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उत्तर कोरिया में आपका स्वागत है, मिसाइल फैसिलिटी बदल गई लग्जरी रिज़ॉर्ट में

तानाशाह किम जोंग उन ने विदेशी पर्यटकों के उत्तर कोरिया आने पर हरी झंडी दे दी है. विदेशी पर्यटकों की एंट्री पिछले 5 सालों से बंद थी. अब किम जोंग ने प्रतिबंधों को हटा दिया है, जिसके बाद नॉर्थ कोरिया में सशर्त विदेशी पर्यटक घूम सकेंगे. हालांकि बेहद कड़ाई के चलते विदेशी पर्यटक खासकर पश्चिमी देशों के सैलानी नॉर्थ कोरिया आने से बचते रहे हैं. 

तानाशाह ने पर्यटकों के लिए खोले उत्तर कोरिया के दरवाजे

किम जोंग-उन ने कोविड 19 की शुरुआत में ही नॉर्थ कोरिया में विदेशियों की एंट्री पर रोक लगा दी थी. पांच (05) साल बाद अब उत्तर कोरिया ने विदेशियों को आने की इजाजत दे दी है. तानाशाह के लगातार मिसाइल टेस्टिंग के चलते तमाम प्रतिबंध लगे हुए हैं, जिसके बाद आर्थिक स्थिति चरमराई हुई है. माना जा रहा है कि अगर नॉर्थ कोरिया में पर्यटक घूमने आते हैं तो आर्थिक सुधार हो सकता है. 

मिसाइल टेस्ट फैसिलिटी को बदला लग्जरी रिज़ॉर्ट में

हाल ही में उत्तर कोरिया में एक मिसाइल टेस्टिंग फैसिलिटी के बेहद करीब लग्जरी रिज़ॉर्ट का उद्घाटन किया गया था. माना जा रहा है कि किम जोंग की इजाजत के बाद ही इस बेहद आलीशान रिजॉर्ट का निर्माण किया गया है ताकि विदेशी पर्यटकों को आर्कषित किया जा सके. इस रिज़ॉर्ट को एक समुद्री-तट के करीब बनाया गया है.

नॉर्थ कोरिया घूमने के लिए माननी होंगी ये शर्तें

नॉर्थ कोरिया आने वाले सैलानियों को सशर्त इजाजत दी जाएगी. पर्यटकों के लिए कई पाबंदियां होंगी. जैसे वे लोकल गाइड के बगैर कहीं भी आ-जा नहीं सकते. वे देश की तयशुदा जगहों पर ही घूम सकते हैं. ज्यादातर जगहों पर फोटो लेने पर पाबंदी रहेगी और वो सुरक्षा एजेंसियों की नजरों में रहेंगे. टीवी देखने और साउथ कोरियाई गाने बजाने और सुनने पर भी पाबंदी है.जो पर्यटक इन शर्तों को मानेंगे उन्हीं को उत्तर कोरिया में आने की इजाजत दी जाएगी. 

अमेरिकी पर्यटक को जासूसी के शक में पकड़ा गया था

साल 2015 में नॉर्थ कोरिया में एक अमेरिकी पर्यटक को राजनीतिक पोस्टर चुराते हुए पकड़ा गया था. अमेरिकी पर्यटक ओटो वॉर्मबियर नाम का एक यूनिवर्सिटी स्टू़डेंट था, जिसे प्योंगयोंग से हिरासत में लिया गया था. कुछ महीने बाद ही छात्र को 15 साल की सजा सुनाई गई थी. कोर्ट में ये साबित किया गया था कि छात्र ने अमेरिकी सरकार के कहने पर पोस्टर चुराया था. अमेरिकी ने अपने नागरिक को बचाने की पुरजोर कोशिश की थी और उत्तर कोरिया के आरोपों को गलत बताया, लेकिन छात्र को सजा सुनाई गई. लेकिन साल 2017 में नॉर्थ कोरिया ने मानवता के आधार पर छात्र को रिहा किया, जिस वक्त छात्र को अमेरिका भेजा गया, वो कोमा में था. अमेरिका ने दावा किया कि उत्तर कोरिया ने ओटो वॉर्मबियर को प्रताड़ित किया था, जिसपर उत्तर कोरिया ने कोई पुख्ता जवाब नहीं दिया.

डोनाल्ड ट्रंप के पिछले कार्यकाल की है घटना

उत्तर कोरिया ने जिस वक्त अमेरिकी छात्र को कोमा जैसी दयनीय हालत में रिहा किया तब अमेरिकी सत्ता में डोनाल्ड ट्रंप थे. तानाशाह की करतूत से नाराज ट्रंप ने उत्तर कोरिया पर कई तरह की पाबंदियां लगा दीं था. अमेरिकी विदेश विभाग ने अपने सभी नागरिकों को उत्तर कोरिया न जाने की सलाह दी थी और कहा था, कि उत्तर कोरिया जाकर अमेरिकी नागरिक फंस सकते हैं. अमेरिका के अलावा कनाडा और ऑस्ट्रेलिया भी अपने नागरिकों को उत्तर कोरिया जाने से मना करते रहे हैं. 

कौन से देश के पर्यटक घूमने आते हैं नॉर्थ कोरिया

सबसे ज्यादा जिस देश के पर्यटक उत्तर कोरिया घूमने आते हैं, वो हैं रूस और चीन. दोनों देश उत्तर कोरिया के मित्र देश हैं. भारतीय पर्यटकों को भी सीमित संख्या में वीजा दिया जाता है.

हाल ही में भारत ने उत्तर कोरिया में दोबारा खोला दूतावास

भारत ने उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में अपना दूतावास दोबारा खोला. यह कदम कई राजनीतिक और कूटनीतिक तौर पर अहम माना जा रहा है. भारत ने उत्तर कोरिया में दूतावास को दोबारा  खोलकर स्वतंत्र विदेश नीति अपनाई है. भारत के रूस से अच्छे संबंध हैं, तो चीन से भी संबंध पटरी पर आ रहे हैं. ऐसे में रूस और चीन के साथ-साथ उत्तर कोरिया के साथ भी भारत ने संबंधों को मजबूत करने का कदम उठाया है.

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