ईरान के मिसाइल और ड्रोन हमलों को भले ही इजरायल ने नाकाम कर दिया हो, पर ईरानी हमलों से बेंजामिन नेतन्याहू आग बबूला हैं. माना जा रहा है कि इजरायल किसी भी वक्त जवाबी हमला कर सकता है. चिंता की बात इसलिए है कि ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों को इजरायल टारगेट कर सकता है. इजरायल के संभावित हमले को लेकर अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) चिंतित है.
ईरान को रोको नहीं तो देर हो जाएगी: इजरायल
ईरान और इजरायल के बीच जंग जैसे हालात बने हुए हैं. दोनों देशों में वार पलटवार चल रहा है. इस बीच इजरायल के विदेश मंत्री काट्ज ने 32 देशों को चिट्ठी लिखकर ईरान पर अधिक प्रतिबंध लगाने की मांग की है. इजरायली विदेश मंत्री इजरायल काट्स ने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कोर (आईआरजीसी) को आतंकी संगठन घोषित करने की मांग की है. ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कोर ने हाल ही में एक इजरायली जहाज को हाईजैक किया है, जिसमें 17 भारतीय भी सवार हैं. इजरायली विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा कि “ईरान पर प्रतिबंध लगाने का यही सही समय है. अगर अभी ईरान को नहीं रोका तो बहुत देर हो जाएगी.” काट्ज ने लिखा, “मिसाइलों और यूएवी की गोलीबारी पर सैन्य प्रतिक्रिया के साथ-साथ, मैं ईरान के खिलाफ एक राजनयिक हमले का नेतृत्व कर रहा हूं. मैंने 32 देशों को पत्र भेजा है. कई देशों और दुनिया भर के दर्जनों विदेश मंत्रियों और प्रमुख हस्तियों से बात की और ईरान पर अंकुश लगाने और उसे कमजोर करने के एक तरीके के रूप में ईरानी मिसाइल परियोजना पर प्रतिबंध लगाने और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर को एक आतंकवादी संगठन घोषित करने की मांग की.”
24 घंटे में 2 बार इजरायल की वॉर बैठक
ईरान के हमले के बाद से इजरायली पीएम नेतन्याहू अपनी रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं. 24 घंटे के अंदर पीएम नेतन्याहू ने दो बार वॉर कैबिनेट की. इजरायल की वॉर बैठक में इस बात का समर्थन किया गया है कि ईरान के हमले का जवाब देना चाहिए. इजरायली सेना के चीफ ऑफ स्टाफ हेरजी हलेवी ने कहा कि हम ईरान के हवाई हमलों का मुंहतोड़ जवाब देंगे, इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दान ने कहा है कि “ईरान ने सभी सीमाएं लांघ दी है और इजरायल के पास पूरा हक है कि वह जवाब दे. इजरायल सिर्फ शोर-शराबा मचाने वाले देश नहीं हैं. हम साहसी हैं. इजरायल पर इस तरह का सीधा हमला होने के बाद हम चुप नहीं बैठेंगे. हम अपने भविष्य को बचाएंगे.”
अलर्ट पर है अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी
कहा जा रहा है कि ईरान की कमर तोड़ने के लिए इजरायल ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर हमला कर सकता है. आशंका के बीच आईएईए के एक्सपर्ट्स ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर पहुंचे पर ईरान ने सुरक्षा का हवाला देते हुए परमाणु ठिकानों का निरीक्षण नहीं कर करने दिया. आईएईए के महानिदेशक राफेल ग्रोसी के मुताबिक “ईरान की साइट्स निरीक्षण के लिए फिर खोली जाएंगी. एक्सपर्ट्स वहीं रुके हुए हैं. वो तबतक वापस नहीं आएंगे जब तक स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल नहीं होगी.” आईएईए के महानिदेशक ने कहा है कि “ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले को लेकर चिंतित हूं.”
आशंका पक्की मानी जा रही है कि इजरायल न्यूक्लियर साइट्स को निशाना बना सकता है. भारत, अमेरिका समेत सभी देश इजरायल-ईरान को संयम बरतने की सलाह दे रहे हैं. पर ईरान ने एक बार फिर कहा है कि हम पर हमला हुआ तो सेकेंड में हम इजरायल को जवाब देंगे. “जरूरत पड़ने पर ऐसे हथियारों का भी इस्तेमाल किया जाएगा जो पहले कभी इस्तेमाल नहीं हुए होंगे.” ऐसे में ये सवाल है कि क्या ये परमाणु हथियार. अगर हां, तो क्या ईरान के पास परमाणु हथियार हैं.
इजरायल कैसे और कब हमला करेगा इसे लेकर पूरी दुनिया में चिंता है. क्योंकि यूएन तक ये कह चुका है कि अब दुनिया एक युद्ध और नहीं झेल सकती.