उत्तर कोरिया के तानाशाह की खतरनाक बहन किम यो जोंग ने सुपर पावर अमेरिका को चेतावनी दे डाली है. किम यो जोंग ने कहा है कि नॉर्थ कोरिया परमाणु संपन्न देश है, वॉशिंगटन को हमें ऐसे ही स्वीकार करना होगा. किम यो जोंग ने अमेरिका के साथ परमाणु निरस्त्रीकरण पर बातचीत करने से साफ इनकार कर दिया है.
अमेरिका एक बात समझ ले, ये 2025 है, हम परमाणु संपन्न हैं: उत्तर कोरिया
तानाशाह किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग को यूं ही दुनिका की सबसे खूंखार महिला कहा जाता है. किम यो जोंग ने अमेरिका को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिससे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का चिढ़ना तय है. हाल ही में व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा था कि “राष्ट्रपति ट्रंप, अभी भी किम जोंग उन से परमाणु निरस्त्रीकरण पर बातचीत के लिए तैयार हैं.”
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए किम यो जोंग ने कड़े शब्दों में कहा कि “ये बात समझ ली जानी चाहिए कि साल 2025, न तो 2018 है और न ही 2019. उत्तर कोरिया के परमाणु संपन्न देश के दर्जे को नकारने की किसी भी कोशिश को सिरे से खारिज किया जाएगा.”
किम जोंग-ट्रंप में अच्छे संबंध, लेकिन परमाणु निरस्त्रीकरण स्वीकार नहीं: किम योंग जो
इस साल 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप ने जब राष्ट्रपति पद संभाला था, तो बताया था कि उनके किम जोंग उन से अच्छी दोस्ती है. हालांकि ट्रंप के दावे को कितना गंभीर लेना चाहिए, ये सोचने की बात है, क्योंकि ट्रंप, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति पुतिन को भी अपना अच्छा दोस्त बताते हैं. लेकिन हकीकत क्या है, वो पूरी दुनिया के सामने हैं. खैर !!!
उत्तर कोरियाई नेता की बहन ने कहा है कि “ भाई किम जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच अच्छे रिश्ते हैं, लेकिन अगर दोनों के रिश्तों को उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण के औजार की तरह देखा जाएगा तो इसे एक मजाक ही कहा जाएगा. अगर अमेरिका इस बदली हुई परिस्थिति को स्वीकार नहीं कर सकता तो अमेरिका और उत्तर कोरियाई नेताओं की बैठक सिर्फ एक उम्मीद बनकर रह जाएगी.”
दक्षिण कोरिया से बातचीत में हमें कोई दिलचस्पी नहीं: किम यो जोंग
साउथ कोरिया की नई सत्ता ने उत्तर कोरिया के साथ तनाव कम करने के लिए बातचीत का ऑफर दिया है. लेकिन किम जोंग उन की बहन ने बातचीत से साफ इनकार कर दिया है.
किम यो जोंग की ओर से कहा गया है कि “हम एक बार फिर अपना आधिकारिक स्टैंड साफ कर देना चाहते हैं, चाहे दक्षिण कोरिया कोई भी नीति अपनाए या कोई भी प्रस्ताव दे, हमें उनके साथ बातचीत में कोई दिलचस्पी नहीं है और न ही बातचीत का कोई कारण है.”
हाल ही में दक्षिण कोरिया के नए राष्ट्रपति ने उत्तर कोरिया से संबंध सुधारने की दिशा में कई कदम उठाए थे. दक्षिण कोरिया ने सीमा पर लाउडस्पीकर बैन कर दिया है, ताकि नॉर्थ कोरिया को खुश किया जा सके. लेकिन लगता नहीं कि ताकतवर तानाशाह और उसकी बहन पर कोई असर पड़ेगा.