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इजरायली आर्मी चीफ का इस्तीफा, बंधकों को छुड़ाने में रहे नाकाम

बंधकों की रिहाई को लेकर हमास के साथ हुए पहले चरण के सीजफायर के बाद इजरायली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) के सबसे बड़े चेहरे ने दे दिया है इस्तीफा. उस आर्मी चीफ ने जिसने 7 अक्टूबर 2023 को हुए अटैक के बाद आईडीएफ के एक-एक ऑपरेशन का प्लान बनाया और उसे अंजाम तक पहुंचाया. इजरायली आर्मी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी ने अपना इस्तीफा सौंपकर पीएम बेंजामिन नेतन्याहू का झटका दिया है.

हर्जी हवेली ने हमास हमले को रोक न पाने की जिम्मेदारी लेते हुए अपना इस्तीफा दिया है. हर्जी हलेवी का इस्तीफ मार्च में प्रभावी होगा. 

इजरायली आर्मी चीफ ने क्यों दिया इस्तीफा

इजराइल सेना के चीफ और टॉप जनरल हर्जी हलेवी ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया. हर्जी हवेली ने यह इस्तीफा हमास के सात अक्टूबर 2023 के अचानक हुए हमले को रोकने में सुरक्षा और खुफिया विफलताओं का हवाला देते हुए दिया है.

7 अक्टूबर 2023 को हमास आतंकियों ने जल, थल और आसमान से इजरायल पर बड़ा हमला किया था. जिसमें 1000 से ज्यादा लोग मारे गए थे, जबकि 250 लोगों को आतंकियों ने बंधक बना लिया था. 90 बंधकों को लेकर हाल ही में इजरायल और हमास के बीच सीजफायर डील की गई है. पिछले डेढ़ साल से जारी जंग के बावजूद, आईडीएफ गाजा में हमास की कैद से इन बंधकों को छुड़ाने में नाकाम रही है.

मेरे आर्मी चीफ रहते आर्मी रक्षा करने में विफल रही: हर्जी हवेली

अपने इस्तीफे में हर्जी हलेवी ने लिखा, 7 अक्टूबर की सुबह मेरी कमान के तहत सेना इजरायल के नागरिकों की रक्षा करने के अपने मिशन में विफल रही. इजरायल ने भारी कीमत चुकाई. इस भयानक विफलता के के लिए मेरी जिम्मेदारी हर दिन, हर घंटे मेरे साथ रहती है. मेरे जीवन के बाकी हिस्सों में भी मेरे साथ रहेगी.”  

हर्जी हलेवी ने लिखा, “पिछले चार दशकों से इजरायल की रक्षा करने का मिशन मेरे जीवन की प्रेरणा रहा. एक सैनिक और युवा कमांडर के रूप में अपने शुरुआती दिनों से लेकर चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में अपनी भूमिका तक, मैंने आईडीएफ का हिस्सा होने पर गर्व महसूस किया है. लेकिन इजरायल के नागरिकों की रक्षा करने के अपने मिशन में नाकाम रहा.”

हलेवी के मुताबिक, “7 अक्टूबर को इजरायल के लोगों ने जान गंवाने, बंधक बनाए जाने और शारीरिक और भावनात्मक रूप से घायल होने के रूप में भारी और दर्दनाक कीमत चुकाई. कई लोगों के साहसी कार्य-सुरक्षा बल के कर्मचारी, आईडीएफ के सैनिक और कमांडर, और बहादुर नागरिक इस आपदा को रोकने के लिए काफी नहीं थे.”

आईडीएफ चीफ ने आगे लिखा कि “यह फैसला बहुत पहले लिया गया था. अब, जब आईडीएफ युद्ध के सभी क्षेत्रों में हावी है और बंधक वापसी समझौते पर काम चल रहा है, तो वक्त आ गया है.’

वेस्ट बैंक के जेनिन में इजरायली सेना का ऑपरेशन

इजरायल और हमास ने रविवार को युद्ध विराम समझौते को लागू करना शुरू कर दिया, जिसमें बंधकों और कैदियों की अदला-बदली की जा रही है. वहीं वेस्ट बैंक के शहर जेनिन में इजरयाल एक बड़ा सैन्य अभियान शुरू कर दिया है.

फिलिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इजरायली अटैक में कम से कम छह लोग मारे गए और 35 अन्य घायल हो गए. वेस्ट बैंक में हाल के दिनों में कई आतंकी सक्रिय हैं, जिसके बाद इजरायल ने बड़े एक्शन की घोषणा की थी. 

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