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एलसीए तेजस से अस्त्रा मिसाइल का परीक्षण , मार्क-1ए वर्जन को किया जाएगा लैस

एलसीए मार्क-1ए फाइटर जेट को बेहद घातक बियोंड विजुअल रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल (बीवीआरएएएम) ‘अस्त्रा’ से लैस करने की पूरी तैयारी कर ली गई है. इसी कड़ी में बुधवार को एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) ने एलसीए-तेजस (मार्क-1 प्रोटोटाइप) से अस्त्रा का सफल परीक्षण किया.

करीब 100 किलोमीटर तक मार करने वाली अस्त्रा मिसाइल का परीक्षण ओडिशा के चांदीपुर तट पर किया गया. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, टेस्ट के दौरान मिसाइल ने एक फ्लाइंग टारगेट पर सीधा निशाना लगाया. इस दौरान सभी सब-सिस्टम ने मिशन पैरामीटर और उद्देश्य को पूरा किया.

अस्त्रा मिसाइल को पहले से भारतीय वायुसेना अपने सुखोई फाइटर जेट में इस्तेमाल करती है.

माना जा रहा है कि अमेरिका से जल्द एफ-404 एविएशन इंजन मिलने के बाद हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल), लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) मार्क-1ए वर्जन का उत्पादन शुरु कर देगा. ऐसे में स्वदेशी लड़ाकू विमान को इस बेहद खास स्वदेशी मिसाइल से लैस किया जाएगा.

अस्त्रा का गांडीव वर्जन भी आ रहा है जल्द, 340 किलोमीटर है रेंज

हाल ही में डीआरडीओ ने बियोंड विजुअल रेंज (बीवीआर) ‘अस्त्रा’ मिसाइल के ऐसे वर्जन को तैयार किया है जो 340 किलोमीटर दूर तक मार कर सकता है. डीआरडीओ ने इस मिसाइल को महाभारत के अर्जुन के धनुष के नाम पर ‘गांडीव’ नाम दिया है.

डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ) ने वर्ष 2017 में स्वदेशी एयर टू एयर मिसाइल अस्त्रा बनाकर तैयार की थी, जिसकी रेंज करीब 80 किलोमीटर है. इसके बाद डीआरडीओ ने अस्त्रा-1 (100 किलोमीटर रेंज) और अस्त्रा-2 (160 किलोमीटर) को बनाकर तैयार है. ये मिसाइल वायुसेना के सुखोई से इंटीग्रेट की जा चुकी हैं. साथ ही स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस में भी ये अस्त्रा मिसाइल इस्तेमाल की जाएगी.

बियोंड विजयुल रेंज एयर टू एयर मिसाइल की क्यों पड़ती है जरूरत

किसी भी फाइटर जेट को घातक बनाने में बियोंड विजयुल रेंज एयर टू एयर मिसाइल (बीवीआर-एएएम) ही बनाती है. इन मिसाइल का इस्तेमाल दुश्मन के फाइटर जेट, हेलीकॉप्टर किसी भी फाइटर जेट को घातक बनाने में बियोंड विजयुल रेंज एयर टू एयर मिसाइल ही बनाती है. इन मिसाइल का इस्तेमाल दुश्मन के फाइटर जेट, हेलीकॉप्टर और यूएवी को मार गिराने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.

लंबी दूरी की मिसाइल के जरिए दुश्मन के फाइटर जेट की रेंज में आए बिना ही वार किया जा सकता है. साथ ही डॉग फाइट के दौरान भी दुश्मन पर बिना रेंज में आए हावी हुआ जा सकता है.

अस्त्रा-III यानी गांडीव की रेंज पाकिस्तान की एआईएम-120सी5 एएमआरएएएम (एडवांस मीडियम रेंज एयर टू एयर मिसाइल) और चीन की हवा से हवा में मार करने वाली पीएल-15 से भी ज्यादा है.