आतंकियों को पनाह और ट्रेनिंग देने वाला पाकिस्तान अब खुद आतंकी वारदातों के दर्द से जूझ रहा है. साल के पहले दिन ही पाकिस्तान में तीन अलग-अलग आतंकी वारदातें हुई हैं. इन तीनों आतंकी वारदातों में तीन लोगों की मौत हुई जिसमें एक बच्चा भी शामिल था, 11 लोगों के घायल होने की सूचना है.
घायलों में पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं. ये हमले पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और वजीरिस्तान में हुए हैं.
3 आतंकी वारदातों से हिला पाकिस्तान
पाकिस्तान में साल के पहले ही दिन आतंकी वारदातों से हिल गया है पाकिस्तान. अशांत उत्तर-पश्चिम में बुधवार को अलग-अलग तीन आतंकी घटनाएं सामने आई. पहली घटना खैबर पख्तूनख्वा के जिले में हुई, दूसरी घटना दक्षिणी वजीरिस्तान के जिले में और तीसरी बन्नू जिले के मामाखेल इलाके में हुई.
पुलिस के मुताबिक, देर रात एक बजे खैबर पख्तूनख्वा के डेरा इस्माइल खान जिले के दरबान इलाके की एक पुलिस चौकी पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया, जिसमें पुलिस के एक कांस्टेबल और एक मजदूर की मौत हो गई तथा दो अन्य घायल हो गए.
बाइक बम और सड़क पर बम धमाकों से दहशत
पाकिस्तान में दूसरी आतंकी वारदात दक्षिणी वजीरिस्तान जिले के आजम वारसाक क्षेत्र में हुई, जहां एक मोटरसाइकिल में रखे बम के फट जाने से एक बच्चे की मौत हो गई तथा चार और लोग घायल हो गए.
वहीं तीसरी वारदात, बन्नू जिले के मामाखेल क्षेत्र में एक अन्य घटना हुई, जहां सड़क किनारे रखे बम में विस्फोट हो जाने से कम से कम पांच पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
इन तीन वारदातों से एक दिन पहले 31 दिसंबर को भी पाकिस्तान में अज्ञात हमलावरों ने हमला किया. दक्षिणी वजीरिस्तान की सीमा से लगे डेरा इस्माइल खान जिले के दरबान कलां में मंगलवार को पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया गया था, जिसमें 2 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी, जबकि 1 घायल हुआ.
पाकिस्तान सेना ने थपथपाई थी अपनी पीठ
पिछले सप्ताह ही पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग आईएसपीआर के डीजी ने पीठ थपथपाते हुए ये आंकड़े जारी किए थे कि सेना ने कितने आतंकियों को ढेर किया है.
साल 2024 में खैबर पख्तूनख्वा में सुरक्षा बलों ने 270 आतंकवादियों को मार गिराया था. तालिबानी लड़ाकों से घिरे पाकिस्तान को जख्म गहरे मिल रहे हैं. इसलिए ही कहा जाता है कि जो बोओगे वही काटोगे. भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला पाकिस्तान आज खुद जख्मी हो रहा है.