रूस के खिलाफ नाटो देशों के प्लान ऑफ एक्शन के बीच यूक्रेन ने एक वीडियो शेयर करके दावा किया है कि उत्तर कोरिया के सैनिक रूसी सेना में भर्ती हो रहे हैं. यूक्रेन की ओर से जो वीडियो शेयर किया गया है, उसमें नॉर्थ कोरियाई सैनिक, रूसी सैनिकों से बैग, कपड़े और बाकी जरूरी सामान लेने के लिए कतार में खड़े दिखे. यूक्रेन ने कहा है कि सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशंस एंड इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी ने वीडियो को प्रमाणित किया है.
यूक्रेन ने शेयर किया तानाशाह के सैनिकों का वीडियो
हाल ही में ऐसी खबर आई थी कि रूस में उत्तर कोरियाई सैनिक युद्ध लड़ने के लिए पहुंचे हैं. साथ ही ये खबर उस वक्त और पुख्ता हो गई थी जब यूक्रेन की ओर से किए गए एक अटैक में उत्तर कोरिया के एक अधिकारी समेत कुछ सैनिकों की मौत हो गई थी. अब यूक्रेन ने उत्तर कोरियाई सैनिकों का वीडियो शेयर करते हुए कहा है कि नॉर्थ कोरियाई सैनिक, रूसी सैनिकों से बैग, कपड़े और बाकी चीजें लेने के लिए लाइन में लगे हुए हैं.
यूक्रेन के अधिकारी इहोर सोलोवी ने कहा, “हमें यह वीडियो हमारे अपने सोर्स से मिला है. हम सुरक्षा कारणों की वजह से उन सोर्स की जानकारी नहीं दे सकते, जिन्होंने हमें यह वीडियो दिया था. यूक्रेन ने ये भी दावा किया है कि वीडियो को रूसी सैनिक ने रिकॉर्ड किया है.” (https://x.com/WizeGuySpeaks/status/1847776265203503531)
रूस में मौजूद हैं उत्तर कोरिया के 11000 सैनिक: यूक्रेन
यूक्रेन के सेना प्रमुख किरिलो बुडानोव के मुताबिक रूस में उत्तर कोरिया कते तकरीबन 11000 सैनिक हैं. इन सैनिकों को रूसी सैनिक ट्रेनिंग दे रहे हैं. उत्तर कोरियाई सैनिकों की ट्रेनिंग पूर्वी रूस में की जा रही है. और माना जा रहा है कि ट्रेनिंग नवंबर तक पूूरी हो जाएगी, जिसके बाद तानाशाह के सैनिकों की बॉर्डर में भेजा जाएगा. 2000 से ज्यादा उत्तर कोरियाई सैनिकों की तैनाती कुर्स्क में की जाएगी.
लंबी दूरी की मिसाइल और नाटो सदस्य बनने के लिए फिर गिड़गिड़ाए जेलेंस्की
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस पर जीत हासिल करने के लिए एक बार फिर से विजय योजना पेश की है. जिसमें जेलेंस्की ने दावा किया है कि युद्ध को इस योजना के जरिए समाप्त किया जा सकता है.इस रणनीति में यूक्रेन को नाटो में शामिल होने का औपचारिक आमंत्रण देना और रूसी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के लिए पश्चिमी देशों से प्राप्त लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों का उपयोग करने की अनुमति देना शामिल है.
अमेरिका और जर्मन चांसलर की जेलेंस्की को दो टूक
अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने जेलेंस्की की योजना को लेकर दो टूक टिप्पणी दी है. लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि ‘‘इस योजना का सार्वजनिक रूप से मूल्यांकन करना मेरा कार्य नहीं है’’ तो जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज ने कीव को टॉरस नामक लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलों की आपूर्ति देने से मना कर दिया है और एक बार फिर से ओलाफ अपने पुराने रुख पर कायम हैं.
ओलाफ शोल्ज ने कहा है, हम यूक्रेन की यथासंभव कोशिश कर रहे हैं. पर देखना जरूरी है कि नाटो देश युद्ध में शामिल ना हों, अन्यथा युद्ध में और भी तबाही मच जाएगी.
हंगरी के पीएम विक्टर ऑर्बन को पुतिन का करीबी माना जाता है लिहाजा ऑर्बन ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में जेलेंस्की के प्लान को खतरनाक और भयावह बताया है. तो फ्रांस के विदेश मंत्री जीन-नोएल बैरोट ने शनिवार को कीव में कहा कि- वो प्रस्ताव के समर्थन के लिए अन्य देशों को एकजुट करने के लिए यूक्रेनी अधिकारियों के साथ काम करेंगे.
जेलेंस्की के विक्ट्री प्लान पर सहमति ना बनने पर रूस ने यूक्रेन का मजाक उड़ाया है. क्रेमलिन के प्रवक्ता ने दिमित्री पेसकोव ने क्षण में ही टूट जाने वाला प्लान बताया है.
यूएई की मध्यस्थता सफल, रूस-यूक्रेन में कैदियों के अदला-बदली
यूएई ने रूस और यूक्रेन के बीच बंधकों की रिहाई के लिए सफलतापूर्वक मध्यस्थता की है. 9वीं बार यूएई की कोशिशों के बाद 190 बंधकों को छोड़ दिया गया है. यूएई के मध्यस्थता के लिए रूस और यूक्रेन दोनों देशों के विदेश मंत्रालय ने तारीफ की. जंग के बीच चुनौतियों के बावजूद बंधकों की रिहाई में यूएई की कोशिशें लगातार रंग ला रही हैं. युद्ध के शुरुआत से अबतक 2000 से ज्यादा बंधकों की अदला बदली और रिहाई की जा चुकी है.