इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने राफा कैंप में किए गए एरियल-स्ट्राइक के लिए ‘गलती’ मांगी है. नेतन्याहू ने कैंप पर किए गए हमले को ‘दु:खद गलती’ मानी है लेकिन साफ कह दिया है जब तक इजरायल को पूरी तरह जीत हासिल नहीं हो जाती हमास के खिलाफ युद्घ जारी रहेगा.
नेतन्याहू का ये बयान इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के उस बयान के महज कुछ घंटों बाद ही आया जिसमें कहा गया था कि राफा में शरणार्थियों के लिए बनाए गए कैंप पर हमला नहीं किया गया है. आईडीएफ ने हमले की जगह का एक मैप साझा करते हुए कहा था कि रविवार की रात को “सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर इजरायली एयर फोर्स ने तल अस सुल्तान में हमास आतंकियों को निशाना बनाया. हमास की झूठी खबरों से इतर, हमले को अल-मवासी मानवीय सहायता इलाके में अंजाम नहीं दिया गया था.”
रविवार को आईडीएफ के हवाई हमले में 35-40 लोगों के मारे जाने की खबर है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायली एयर फोर्स ने राफा में जिस जगह गाजा से बेघर हुए लोगों के लिए कैंप लगाया गया है वहां बम गिराए थे. हालांकि, आईडीएफ का दावा है कि हमला हमास के आतंकियों पर किया गया था लेकिन माना जा रहा है कि जहां बम गिरे वहां तेल के टैंकर मौजूद थे. बम धमाकों से ऑयल टैंकर में आग लग गई और करीब में ही शरणार्थी कैंप को अपनी चपेट में ले लिया.
हालांकि, इजरायली प्रधानमंत्री साफ कह चुके हैं कि हमास के खिलाफ जंग तब तक जारी रहेगी जब तक कि पूरी तरह आतंकी संगठन का सफाया नहीं हो जाता है लेकिन अंतरराष्ट्रीय दबाव जबरदस्त पड़ रहा है. इजरायल का सबसे खास दोस्त अमेरिका तक राफा में ऑपरेशन को समर्थन नहीं दे रहा है. अमेरिका ने ऑफेंसिव गोला-बारूद तक की सप्लाई रोक दी है. फ्रांस सहित स्पेन, नॉर्वे और आईसलैंड जैसे देशों ने इजरायल के विरोध के बावजूद फिलिस्तीन को अलग राष्ट्र बनाने का समर्थन कर दिया हेै.
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के डिपार्टमेंट ऑफ सेफ्टी एंड सिक्योरिटी के ऑब्जर्वर भारतीय मूल के रिटायर्ड कर्नल वैभव अनिल काले की गाड़ी पर टैंक से हमला करने को लेकर भी इजरायल घिरा हुआ है. इस हमले में कर्नल काले वीरगति को प्राप्त हो गए थे. हमले के वक्त वे यूएन की तरफ से राफा के अस्पताल में मिल रही सेवाओं की समीक्षा करने जा रहे थे. इससे पहले अप्रैल के महीने में किचन ऑफ वर्ल्ड नाम की संस्था की गाड़ी पर हमला कर सात वर्कर की हत्या के चलते भी इजरायल पूरी दुनिया के निशाने पर है.
नेतन्याहू ने साफ कर दिया है जब तक कि हमास के चंगुल से सभी 120 बंधकों को मुक्त नहीं करा लिया जाता, जंग जारी रहेगी. हालांकि, मिस्र और कतर की पहल पर इजरायल एक शांति वार्ता के लिए तैयार जरुर हो गया है (इजरायल और हमास बातचीत के लिए तैयार, बंधकों की रिहाई पर होगी चर्चा).
7 अक्टूबर को हमास आतंकी संगठन के इजरायल पर हुए हमले के बाद से जवाबी कार्रवाई करते हुए आईडीएफ ने पूरे गाजा को जमींदोज कर दिया है. इजरायल के गाजा और राफा में हुए हमलों में अब तक 30 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और लाखों लोग बेघर हो गए हैं.