1971 के बाद पहली बार पाकिस्तान का कोई जंगी जहाज बांग्लादेश पहुंचा है. पाकिस्तानी नौसेना का युद्धपोत पीएनएस सैफ, बांग्लादेश के चटगांव (चटोग्राम) पहुंचा है. हालांकि, इसे गुडविल मिशन बताया जा रहा है लेकिन खास बात है कि इसी दौरान पाकिस्तानी नौसेना प्रमुख नाविद अशरफ भी बांग्लादेश की राजधानी ढाका में मौजूद है.
अशरफ के दौरे पर बांग्लादेश सेना ने एक आधिकारिक बयान जारी कर बताया कि पाकिस्तानी नौसेना प्रमुख ने ढाका दौरे पर बांग्लादेशी सेना प्रमुख वकार उज जमा से मुलाकात की है. इस मुलाकात के दौरान, दोनों ने पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की. साथ ही दोनों देशों की सैन्य ताकत मजबूत करने पर जोर दिया.
शेख हसीना के तख्तापलट से पाकिस्तान ने बांग्लादेश में शुरु की साजिश
पूर्व पीएम शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से पाकिस्तान ने बांग्लादेश में सक्रियता बढ़ा दी है. पिछले कुछ महीनों में 7 से ज्यादा अधिकारी बांग्लादेश का दौरा कर चुके हैं. चाहे वो पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार हों, रक्षा राज्य मंत्री कमाल खान हों, जॉइंट आर्मी चीफ शमशाद मिर्जा, विदेश सचिव अमना बलूच. इतना ही नहीं पिछले महीने तो लश्कर सरगना हाफिज सईद के करीबी और भारत विरोधी मौलाना इब्तिसाम इलाही जहीर ने भी दौरा किया था. और संवेदनशील इलाकों में भारत के खिलाफ खूब जहर उगला था.
1971 में भारत ने कर दिए थे पाकिस्तान के दो फाड़, बनाया था बांग्लादेश
1947 में बंटवारे के बाद से बांग्लादेश, पाकिस्तान का हिस्सा था. लेकिन भारत की मदद से साल 1971 की भयंकर जंग के बाद अलग देश बन गया. तब से आजतक पाकिस्तान और बांग्लादेश में दूरी थी. लेकिन 2024 में शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़कर भागने के बाद पाकिस्तान ने एक बार फिर से बांग्लादेश से संबंध मजबूत करना चाहता है. या यूं कहा जाए कि बांग्लादेश का इस्तेमाल करके भारत के लिए मुश्किलें खड़ा करना चाहता है.
पाकिस्तान की कोशिश बांग्लादेश से सैन्य समझौता किया जाए ताकि उसी के बहाने बांग्लादेश में अपने सैनिकों और जासूसों की घुसपैठ कराकर भारत के खिलाफ बड़ी साजिश को अंजाम दिया जाए.
पाकिस्तान-बांग्लादेश की साजिश पर हमारी पैनी नजर: भारतीय नौसेना
बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच बढ़ते संबंधों और क्षेत्र में अन्य गतिविधियों पर नौसेना उप प्रमुख वाइस एडमिरल संजय वात्सायन ने सोमवार को कहा, “मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि तीनों रक्षा बल और एजेंसियां स्थिति और घटनाक्रम पर नजर रख रही हैं, और हम सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं.”

