बांग्लादेश में एक बार फिर बवाल और हिंसा हुई है. शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के 6 फरवरी को प्रस्तावित देशव्यापी विरोध प्रदर्शन से पहले राजधानी ढाका समेत बांग्लादेश के कई शहरों में हिंसा हुई है. अंतरिम सरकार की उपद्रवियों को खुली छूट दिए जाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर्रहमान के धानमंडी-32 आवास पर धावा बोला और तोड़फोड़ की. लोगों का ये बवाल सोशल मीडिया पर ‘बुलडोजर जुलूस’ के ऐलान के बाद हुआ. हमला करने वाले बुलडोजर लेकर पहुंचे. उपद्रवियों ने शेख मुजीबुर्रहमान के घर को आग के हवाले कर दिया. हजारों की संख्या में अवामी लीग समर्थक, कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ्तार किया गया है.
शेख मुजीबुर्रहमान के आवास पर बुलडोजर से अटैक
बांग्लादेश से आई तस्वीरें बेहद खौफनाक और डराने वाली है. धानमंडी के आवास का गेट तोड़कर कुछ उपद्रवी आवास और संग्रहालय में घुस गए. इसके बाद बालकनी पर चढ़ गए और तोड़फोड़ की. मौके पर सुरक्षाबल मौजूद थे. जवानों ने लोगों को रोकने की कोशिश की, लेकिन बवाली घर में तोड़फोड़ करने लगे. बताया जा रहा है कि आवास में आगजनी भी की गई है. कई वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं. (https://x.com/KreatelyMedia/status/1887185875706257895)
आज रात, बांग्लादेश की जमीन फासीवाद से मुक्त हो जाएगी: आंदोलनकारी
शेख हसीना के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने धानमंडी-32 में बुलडोजर मार्च निकालने का ऐलान किया. बुधवार रात 8 बजे ही प्रदर्शनकारी मुजीबुर्रहमान के आवास पहुंच गए. आवास के मेन गेट को तोड़कर अंदर घुसे और जमकर हंगामा किया. प्रदर्शनकारियों ने ऐलान किया है कि ये घर तानाशाही और फासीवाद का प्रतीक है. देश में ‘मुजीबवाद’ और फासीवाद के किसी भी निशान को मिटाकर रहेंगे. शेख हसीना को फांसी देने की मांग भी की गई. कई हमलावर घर की दूसरी मंजिल पर चढ़ गए. इस दौरान बांग्लादेश के संस्थापक की तस्वीरों और दूसरे हिस्सों को हथौड़ों और लकड़ी के तख्तों से तबाह कर दिया. छात्र आंदोलन के संयोजक हसनत अब्दुल्ला ने अपनी फेसबुक पर लोगों को भड़काते हुए लिखा था, “बांग्लादेश की जमीन फासीवाद से मुक्त हो जाएगी.”
शेख हसीना के ऑनलाइन भाषण के बाद भड़की हिंसा
बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना ने ऑनलाइन एक भाषण दिया था. इसके विरोध में बांग्लादेश में प्रदर्शन हुआ. अवामी लीग ने 6 फरवरी को अंतरिम सरकार के खिलाफ एक बड़े मार्च का ऐलान किया है. बुधवार को अवामी लीग के कुछ कार्यकर्ताओं को पर्चा बांटते वक्त गिरफ्तार कर लिया गया था.