादसा नहीं बल्कि जानबूझकर अटैक किया गया. (https://x.com/stillgray/status/1874618133836951779)
पुलिस ने एक्शन लेते हुए हमलावर को मार गिराया. आतंकी के ट्रक से आईएसआईएस का झंडा बरामद हुए. जब उसकी पहचान हुई तो अमेरिकी पुलिस हैरान रह गई. शख्स का नाम था शम्सुद्दीन बहार जब्बार. जब्बार एक पूर्व अमेरिकी सैनिक था और साल 2020 तक जब्बार ने अमेरिकी सेना में सार्जेंट स्टाफ के तौर पर सेवाएं दी थीं और उसे सेना में कई मेडल मिल चुके हैं. (https://x.com/KreatelyMedia/status/1874523826652160091)
ऐप के जरिए किराए पर लिया ट्रक, ट्रक में मिले विस्फोटक
बताया जा रहा है कि जिस ट्रक से हमलावर ने लोगों को कुचला था, उसे टुरो नाम के एक रेंट व्हीकल ऐप से किराए पर लिया था. उस पर आतंकी संगठन आईएसआईएस का झंडा रखा और फिर लोगों को कुचल डाला. ट्रक के अंदर संभावित विस्फोटक भी रखा हुआ था यानी शम्सुद्दीन की प्लानिंग और भयावह थी.
हमलावर शम्सुद्दीन जब्बार ने दो शादियों की थी और बाद में दोनों बीवियों से उसका तलाक हो गया था. उसकी एक बीवी ने पुलिस को बताया है कि जब्बार ने इस्लाम कबूल कर लिया था, जिसके बाद सनकी की तरह व्यवहार करने लगा और बदला लेने जैसी बातें करने लगा था.
हमले से पहले सोशल मीडिया पर लिखी पोस्ट: जो बाइडेन
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आतंकी वारदात पर दुख जताते हुए इस घटना के बारे में विस्तार से बताया. बाइडेन ने बताया गया कि जब्बार ने इस हमले को अंजाम देने से कुछ घंटे पहले ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था कि “वो आईएसआईएस से प्रेरित है.”
अमेरिकी राष्ट्रपति ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि “एफबीआई जांच कर रही है. मैं पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए संवेदनाएं व्यक्त करता हूं जो छुट्टी मना रहे थे. अमेरिका में किसी भी तरह की हिंसा की कोई जगह नहीं है और हम अपने देश के किसी भी समुदाय पर कोई हमला बर्दाश्त नहीं करेंगे.”
ट्रंप ने हमलावर को बताया था अवैध प्रवासी
आतंकी हमले के फौरन बाद डोनाल्ड ट्रंप ने घटना के पीछे अप्रवासी को जिम्मेदार बता दिया था. ट्रंप ने कहा, “मैं शुरुआत से कहता आया हूं अवैध प्रवासी हमारी सीमाओं में घुसकर इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. वे हमारे लिए जी का जंजाल बन गए हैं. लेकिन डेमोक्रेट ने हमारी एक नहीं सुनी. हमलावर भी अवैध प्रवासी ही है.”
हालांकि बाद में आरोपी, अमेरिकी सेना में काम कर चुका सार्जेट निकला.
अमेरिका को दहलाने के पीछे कोई और भी है?
एफबीआई पूरे मामले को खंगालने में जुट गई है. एफबीआई ने आशंका जताई है कि ये प्लानिंग अकेले शम्सुद्दीन ने नहीं की है. जिस तरह से ट्रक में भारी मात्रा में विस्फोटक मिले हैं, उससे आशंका जताई जा रही है कि इसके पीछे कुछ लोग और हो सकते हैं, जो अमेरिका में बड़ी साजिश रच रहे हैं.
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ से पहले एफबीआई अब और सतर्कता बरत रही है. साथ ही शम्सुद्दीन से जुड़े दस्तावेजों को खंगाल रही है, ताकि पता लगाया जा सके कि उसके और साथी कौन हैं या क्या उसने अकेले ही पूरी साजिश रची थी?
एकजुट होकर आतंक के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी: पीएम मोदी
अमेरिका के न्यू ऑर्लियंस में हुए भीषण आतंकी हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कड़ा विरोध जताया है. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर इस आतंकी हमले को कायराना हरकत करार दिया.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हम न्यू ऑर्लियंस में हुए इस कायराना आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हैं. पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हमारी प्रार्थनाएं और संवेदनाएं हैं. इस दुखद समय में, हम सभी को एकजुट रहकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी.”