ऑपरेशन सिंदूर में भारत के हाथों पिटने के बाद पाकिस्तान की एक और बेइज्जती हुई है. पाकिस्तानी सेना और उनके एक्सपर्ट्स का हाल देखिए कि एक मिसाइल नहीं संभाली गई और अपने ही निवासियों की जान से खिलवाड़ कर दिया.
पाकिस्तान की शाहीन-3 न्यूक्लियर मिसाइल का परीक्षण फेल हो गया है. टेस्टिंग के दौरान शाहीन-3 परमाणु मिसाइल बलूचिस्तान प्रांत के एक आबादी वाली जगह गिरा है. जिसके बाद बलूचों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है.
वहीं अपनी झेंप मिटाने के लिए पाकिस्तान अब नेवल एक्सरसाइज कर रहा है. एयर एक्सरसाइज के बाद पाकिस्तान ने अब अरब सागर में मिसाइल टेस्ट को लेकर नोटम जारी किया है. उत्तरी अरब सागर में 23-25 जुलाई के बीच पाकिस्तानी नौसेना के युद्धपोत फायरिंग ड्रिल करेंगे.
पाकिस्तान की न्यूक्लियर मिसाइल की टेस्टिंग फेल
दुनिया को दिखाने के लिए पाकिस्तान ने सैन्य अभ्यास और मिसाइल टेस्ट का माहौल बनाया था, लेकिन हुआ यूं कि पाकिस्तान को शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है.
पाकिस्तान की सेना ने अपनी शाहीन-3 मिसाइल का टेस्ट किया, जो परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है. लेकिन ये टेस्ट बुरी तरह विफल हुआ. मिसाइल निशाना चूक गई. डेरा गाजी खान में एक परमाणु केंद्र के पास धमाका हुआ.
शाहीन 3 का मलबा बलूचिस्तान के डेरा बुगटी जिले में नागरिक बस्ती के बेहद करीब गिरा. इस घटना के बाद बलूचिस्तान के लोगों में गुस्सा है और वो पाकिस्तान की सैन्य क्षमता पर सवाल खड़े कर रहे हैं.
पाकिस्तान ने जारी किया था नोटम, अभ्यास के नाम पर मिसाइल परीक्षण
शाहीन 3 की टेस्टिंग फेल होने के बाद पाकिस्तान की चालबाजी सामने आई है. पाकिस्तान ने वायुसेना के सैन्य अभ्यास के नाम पर नोटम जारी किया था, लेकिन अंदेशा इसी बात का था कि पाकिस्तान एक मिसाइल की टेस्टिंग करने वाला है.
शाहीन 3 न्यूक्लियर मिसाइल को बेहद ताकतवर माना जाता है. ये सरफेस-टू-सरफेस बैलिस्टिक मिसाइल है. इसकी रेंज 2750 किलोमीटर है. यानी भारत के कई शहरों तक ये मिसाइल पहुंच सकती है. साल 2000 के बाद चीन की मदद से पाकिस्तान ने शाहीन को बनाना शुरु किया था. ये परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है.
हाल ही में भारत ने पृथ्वी 2 और अग्नि 1 मिसाइल की सफल टेस्टिंग की है. माना जा रहा है कि भारत के मुकाबले शाहीन 3 की टेस्टिंग करके पाकिस्तान अपनी सैन्य ताकत दिखाना चाह रहा था, लेकिन फिसड्डी बन गया.
पाकिस्तान ने बलूचिस्तान के स्थानीय नागरिकों की जिंदगी खतरे में डाली:मीर यार बलोच
शाहीन मिसाइल के आबादी के करीब गिरने से बलूच नेता मीर यार बलोच ने इसकी कड़ी निंदा की है. मीर यार बलोच ने एक्स पोस्ट में लिखा, “पाकिस्तान द्वारा बार-बार किए जा रहे विफल मिसाइल परीक्षणों की बलूचिस्तान कड़ी निंदा करता है, जो न केवल बलूचिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन हैं, बल्कि स्थानीय नागरिकों के जीवन को भी गंभीर खतरे में डालता है.”
बलूचिस्तान की सीमा के करीब किया पाकिस्तान ने परीक्षण, पाकिस्तानी सेना कर रहा साजिश: मीर यार बलोच
बलोच नेता मीर यार बलोच ने लिखा कि “स्थानीय निवासियों के अनुसार पाकिस्तान की सेना ने बलूचिस्तान की सीमा में एक मिसाइल परीक्षण का विफल प्रयास किया. यह मिसाइल डेरा गाजी खान के इलाके से दागी गई और जाकर ग्रापन की घाटी में लूप सेहरानी लेवी स्टेशन से मात्र 500 मीटर की दूरी पर गिरी. अगर मिसाइल थोड़ा भी रास्ता भटकती, तो यह भारी नागरिक हानि और संपत्ति का नुकसान कर सकती थी.”
मीर यार बलोच ने इस घटना को पाकिस्तानी सेना की एक सोची समझी साजिश बताया है. कहा, “पाकिस्तानी सेना लगातार मिसाइल परीक्षणों की आड़ में बलूच नागरिकों को उनके घरों से जबरन बेदखल कर रही है. विशेष रूप से डेरा बुगती, कहान और आसपास के क्षेत्रों में राज्य प्रायोजित विस्थापन की घटनाएं सामने आ रही हैं.”
विदेशी सहयोग से चल रहे पाकिस्तान के न्यूक्लियर प्रोग्राम पर लगे प्रतिबंध: मीर यार बलोच
मीर यार बलोच ने कहा, “बलूचिस्तान को पाकिस्तान ने पिछले कुछ वर्षों में एक सैन्य परीक्षण क्षेत्र में तब्दील कर दिया है. यहां अक्सर विदेशी सहयोग से बैलिस्टिक मिसाइल और अन्य घातक हथियारों का परीक्षण किया जाता है.”
“अक्टूबर 2023 में भी एक मिसाइल पंजाब से दागी गई थी, जो डेरा बुगती के खेती योग्य जमीनों में गिर गई थी, जिससे नागरिकों की जान को फिर खतरा हुआ था.”
“28 मई 1998 को पाकिस्तान ने चगाई जिले में 6 परमाणु परीक्षण किए थे, जो अब भी स्थानीय आबादी को रेडिएशन और स्वास्थ्य आपदाओं से जूझने पर मजबूर कर रहे हैं जैसे कैंसर, त्वचा रोग और अन्य गंभीर बीमारियां.”
मीर यार बलोच ने संयुक्त राष्ट्र से मांग की है कि पाकिस्तान पर आयुद्ध प्रतिबंध लगाया जाए. पाकिस्तान के मिसाइल और परमाणु कार्यक्रमों पर कड़े प्रतिबंध लगाए जाएं, बलूचिस्तान में नागरिकों की सुरक्षा और संप्रभुता के उल्लंघन की निष्पक्ष जांच की जाए, जो मिसाइल परीक्षण और हवाई हमलों के डर से जी रहे हैं.