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इजरायल हमास युद्ध-विराम जल्द, 15 अगस्त से शांति वार्ता

By Himanshu Kumar

ईरान की राजधानी तेहरान में इस्माइल हानिया (हानियेह) हत्या के बावजूद इजरायल और हमास में अब जंग जल्द खत्म होने के आसार दिखाई पड़ने लगे हैं. क्योंकि 15 अगस्त से शांति वार्ता शुरु होने जा रही है. 

अमेरिका, मिस्र और कतर ने एक संयुक्त बयान जारी किया है जिसमें गाजा में युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई समझौते को अंतिम रूप देने के लिए अगले गुरुवार (15 अगस्त) को वार्ता करने का आह्वान किया गया है. 
समझौते की मध्यस्थता करने की कोशिश कर रहे तीनों देशों ने कहा कि वार्ता दोहा या काहिरा में हो सकती है. बयान में कहा गया कि “एक रूपरेखा समझौता अब मेज पर है, जिसके क्रियान्वयन का विवरण अभी बाकी है. अब और समय बर्बाद करने का कोई सवाल ही नहीं है और न ही किसी भी पक्ष के पास और देरी के लिए बहाने हैं. बंधकों को रिहा करने, युद्धविराम शुरू करने और इस समझौते को लागू करने का समय आ गया है.”

समझौता बाइडेन द्वारा उल्लिखित और यूएनएससी द्वारा समर्थित प्रस्ताव पर आधारित होगा

माना जा रहा है कि समझौते के पहले चरण में गाजा में छह सप्ताह के लिए पूर्ण युद्ध विराम शामिल होगा, जिसमें इजरायली सेना एन्क्लेव के सभी आबादी वाले क्षेत्रों से वापस चली जाएगी. दोनों पक्ष बातचीत शुरू करेंगे और कई इजरायल बंधकों को फिलिस्तीनी कैदियों के साथ अदला-बदली होगी. इसके अलावा हमास द्वारा मारे गए इज़रायली लोगों के शव वापस किए जाएंगे. पूरे गाजा में नागरिक अपने घरों को लौट सकेंगे और मानवीय सहायता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी. प्रस्ताव के अनुसार, यदि वार्ता नियोजित छह सप्ताह से अधिक समय लेती है, तो युद्ध विराम तब तक जारी रहेगा जब तक आवश्यक हो.
दूसरे चरण में गाजा में अभी भी मौजूद सभी इजरायली बंधकों की रिहाई और एन्क्लेव से इजरायली सेना की पूर्ण वापसी के बदले में शत्रुता का स्थायी अंत होगा.

अंत में, तीसरे चरण में गाजा में एक प्रमुख, बहु-वर्षीय पुनर्निर्माण योजना शुरू होगी.

ईरान के रूख का इंतजार

दोनों पक्षों को बातचीत की मेज पर लाने के इस प्रयास को पिछले हफ्ते तेहरान में हमास के नेता इस्माइल हानिया की हत्या के बाद बढ़ते क्षेत्रीय तनाव को रोकने के प्रयास के रूप में भी देखा जा रहा है. इजराइल ने अपनी धरती पर हत्या का बदला लेने की कसम खाई है, हालांकि इजराइल ने हत्या पर सीधे तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की है, और यही कारण है कि शांति समझौता अब इतना महत्वपूर्ण हो गया है. इस सप्ताह ईरान और उसके पड़ोसी देशों में संभावित मिसाइल हमले के डर से उड़ानें रद्द कर दी गई. 

अमेरिका का दावा, ईरान नहीं बढ़ाएगा संघर्ष

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका ने इजरायल और ईरान दोनों से कहा है कि “किसी को भी इस संघर्ष को आगे नहीं बढ़ाना चाहिए.” उन्होंने कहा कि युद्ध विराम वार्ता “अंतिम चरण” पर पहुंच गई है. ब्लिंकन ने कहा कि क्षेत्र में कोई भी तनाव शांति वार्ता को खतरे में डाल सकता है.

इजराइली प्रधानमंत्री ने बैठक के आह्वान पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है और उन्होंने शांति वार्ता के लिए प्रतिनिधिमंडल भेजने का आश्वासन दिया है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, “अमेरिका और मध्यस्थों के प्रस्ताव के बाद इजरायल 15 अगस्त को वार्ता प्रतिनिधिमंडल को एक निश्चित स्थान पर भेजेगा, जहां रूपरेखा समझौते के क्रियान्वयन के लिए विवरण प्रस्तुत किया जाएगा.” हालांकि, बैठक के आह्वान पर हमास की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

शांति वार्ता के आह्वान और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा शांति वार्ता की मांग स्वीकार करने के बाद भी उन्होंने गाजा में हमले जारी रखे हैं. 

उधर हानिया की जगह हमास की कमान संभालने वाले याह्या सिनवार ने तुर्की के राष्ट्रपति  एर्दोगन से मुलाकात की है. 

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