संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में भारत ने एक बार फिर से पाकिस्तान को आतंकवाद को लेकर घेरा है. भारतीय राजनयिक क्षितिज त्यागी ने खैबर पख्तूनख्वा में महिलाओं-बच्चों पर की गई पाकिस्तानी सेना की एयरस्ट्राइक को मुद्दा उठाते हुए कहा, कि पाकिस्तान को तो अपने ही लोगों पर बम बरसाने से फुर्सत नहीं है.
आपको बता दें कि रविवार-सोमवार की देर रात पाकिस्तान ने खैबर पख्तूनख्वा में जेएफ 17 लड़ाकू विमानों से बम गिराए थे, लेकिन ये बम स्थानीय नागरिकों पर गिरे. महिलाओं और नवजात बच्चों समेत 30 लोगों की मौत हो गई थी. जिसे लेकर पाकिस्तानी सरकार और सेना के खिलाफ लोगों में बहुत आक्रोश है.
सेना के दबदबे में दब चुकी पाकिस्तान सरकार, अपनों पर गिराती है बम: भारतीय राजनयिक
जेनेवा में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजनयिक क्षितिज त्यागी ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा, “पाकिस्तान को चाहिए कि वो लाइफ सपोर्ट पर खड़ी अपनी अर्थव्यवस्था को बचाने, सेना के दबदबे में दब चुकी अपनी राजनीति को सुधारने और उत्पीड़न से दागदार अपने मानवाधिकार रिकॉर्ड को ठीक करने पर ध्यान दे. लेकिन, यह ध्यान वो तब दे पाएगा जब उसे आतंकवाद को शरण देने और अपने ही लोगों पर बम गिराने से फुर्सत मिले.”
क्षितिज त्यागी ने पाकिस्तान को घेरते हुए कहा, “ऐसा प्रतिनिधिमंडल, जो इस सोच से पूरी तरह उलट है, लगातार इस मंच का भारत के खिलाफ आधारहीन और भड़काऊ बयान देकर दुरुपयोग कर रहा है.”
हमारे अवैध कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र को खाली करे पाकिस्तान: क्षितिज त्यागी
भारतीय अधिकारी क्षितिज त्यागी ने पाकिस्तान से अवैध कब्जे वाली जगह खाली करने को कहा. पाकिस्तान का नाम लिए बिना पाकिस्तान की नीयत का पर्दाफाश कर दिया.
क्षितिज त्यागी ने कहा, “यह देश ऐसे मंचों का दुरुपयोग करते हुए भारत विरोधी निराधार और भड़काऊ बयान दे रहा है. हमारे क्षेत्र पर नजर गड़ाने और लालच के बजाय, बेहतर होगा कि वो हमारे अवैध कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र को खाली करें. उनकी अर्थव्यवस्था वेंटिलेटर पर है.”
यूएन को समान और निष्पक्ष रुख अपनाना चाहिए: क्षितिज त्यागी
क्षितिज त्यागी ने एक बार फिर से कहा, “परिषद को सबके लिए समान, निष्पक्ष और बिना पक्षपात का रुख अपनाना चाहिए. हम सबकी कोशिशें एकजुटता और अच्छे सहयोग को बढ़ाने वाली हों, न कि बांटने वाली. लेकिन हमें इस बात की चिंता है कि कुछ खास देशों पर अलग-अलग फैसले और आदेश लगातार बढ़ते जा रहे हैं. यह परिषद के असली काम को आगे बढ़ाने के बजाय पक्षपात और चुनिंदा रवैये की छवि को और मजबूत करते हैं.”
जिनेवा में लगाई गई थी कश्मीर मानवाधिकार कार्यकर्ता की प्रदर्शनी
इससे पहले पिछले सप्ताह जिनेवा में ही पाकिस्तान को एक प्रदर्शनी के माध्यम से बेनकाब किया गया था. जम्मू और कश्मीर के मानवाधिकार कार्यकर्ता जावेद अहमद बेग ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को लगातार प्रायोजित करने और क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा प्रभावित करने के आरोप लगाए थे. बेग कश्मीर घाटी के पहलगाम में इसी साल हुए आतंकी हमले को रेखांकित करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय और संयुक्त राष्ट्र जैसी वैश्विक संस्थाओं से ठोस कार्रवाई करने की अपील की थी.