इजरायल-हमास जंग क्या जल्द खत्म हो सकती है. ऐसी उम्मीद किसी और ने नहीं बल्कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जताई है. जो बाइडेन ने 7 दिनों की एक डेडलाइन भी बताई है. बाइडेन ने एक इंटरव्यू में पूछे गए सवाल के दौरान कहा है कि 4 मार्च तक इजरायल और हमास के बीच पूरी तरह से सीजफायर हो जाएगा.
न्यूयॉर्क में एक आइसक्रीम पार्लर में कॉमेडियन एक्टर सेठ मेयर्स के साथ मौजूद जो बाइडेन ने इजरायल-हमास युद्ध को लेकर सीजफायर से लेकर कई खुलासे किए. जो बाइडेन ने पत्रकारों को जवाब देते हुए कहा है कि “मेरे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने मुझसे कहा है कि हम करीब हैं और अगले सोमवार तक हम युद्ध-विराम कर लेंगे.”
किन-किन के बीच बैठक, क्या है हमास की शर्तें?
अमेरिका, मिस्र और इजरायल के खुफिया प्रमुखों और कतर के प्रधानमंत्री के बीच पेरिस में सीजफायर को लेकर शनिवार को एक बड़ी बैठक हुई है. मोसाद के निदेशक डेविड बार्निया के अलावा इजरायली प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिकी सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) के निदेशक बिल बर्न्स, मिस्र और कतर के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की. हमास और इजरायल एक दूसरे से सीधे बात नहीं करते हैं, लिहाजा इस बैठक में दोनों के बीच कतर और मिस्र ने मध्यस्थता की. इस बैठक में बंधकों की रिहाई के बदले इजरायल की जेलों में बंद फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई शामिल है.
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन के मुताबिक, “हमास का जोर इस बात पर है कि इजरायल की सेना गाजा से पूरी तरह वापस जाए और युद्ध का अंत हो. इजरायल और हमास दोनों की तरफ के रुख में नरमी आई है.”
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पेरिस में हुई मीटिंग की जानकारी इजरायल वॉर कैबिनेट को दी है. पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने पेरिस वार्ता के बाद अपना एक प्रतिनिधिमंडल कतर भेजा है. पेरिस के बाद कतर और मिस्र में दो दौर में वार्ता में हमास आंदोलन का एक प्रतिनिमंडल, मिस्र, कतर, अमेरिका और इजरायल के एक्सपर्ट शामिल हैं.
इस बीच बाइडेन ने दावा किया है कि हमास और इजरायल शुरुआती समझौते तक पहुंच चुके हैं. जिसमें युद्ध रोक दिया जाएगा और इजरायल के बंधकों के एक समूह को हमास की ओर से रिहा किया जाएगा. बताया जा रहा है कि समझौते के मुताबिक, कई फेज में सीजफायर लागू होगा. छह सप्ताह के युद्ध विराम समझौते में बंधकों को रिहा किया जाएगा. हमास पहले 40 इजरायली बंधकों को रिहा करेगा इसके बाद इजरायल भी अपनी जेलों में बंद फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा.
पहले भी हो चुका है युद्धविराम
नवंबर के महीने में हमास की ओर से बंधकों की रिहाई के ऐलान के बाद इजरायल ने एक सप्ताह के लिए युद्ध विराम किया था. इस दौरान जेल में बंद फिलिस्तीनी नागरिकों को छोड़ा गया था और 140 से ज्यादा इजरायली बंधकों को भी हमास ने रिहा किया था. पर थोड़े दिनों बाद हमास और इजरायल में फिर युद्ध शुरु हो गया. पर इस बार अमेरिका ने उम्मीद जताई है कि 4 मार्च तक दोनों में सीजफायर हो जाएगा.
नेतन्याहू से उलट है रक्षा मंत्री का बयान
इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने सीजफायर को लेकर चल रही बैठकों के बीच कहा है कि कि अगर कोई ये सोचता है कि हम बंधकों को रिहा करने के लिए एक समझौते पर पहुंचेंगे और अपने लक्ष्य को छोड़ देंगे तो ये गलत है. हम इस जंग को तबतक जारी रखेंगे जब तक हमास पूरी तरह से खत्म नहीं होता है. आगे भी जारी रखेंगे. हम ऐसा तब तक करेंगे, जब तक अपने लक्ष्य हासिल नहीं कर लेते.
अमेरिकी सोल्जर ने खुद को आग लगाई
वॉशिंगटन में इजरायली दूतावास के बाहर एक अमेरिकी एयरफोर्स के सैनिक ने खुद को आग लगा ली है. ‘फ्री फिलिस्तीन’ की नारेबाजी करते हुए एंबेसी के बाहर एरोन बुशनेल नाम का सैनिक बार-बार ये कह रहा था कि मैं गाजा में हो रहे नरसंहार में शामिल नहीं होने जा रहा. गाजा में हो रहे हमलों के विरोध में खतरनाक कदम उठाने वाला हूं. दूतावास पर मौजूद सिक्योरिटी जबतक कुछ समझ पाते यूएस सोल्जर ने खुद को आग लगा ली. गंभीर हालत में एरोन बुशनेल को अस्पताल में भर्ती कराया गया पर तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. खुद को आग लगाने से पहले उसने एक लाइव स्ट्रीमिंग भी की. मृतक खुद को अमेरिकी एयरफोर्स का सक्रिय सदस्य बता रहा था. पर अमेरिका पुलिस ने शख्स की पहचान की पुष्टि नहीं की है.
गाजा में भारतीय मूल के सैनिक की मौत
भारतीय मूल के एक 19 वर्षीय इजरायली सैनिक की गाजा में मौत हो गई. इस सैनिक को 7 अक्टूबर के हमले के दौरान हमास ने बंधक बना लिया था. भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने जानकारी देते हुए कहा है कि भारतीय मूल के सैनिक को बंधक बनाया गया था. हमास द्वारा 253 लोगों को बंधक बनाने के बाद सार्जेंट ओज डेनियल का नाम भी सूची में था. डेनियल का शव अभी भी गाजा में है. नवंबर 2023 में भी भारतीय मूल के इजरायली सैनिक हालेल सोलोमन युद्ध के दौरान मारे गए थे.
फिलिस्तीन के पीएम ने दिया इस्तीफा
फिलिस्तीनी प्रधानमंत्री मोहम्मद शतयेह ने अपनी सरकार के इस्तीफे की घोषणा कर दी. शतयेह सरकार कब्जे वाले वेस्ट बैंक के कुछ हिस्सों पर शासन करती है. शतयेह ने सरकार का इस्तीफा राष्ट्रपति महमूद अब्बास को भेजा है. मोहम्मद शतयेह ने गाजा पट्टी के खिलाफ आक्रामकता और वेस्ट बैंक और यरूशलेम में तनाव को देखते हुए इस्तीफा भेजा है. हालांकि ये राष्ट्रपति पर निर्भर है कि इस्तीफा स्वीकार होता है या नहीं.
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