मोदी 3.0 में अगला थलसेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को बनाया गया है. मंगलवार शाम को सरकार ने मौजूदा सह-सेना प्रमुख ले.जनरल द्विवेदी को देश की 12 लाख की सेना का प्रमुख बनाने का ऐलान किया. 30 जून को मौजूदा चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (सीओएएस) जनरल मनोज पांडे की जगह ले.जनरल द्विवेदी ये महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालेंगे. वे भारतीय सेना के 30वें थलसेना प्रमुख होंगे.
सह-सेना प्रमुख बनाए जाने से पहले ले.जनरल द्विवेदी (2022-24) भारतीय सेना की उधमपुर स्थित उत्तरी कमान के कमांडर (जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ) थे. पूरे जम्मू-कश्मीर की आंतरिक सुरक्षा से लेकर पाकिस्तान से सटी एलओसी (लाइन ऑफ कंट्रोल) और पूर्वी लद्दाख में चीन से सटी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) की सुरक्षा की जिम्मेदारी थी.
ले.जनरल द्विवेदी को सेनाध्यक्ष बनाया जाना मोदी सरकार के तीसरी कार्यकाल की पहली बड़ी नियुक्ति है. उनकी नियुक्त ऐसे समय में हुई है जब रविवार को ही जम्मू कश्मीर के रियासी में एक तीर्थ-यात्रियों की बस पर बड़ा आतंकी हमला हुआ था. इस हमले में एक दो साल के मासूम बच्चे सहित कुल 09 तीर्थ-यात्रियों की जान चली गई थी और 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. मंगलवार को जब सरकार ने नए थल-सेनाध्यक्ष की नियुक्ति की घोषणा की, ठीक उसी वक्त जम्मू-कश्मीर के कठुआ में पाकिस्तानी सीमा से सटे एक गांव (हीरानगर सेक्टर) में दो-तीन आतंकियों के घुसे होने की खबर आई थी. हालांकि, पुलिस और पैरा-मिलिट्री के जवानों ने एक आतंकी को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था लेकिन गन-फाइट जारी थी.
ले.जनरल द्विवेदी जब उत्तरी कमान के कमांडर थे, उस वक्त भी जम्मू क्षेत्र में कई बड़े आतंकी हमले हुए थे. पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने सेना के काफिले पर कई बड़े अटैक किए थे. पिछले वर्ष दिसंबर में आतंकियों ने पुंछ-राजौरी सेक्टर में सेना की एक जिप्सी पर हमला किया था. इस हमले में वीरगति को प्राप्त एक सैनिक के शव के साथ आतंकियों ने बर्बरता पूर्ण कार्रवाई भी की थी. इस घटना के बाद स्थानीय राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) की एक यूनिट के अधिकारियों और सैनिकों पर तीन कश्मीरी युवकों की हत्या का आरोप भी लगा था. मामले ने तूल पकड़ा तो खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल सहित थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे को मौके पर जाना पड़ा था. रक्षा मंत्री ने सेना को स्थानीय लोगों का दिल जीतने का आह्वान करना पड़ा था.
रक्षा मंत्रालय ने ले.जनरल द्विवेदी की नियुक्ति पर बयान जारी कर बताया कि 1964 में जन्मे द्विवेदी 1984 में भारतीय सेना की जम्मू-कश्मीर राइफल्स (जैकरिफ) में कमीशन हुए थे. वे मध्य प्रदेश के रीवा स्थित सैनिक स्कूल के पास आउट हैं और यूएस वार कॉलेज से भी पढ़ाई कर चुके हैे.
पिछले महीने की 26 तारीख को सरकार ने चुनाव के मद्देनजर नए थलसेना प्रमुख की नियुक्ति पर रोक लगाकर मौजूदा थलसेना प्रमुख जनरल पांडे को एक महीने का विस्तार दे दिया था. जनरल पांडे को 30 मई को रिटायर होना था. अब जनरल पांडे 30 जून को रिटायर होंगे और उसी दिन लें.जनरल द्विवेदी थलसेना की कमान अपने हाथों में लेंगे.