इधर अमेरिका और नाटो देशों के खिलाफ तैयारियों के लिए रूस ने परमाणु युद्धाभ्यास शुरु कर दिया है तो उधर ब्रिटेन की निर्माणाधीन न्यूक्लियर सबमरीन में आग लगने से हड़कंप मच गया है. आग की भयानक घटना में सबमरीन को तो नुकसान पहुंचा ही है, सबसे ज्यादा खतरा न्यूक्लियर रिएक्टर में लीक का है.
सबमरीन में इतनी भीषण आग लगी थी कि आग की लपटें दूर-दूर तक देखी गईं. सबमरीन जलकर खाक हो गई है तो वहीं दम घुटने की वजह से दो लोगों को रेस्क्यू करके अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
ब्रिटेन के परमाणु पनडुब्बी में क्या कुछ हुआ?
बीएई सिस्टम कंपनी के जिस शिपयार्ड की परमाणु पनडुब्बी में आग लगी है, वह करीब 150 साल पुराना है. लंदन के उत्तर पश्चिम में 350 किलोमीटर की दूरी कम्ब्रिया में ये शिपयार्ड स्थित है. शिपयार्ड रॉयल नेवी के लिए परमाणु पनडुब्बियों का निर्माण करता है. इस समय बीएई सिस्टम, रॉयल नेवी के लिए चार परमाणु पनडुब्बी का निर्माण कर रही है.
ब्रिटेन के कम्ब्रिया कांस्टेबुलरी’ के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम इंग्लैंड के ‘बैरो-इन-फ़र्नेस’ में ‘बीएई सिस्टम्स शिपयार्ड’ में आधी रात के तुरंत बाद भीषण आग लग गई. पुलिस ने संयत्र के आसपास रहने वाले लोगों को खिड़की दरवाजे बंद करने को कहा. आग लगने के बाद चालक दलों में अफरा-तफरी मच गई. पुलिस ने हालांकि, न्यूक्लियर लीक के खतरों की संभावना से इनकार किया है.
सोशल मीडिया पर सबमरीन में आग लगने का वीडियो वायरल हुआ है. शेयर किए गए वीडियो में ‘डेवोनशर डॉक हॉल’ इमारत से आग की लपटें निकलती दिखाई दे रही थीं और अलार्म सुनाई दे रहा था.
ब्रिटेन के सबमरीन में आग कैसे लगी, इसका खुलासा नहीं हुआ है. पर अलर्ट जारी किया गया है. वहीं मंगलवार को ही रूस ने न्यूक्लियर ड्रिल के जरिए अपनी ताकत दिखाते हुए अमेरिका और ब्रिटेन को सांकेतिक तौर पर धमकी दी थी. (रूस का फिर Nuclear युद्धाभ्यास, अमेरिका पशोपेश में)
पिछले दो साल में रॉयल नेवी की परमाणु पनडुब्बी में ये दूसरी आग की बड़ी घटना है. इससे पहले वर्ष 2022 में नॉर्थ अटलांटिक सागर में इंग्लैंड की विक्टोरिया नाम की न्यूक्लियर सबमरीन में संदिग्ध आग लग गई थी. इस घटना के चलते पनडुब्बी को समंदर की सतह पर आना पड़ा था और अपने सीक्रेट मिशन को बीच में ही छोड़ना पड़ा था. उस वक्त ये पनडुब्बी, ट्राइडेंट मिसाइल से लैस थी.