ईरान और पाकिस्तान के बीच विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. बलूचिस्तान में आतंकी ठिकानों के निशाना बनाने के 24 घंटे के भीतर ही अब पाकिस्तान ने ईरान पर हमला किया है. चीन की अपील को दरकिनार कर दोनों देश जंग पर उतारू हैं.
इजरायल-हमास जंग और अमेरिका-हूती विद्रोहियों के बीच चल रही तनातनी के बीच पाकिस्तान और ईरान में भी टेंशन बढ़ चुकी है. पाकिस्तान की वायुसेना ने पूर्वी ईरान के सरवन शहर में बलूच आतंकी समूह पर एयर-स्ट्राइक करके ईरान को करारा जवाब दिया है. पाकिस्तान की सेना के मुताबिक- वायुसेना ने बुधवार रात पूर्वी ईरान में सरवन शहर के पास बलूच आतंकवादी समूह पर कई हवाई हमले किए हैं. ईरान ने मंगलवार को पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आतंकी संगठन जैश-अल-अदल के ठिकानों पर मिसाइल स्ट्राइक की थी (जयशंकर Iran में, पाकिस्तान पर Air Strike). जिसके बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की है. हालांकि, पाकिस्तान ने जो मिसाइल ईरान की सीमा में लॉन्च की हैं वे बिना वॉरहेड की मानी जा रही हैं यानी बिना किसी बारूद के.
हमने ईरान को कई सबूत दिए: पाकिस्तान
पाकिस्तान में हुई ईरानी एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की आवाम ने सेना और सरकार को घेरा था. लोगों ने सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी सेना को लंबर वन आर्मी तक कह दिया था. अपने देश में ही बेइज्जती झेल रहे पाकिस्तान ने एक्शन लेकर अपनी छवि सुधारने की कोशिश की है. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा है कि “हमने ‘ऑपरेशन मार्ग बर सर्माचारों ‘ के तहत कई आतंकवादियों को मार गिराया है पाकिस्तान ने कहा, ‘हमने समाचारों को लेकर ईरान को कई सबूत सौंपे थे. ये आतंकवादी निर्दोष पाकिस्तानियों का खून बहाते हैं. हमने सबूतों के आधार पर सर्माचारों पर एक्शन लिया है.” ‘सर्माचार’ मतलब पाकिस्तानी मूल के वो आतंकवादी जो ईरान में रहते हैं.
ईरानी अफसर की हत्या पर भड़का ईरान
ईरान पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान की सीमा के पास एक आतंकवादी हमले में ईरानी अफसर की मौत की खबर सामने आई है. बताया जा रहा है कि ईरानी कर्नल की गोली मारकर हत्या की गई है. यह हमला सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में हुआ. ईरानी अफसर की हत्या आतंकियों पर ईरानी एयर-स्ट्राइक करने के बात की गई है. कर्नल की हत्या पर ईरानी सेना का बयान भी सामने आया है. ईरानी सेना ने कहा- कर्नल हुसैन अली जवीदंफर पर आतंकियों ने हमला किया था. वो आईआरजीसी के सलमान यूनिट में तैनात थे. इसी यूनिट ने पाकिस्तान के जैश अल अदल के खिलाफ खुफिया सूचना दी थी. कर्नल हुसैन की हत्या की जिम्मेदारी जैश अल अदल के आतंकियों ने ली है. इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कोर के सैन्य अधिकारी और उनके सुरक्षाकर्मियों पर जानलेवा हमला पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा से लगे अशांत दक्षिण-पूर्वी प्रांत में किया गया. वहीं पाकिस्तान की ओर से की गई एयर-स्ट्राइक को लेकर ईरान ने कहा है पाकिस्तानी अटैक में तीन महिलाएं और चार बच्चों की मौत हो गई है.
ईरान-पाकिस्तान में हुई बात, बताया भाई जैसा संबंध
ईरान के विदेश मंत्री आमिर-अब्दुल्लाहियान ने कहा है कि उन्होंने पाकिस्तान के विदेश मंत्री से इस बारे में बात की है. ईरान, पाकिस्तान और इराक की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करता है लेकिन अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता नहीं कर सकते. ईरान की ओर से दागे गए ड्रोन और मिसाइलों ने किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को निशाना नहीं बनाया है. पाकिस्तान में शरण लिए हुए ईरानी आतंकवादियों पर हमला किया गया. आमिर-अब्दुल्लाहियान ने कहा- जब बात राष्ट्रीय सुरक्षा की आती है तो ईरान को किसी तरह की कार्रवाई से कोई संकोच नहीं है. हमने जो भी किया वह हमारे सुरक्षा हितों को बचाने के लिए था
पाकिस्तान-ईरान में तनाव, भारत ने दी प्रतिक्रिया
ईरान की एयर-स्ट्राइक पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रतिक्रिया दी है. सोशल मीडिया पर रणधीर जायसवाल ने लिखा है, “ये ईरान और पाकिस्तान के बीच आपसी मामला है. जहां तक भारत की बात है, आतंकवाद पर भारत की जीरो टॉलरेंस की नीति है. कोई देश अपनी आत्मरक्षा के लिए ऐसे कदम उठा सकता है.”
एयर-स्ट्राइक पर क्या है चीन की राय ?
अमेरिका ने इराक, सीरिया और पाकिस्तान में ईरान की एयर-स्ट्राइक की निंदा की है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बयान जारी करके कहा- ‘हम ईरानी हमलों की निंदा करते हैं. ईरान अपने तीन पड़ोसियों की संप्रभुता (सीमाओं) का उल्लंघन कर रहा है. ईरान आतंकवाद का पनाह देने वाला देश है और वही ईरान ये दावा करता है कि उसने इराक, सीरिया और पाकिस्तान पर आतंकवाद से लड़ने के लिए हमला किया’. पाकिस्तान के परम मित्र चीन ने पाकिस्तान और ईरान को “संयम बरतने की सलाह दी है.” चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा है, “अंतरराष्ट्रीय संबंधों के मानदंडों और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों के आधार पर हल करने की जरूरत है. सभी देशों की स्वतंत्रता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान और संरक्षण किया जाना चाहिए.”
पाकिस्तान-ईरान के बीच हुई तनातनी के बाद पाकिस्तान ने ईरान से अपने राजदूत को भी वापस बुला लिया. यही नहीं पाकिस्तान ने सभी उच्च स्तरीय द्विपक्षीय यात्राएं निलंबित कर दीं. माना जा रहा है पाकिस्तानी एक्शन के बाद ईरान फिर एक जवाबी कार्रवाई कर सकता है. इसी कड़ी में ईरान ने पाकिस्तान सीमा से सटे इलाकों में एक बड़े युद्धाभ्यास के लिए अपनी सेना को मोबिलाइज करना शुरु कर दिया है.
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