कतर से रिहा होकर आए पूर्व नौसैनिकों की स्वदेश वापसी के महज 48 घंटे के भीतर ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धन्यवाद देने के लिए दोहा पहुंच रहे हैं. यूएई के एक दिवसीय के दौरे के बाद पीएम मोदी बुधवार को कतर की राजधानी दोहा पहुंचकर खाड़ी देश के अमीर से मुलाकात करेंगे.
यूएई और कतर की यात्रा शुरु करने से पहले खुद प्रधानमंत्री ने बयान जारी कर कहा कि “कतर में, मैं कतर के अमीर महामहिम शेख तमीम बिन हमद अल थानी से मिलने के लिए उत्सुक हूं. महामहिम के नेतृत्व में, कतर में अद्भुत विकास और परिवर्तन जारी है. मैं कतर में अन्य उच्च गणमान्य व्यक्तियों से मिलने की भी प्रतीक्षा कर रहा हूं.”
दरअसल, भारत और कतर के बीच मित्रतापूर्ण संबंध रहे हैं. लेकिन अगस्त 2022 में भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों के जासूसी के आरोप में कतर में गिरफ्तार होने के बाद से दोनों देशों के बीच संबंधों में दरार आ गई थी. पिछले साल यानी अक्टूबर 2023 में भारत ने हमास के आतंकी हमले की भर्त्सना करने के साथ इजरायल का समर्थन किया था. कतर क्योंकि इजरायल का धुर-विरोधी रहा है इसलिए कतर ने पकड़े गए आठों पूर्व नौसैनिकों को फांसी की सजा सुना दी थी. (कतर में आठ भारतीयों को मौत की सजा, इजरायल-हमास युद्ध की पड़ी आंच)
ये आठों पूर्व नौसैनिक कतर में एक डिफेंस कंसल्टेंसी फर्म में कार्यरत थे. दोहा का आरोप था कि इन आठों भारतीय इजरायल के लिए जासूसी करते थे. लेकिन पीएम मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोवाल के दखल के बाद कतर ने सभी आठों भारतीयों की ना केवल सजा माफ कर दी बल्कि रिहा भी कर दिया. इसके बाद ही सोमवार की तड़के सात पूर्व नौसैनिक सकुशल स्वदेश लौट आए (कतर से रिहा हुए पूर्व नौसैनिक लौटे भारत). आठवें भारतीय की भी जल्द वापस लौटने की उम्मीद है. ऐसे में पीएम मोदी का कतर दौरा बेहद अहम माना जा रहा है.
भारतीय नागरिकों की रिहाई और स्वदेश वापसी से महज कुछ दिनों पहले ही भारत ने कतर के साथ 78 बिलियन डॉलर का एक गैस (एलएनजी) सौदा भी कतर के साथ किया था. इस सौदे के तहत कतर 2048 तक भारत को एलएनजी सप्लाई करेगा.
पीएम मोदी ने खुद अपने बयान में कहा है कि “भारत और कतर के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं. हाल के वर्षों में, द्विपक्षीय व्यापार और निवेश उच्च स्तरीय राजनीतिक आदान-प्रदान, ऊर्जा साझेदारी, संस्कृति और शिक्षा में सहयोग सहित सभी क्षेत्रों में हमारे बहुमुखी संबंध लगातार गहरे हुए हैं. दोहा में 8,00,000 से अधिक भारतीय समुदाय की उपस्थिति प्रगाढ़ संबंधों का प्रमाण है.” (https://youtu.be/H1nO8NLlwME?si=R9B71I4tvEPjkbWf)
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