बलूचिस्तान से लेकर सिंध और पंजाब से लेकर खैबर-पख्तूनख्वा में राजनीतिक हिंसा और आतंकी हमले रोकने में नाकाम पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत के सिर दोष मढ़ने की कोशिश की है. पाकिस्तान का आरोप है कि एससीओ समिट के दौरान इमरान खान की विपक्षी पार्टी भारत के एजेंडे के तहत विरोध-प्रदर्शन करने की तैयारी कर रही है.
पाकिस्तान के योजना मंत्री एहसान इकबाल ने शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन (15-16 अक्टूबर) के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री (और विपक्षी नेता) इमरान खान की पार्टी पाकिस्तानी तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) द्वारा आयोजित विरोध-प्रदर्शन के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है. इकबाल के मुताबिक, पीटीआई पार्टी, हमसाया मुल्क (भारत) के ‘एजेंडे’ पर काम कर रही है.
पाकिस्तानी मंत्री ने अपरोक्ष रूप से एससीओ समिट में बाधा डालने के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है.
दरअसल, शहबाज शरीफ सरकार ने इमरान खान को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया था. ऐसे में इमरान खान की पार्टी शहबाज शरीफ के खिलाफ जमकर विरोध-प्रदर्शन कर रही है. पीटीआई ने एससीओ समिट के दौरान राजधानी इस्लामाबाद में प्रदर्शन करने की तैयारी कर रही है.
खास बात ये है कि पीटीआई के नेता, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर को भी इस विरोध-प्रदर्शन में पाकिस्तानी अवाम को संबोधित करने के लिए आमंत्रित कर चुके हैं. जयशंकर, भारत की तरफ से एससीओ सम्मेलन में शिरकत कर रहे हैं.
हालांकि, अभी तक ये साफ नहीं है कि क्या एससीओ समूह के रूस और चीन के राष्ट्राध्यक्ष भी समिट में हिस्सा लेने इस्लामाबाद पहुंचेगे या नहीं.
हालांकि, शनिवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से तुर्कमेनिस्तान में एक सम्मेलन के दौरान संक्षिप्त मुलाकात जरूर हुई थी. मुलाकात के बाद क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय) के प्रेस सचिव दिमित्री पेसकोव ने ये जरूर कहा कि जरदारी से मुलाकात के दौरान पुतिन ने पाकिस्तान यात्रा पर चर्चा की थी. हालांकि, ये साफ नहीं किया कि ये यात्रा कब होनी है.
चीन ने भी ये साफ नहीं किया है कि क्या वाकई राष्ट्रपति शी जिनपिंग सम्मेलन के लिए इस्लामाबाद जा रहे हैं या नहीं.
शुक्रवार को ही बलूचिस्तान में अज्ञात हमलावरों ने अंधाधुंध फायरिंग में एक खदान में काम करने वाले 20 मजदूरों को मौत के घाट उतार दिया था. उससे पहले 7 अक्टूबर को कराची एयरपोर्ट के बाहर बलूच लड़ाकों ने एक बड़ा आत्मघाती हमला किया था, जिसमें दो चीनी नागरिकों की मौत हो गई थी और करीब एक दर्जन पाकिस्तानी नागरिक हताहत हुए थे. (कराची एयरपोर्ट के बाहर सुसाइड अटैक, 02 चीनी नागरिकों की मौत)