पाकिस्तानी सैनिकों को अपनी धुनों पर नचाने वाले लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा को सरकार ने असम राइफल्स का नया महानिदेशक नियुक्त किया है. ले.जनरल लखेड़ा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब मणिपुर में पिछले एक साल से जातीय हिंसा और दंगे फैले हुए हैं और पड़ोसी देश म्यांमार में अस्थिरता का माहौल है.
असम राइफल्स की कमान संभालने से पहले ले.जनरल लखेड़ा आर्मी हेडक्वार्टर में एडीजी मिलिट्री ऑपरेशन्स (इंफो-वारफेयर) के पद पर तैनात थे. उससे पहले मार्च 2022 से मार्च 2024 तक वे असम राइफल्स के आईजी (नॉर्थ) के पद पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
देश की एक मात्र पैरा-मिलिट्री फोर्स असम राइफल्स, म्यांमार बॉर्डर की सुरक्षा संभालने के साथ साथ मणिपुर में आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी भी संभालती है. मंगलवार को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन ने बताया था कि पिछले एक साल में मणिपुर में 226 लोगों की मौत हुई है 39 लोग लापता हैं. साथ ही हजारों की संख्या में लोग बेघर होकर शरणार्थी कैंप में रहने को मजबूर हैं.
म्यांमार में भी विद्रोही ग्रुप मिलिट्री-शासन पर हावी हो रहे हैं और कई इलाकों में कब्जा कर लिया है. यहां तक की भारत से सटे सीमावर्ती इलाकों में भी म्यांमार सैनिकों और विद्रोही संगठन में लड़ाई की रिपोर्ट सामने आई हैं. ऐसे में असम राइफल्स के महानिदेशक के तौर पर ले.जनरल लखेड़ा के सामने बड़ी चुनौती है.
मूल रुप से भारतीय सेना की सिख लाइट इन्फेंट्री (4 सिखलाई) से ताल्लुक रखने वाले ले.जनरल लखेड़ा उस समय सुर्खियों में छाए जब वर्ष 2018 में उन्होंने पाकिस्तानी सैनिकों को अपनी धुन पर नाचने के लिए मजबूर कर दिया था. दरअसल, उस साल अगस्त के महीने में पहली बार भारत और पाकिस्तान की सेनाओं ने रुस के चेल्याबिंस्क प्रांत में आयोजित एससीओ (शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन) मल्टीनेशनल मिलिट्री एक्सरसाइज में हिस्सा लिया था. एससीओ एक्सरसाइज में हिस्सा लेने वाले भारतीय दल का नेतृत्व लें. जनरल लखेड़ा ने किया था. उस वक्त वे ब्रिगेडियर की रैंक पर तैनात थे.
1947 में बंटवारे के बाद से पहली बार भारत और पाकिस्तान की सेनाओं ने साझा युद्धाभ्यास में हिस्सा लिया था. ऐसे में दोनों देशों की सेनाओं के दल एक ही कैंप में रहते थे. एक्सरसाइज के दस्तूर के तहत सभी सेनाएं शाम को अपने कैंप में दूसरे देशों के सैनिकों को सांस्कृतिक कार्यक्रम में आमंत्रित करती थी. शुरुआत में पाकिस्तानी सैनिक भारतीय कैंप में आने से हिचकिचा रहे थे. लेकिन ब्रिगेडियर (अब लें.जनरल) लखेड़ा ने पाकिस्तानी सैनिकों को भारतीय सेना के कैंप में आने को मजबूर किया.
पाकिस्तानी सेना के सीनियर कमांडर्स का पारंपरिक तौर से माथे पर तिलक लगाकर और सिर पर साफा पहनाकर स्वागत किया गया. भारतीय सैनिकों ने कार्यक्रम के दौरान भांगड़ा किया तो पाकिस्तानी सैनिक भी थिरकने से नहीं रह पाए. भारत और पाकिस्तान के सैनिकों के एक साथ डांस करते फोटो और वीडियो उस दौरान जमकर वायरल हुए थे. (https://x.com/neeraj_rajput/status/1034534606815547392)
उसी एक्सरसाइज में भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी सेना के दल को बॉलीवॉल मैच में करारी हार दी थी. मैच के दौरान चीन के सैनिक पाकिस्तान को सपोर्ट कर रहे थे तो रूसी सैनिकों ने भारतीय टीम को चीयर किया.
भारतीय सेना के मुताबिक, ले.जनरल लखेड़ा ने हायर डिफेंस मैनेजमेंट कोर्स सहित एनडीसी कोर्स लंदन के रॉयल कॉलेज ऑफ डिफेंस स्टीडज से किया है. उन्हें पाकिस्तान से सटी एलओसी और जम्मू-कश्मीर सहित असम और नागालैंड में काउंटर-टेररिज्म और काउंटर इनसर्जेंसी ऑपरेशन का लंबा अनुभव है.