हूती विद्रोहियों पर इजरायल ने किया है सबसे बड़ा हमला. हूती विद्रोहियों के इजरायल के तेल अवीव शहर में किए ड्रोन अटैक के एक दिन बाद इजरायली सेना ने यमन में एयरस्ट्राइक करके ऐसा पलटवार किया है जो हूती विद्रोहियों के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. यमन के हुदैदाह बंदरगाह के पास हूती विद्रोहियों के सैन्य ठिकानों पर इजरायल ने ताबड़तोड़ अटैक किया है. जिसकी तस्वीरें दहला देने वाली है. इजरायली एयरस्ट्राइक से ऑयल डिपो और पावर स्टेशन आग के गोले में तब्दील हो गया. इजरायली हमले से हूती का गढ़ माने जाने वाले हुदैदाह में आग की ऊंची ऊंची लपटें देखी गई हैं. इजरायली हमले में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और 87 लोग घायल हुए हैं.
एफ 15 लड़ाकू विमानों से इजरायल ने की एयर स्ट्राइक
इजरायल के सैन्य प्रवक्ता डैनियल हगारी के मुताबिक- “हूती विद्रोदियों ने ईरान से हथियारों की खेप प्राप्त करने के लिए बंदरगाह का इस्तेमाल किया था. इजरायल ने हमले से पहले सहयोगियों को सूचित किया था, जिसके बारे में सेना ने बताया कि हमला इजरायली F-15 लड़ाकू विमानों द्वारा किया गया था जो हमले को अंजाम देने के बाद सुरक्षित वापस लौट आए हैं.”
इजरायली नागरिकों के खून की कीमत होती है: इजरायली रक्षा मंत्री
इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने ईरान समर्थित आतंकी संगठन हूती को चेतावनी देते हुए कहा कि- हमारा जवाबी हमला दूसरे ईरान समर्थित हथियारबंद समूहों के लिए भी एक चेतावनी है, जिन्होंने गाजा युद्ध के दौरान इजरायल पर हमले करने का दावा किया है. हुदैदाह में जो आग अभी जल रही है, वह पूरे मध्य पूर्व में देखी जा रही है और इसका महत्व साफ है”योव गैलेंट ने कहा कि “इजरायली नागरिकों के खून की कीमत होती है, जो कि चुकानी पड़ती है. अगर हूती हम पर हमला करने की हिम्मत करते हैं, तो उनके खिलाफ और भी अभियान चलाए जाएंगे.”
जवाब में कई घातक हमले किए जाएंगे: हूती प्रवक्ता
हूती विद्रोहियों की सर्वोच्च राजनीतिक परिषद ने कहा कि हमलों का “प्रभावी जवाब” दिया जाएगा. हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सारी ने कहा कि “हूती इज़रायली दुश्मन के महत्वपूर्ण ठिकानों पर हमला करने में संकोच नहीं करेंगे.”
हूती विद्रोही समूह के प्रवक्ता मोहम्मद अब्दुलसलाम ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा- ”यमन पर ‘इजराइली हमला’ किया गया, जिसमें ईंधन भंडारण सुविधाओं और बिजली संयंत्रों को निशाना बनाया गया. इजरायल इन हमलों से लोगों के दर्द को और बढ़ाना चाहता है. यमन पर गाजा का समर्थन बंद करने का दबाव बनाने के लिए ये हमला किया गया. ये हमले यमन के लोगों और उसके सशस्त्र बलों को गाजा का समर्थन करने के लिए और अधिक मजबूत बनाएंगे.”
हमलों से तिलमिलाया ईरान और हिजबुल्लाह
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने इजरायली हमलों की निंदा की. ईरान के विदेश मंत्रालय ने इजरायली हमलों के खतरनाक परिणाम को लेकर भी चेतावनी दी. हिज़्बुल्लाह ने भी हमलों के बाद बयान जारी किया है. हिज़्बुल्लाह ने हुदैदाह पर हमले की निंदा करते हुए इसे इजरायली एयरस्ट्राइक को ‘मूर्खतापूर्ण कदम’ बताया है,
जो हमें नुकसान पहुंचाएगा, कीमत चुकाएगा: नेतन्याहू
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक टेलीविजन संबोधन में चेतावनी दोहराई. नेतन्याहू ने कहा “जो कोई भी हमें नुकसान पहुंचाएगा, उसे अपने हमले की बहुत भारी कीमत चुकानी होगी.”
इसके अलावा नेतन्याहू ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील की है. नेतन्याहू ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से तेहरान (ईरान) और उसके समर्थकों, हूती, हमास और हिज़्बुल्लाह पर दबाव बढ़ाने की गुजारिश की है. नेतन्याहू ने कहा है कि हूती, हमास हिजबुल्लाह पर दबाव बनाकर अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मार्गों को सुरक्षित करने में मदद मिलेगी. बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, “जो कोई भी स्थिर और सुरक्षित मध्य पूर्व देखना चाहता है, उसे ईरान के खिलाफ़ खड़ा होना चाहिए. ईरान और उसके समर्थकों के खिलाफ़ इज़रायल के संघर्ष का समर्थन करना चाहिए.”
इजरायल ने यमन में एयरस्ट्राइक क्यों की?
शुक्रवार को यमन से इजरायल के तेल अवीव में ड्रोन से हमला किया गया था. यमन से लॉन्च किया गया एक लंबी दूरी का ईरानी ड्रोन तेल अवीव में गिरा, जिसके बाद हूती ने दावा किया था कि उनके हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए. हूती के हमले के महज 24 घंटे में ही इजरायल ने यमन में तेज डिपो और ऊर्जा संयंत्र पर एयरस्ट्राइक करके बदला लिया.
हूती आतंकी संगठनों ने तेल अवीव में हमला ऐसे वक्त में किया है जब इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू वाशिंगटन की यात्रा पर जा रहे हैं. जहां नेतन्याहू अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करने वाले हैं. इस सप्ताह अमेरिकी कांग्रेस को अपने संबोधन में नेतन्याहू गाजा में चल रहे युद्ध के बारे में दुनिया को बताएंगे कि ये ऑपरेशन क्यों जरूरी है?