मणिपुर हिंसा की पीछे विदेशी कनेक्शन का शक म्यांमार नागरिक की गिरफ्तारी के बाद से और गहरा गया है. असम राइफल्स ने म्यांमार की नागरिकता वाले एक कुकी आतंकी को गिरफ्तार किया है. म्यांमार के नागरिक की गिरफ्तारी पर जवानों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा है कि “मणिपुर हिंसा में विदेशी ताकतों का हाथ था.”
बर्मी नागरिक गिरफ्तार, क्या हुआ खुलासा?
गुवाहाटी में यूनाइटेड कुकी नेशनल आर्मी (यूकेएनए) के एक उच्च पद पर तैनात सदस्य को पकड़ा गया है. 34 साल के एलएस योसेफ चोंगलोई की पहचान यूकेएनए के वित्त सचिव के तौर पर की हई है. चोंगलोई को बेलटोला इलाके में हिरासत में लिया गया. मणिपुर के चुराचांदपुर के रहने वाले चोंगलोई पर मणिपुर और असम सीमा पर कई तोड़फोड़ की घटनाओं को अंजाम देने का शक है. साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-2) के एक पुल पर बम विस्फोट और मणिपुर के तामेंगलोंग में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के काफिले पर सशस्त्र हमले के पीछे भी चोंगलोई की भूमिका मानी जा रही है. खुफिया जानकारी के बाद चोंकलोई पर नजर रखी जा रही थी.
विदेशी तत्वों ने भड़काया, असम राइफल्स सच्चाई सामने लाया-सीएम
सीएम एन बीरेन सिंह ने कहा, “मणिपुर हिंसा में मैं शुरुआत से कह रहा हूं कि इसके पीछे विदेशी तत्वों का हाथ है. पर शुरुआती दौर में मेरी बात का किसी ने भरोसा नहीं किया. असम राइफल्स का बहुत-बहुत धन्यवाद, जो सच्चाई सामने लाया है. मणिपुर में सक्रिय उग्रवादियों को हथियारों और सबूत के साथ विदेशी नागरिक को गिरफ्तार किया.”
मणिपुर में एक बार फिर से शुरू हुई हिंसा, प्रशासन सतर्क
पिछले कुछ दिनों में मणिपुर में लौटी शांति को फिर से अशांत करने की कोशिशें हुई हैं. ड्रोन से कुकी आतंकियों ने हमला किया है. हालांकि केन्द्र सरकार ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और तस्वीरों को बढ़ा चढ़ाकर पेश करने वाला बताया है. केन्द्र के मुताबिक, “म्यांमार के कई वीडियो जिसमें संवेदनशील हथियार से गोलाबारी करते दिखाया गया था, उसे मणिपुर का बताते हुए वायरल किया गया है.” लोगों को ऐसे वीडियो प्रचारित ना करने का सलाह दी गई है. साथ ही अफवाहों से बचने के लिए कहा गया है.
मणिपुर में कई जगहों से अस्थाई इंटरनेट बैन को हटा लिया गया है. स्कूल और कॉलेज भी शुरू कर दिए गए हैं. मणिपुर में केन्द्रीय पुलिस कल्याण भंडार भी खोले जाने की जानकारी खुद गृहमंत्री अमित शाह ने दी है. केन्द्रीय पुलिस कल्याण भंडार से हिंसाग्रस्त क्षेत्रों के लोग इन स्टोर्स से सामान खरीद सकेंगे. पुलिस कल्याण भंडार के 16 नए केंद्र खोले जा रहे हैं, जिनमें 8 घाटी और 8 पहाड़ी क्षेत्रों में हैं.